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सीहोर। स्वर्गीय अंबादत्त भारतीय पत्रकारिता के क्षेत्र में ऐसा नाम थे, जिन्होंने देश-दुनिया में सीहोर सहित प्रदेश का नाम भी रोशन किया। वे अपने दौर की पत्रकारिता के ऐसे स्तंभ थे जो अपने आप में एक पूरा मीडिया संस्थान हुआ करते थे। उन्होंने पत्रकारिता को एक नई दिशा प्रदान की थी।

ये बातें अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने कही। वे सीहोर के रुक्मिणी गार्डन में आयोजित स्व. अंबादत्त भारतीय स्मृति पत्रकारिता सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे।

इस दौरान पंडित प्रदीप मिश्रा सहित समारोह की अध्यक्षता कर रहे मुंबई के प्रसिद्ध फि़ल्म अभिनेता, निर्देशक एवं स्क्रिप्ट राइटर मोहन आज़ाद, विशेष अतिथियों में वरिष्ठ समाजसेवी अखलेश राय, विधायक सुदेश राय, नपा अध्यक्ष प्रिंस राठौर, पालीवाल अस्पताल भोपाल के संचालक डॉ. जयप्रकाश पालीवाल

, पूर्व विधायक रमेश सक्सेना, जिला कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. बलबीर तोमर द्वारा भोपाल के वरिष्ठ पत्रकार और मध्यप्रदेश गान के रचयिता महेश श्रीवास्तव को राष्ट्र स्तरीय, वरिष्ठ पत्रकार अरविंद शीले को राज्य स्तरीय और सीहोर के पत्रकार मनोज दीक्षित मामा को जिला स्तरीय सम्मान से सम्मानित भी किया।

श्री महेश श्रीवास्तव का सम्मान भारतीय जी के भतीजे राहुल द्विवेदी ने ग्रहण किया। सभी सम्मानित पत्रकारों को शॉल, श्रीफल, स्मृति चिन्ह तथा सम्मान राशि भी भेंट की गई।

पत्रकारो के “मामा जी” बधाई-आष्टा हैडलाइन


इससे पहले सभी अतिथियों ने मां सरस्वती तथा स्व. भारतीय के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की। इसके बाद अंबादत्त भारतीय स्मृति पत्रकारिता संग्रहालय एवं शोध संस्थान के अध्यक्ष रघुवर दयाल गोहिया ने कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा बताते हुए स्वागत भाषण दिया।

उन्होंने कहा कि नगर की जीवन रेखा सीवन नदी का गौरवशाली इतिहास और महत्व है। जैसे सीहोर कभी सिद्धपुर था वैसे ही सीवन का नाम भी शिवना रहा है। यदि भागवत भूषण अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक और कुबेरेश्वर धाम के संस्थापक पंडित प्रदीप मिश्रा की कृपा दृष्टि हो जाए तो शिवना नदी अपना प्राचीन वैभव प्राप्त कर सकती है।

“प्रिंस राठौर ने की घोषणा,सीवन नदी का नाम शिवना एवं सीहोर के खजांची लाइन मार्ग का नाम अंबादत्त भारतीय मार्ग रखा जाएगा”

नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष प्रिंस राठौर ने कहा कि लंबे समय से मांग की जा रही थी कि सीहोर की जीवनदायनी सीवन नदी का नाम परिवर्तन किया जाए। इसको लेकर अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा जी ने भी ध्यान आकर्षित कराया था कि सीवन नदी का नाम बदला जाना चाहिए। इसको लेकर एक ऑनलाइन सर्वे भी कराया गया है। इस संबंध में परिषद में प्रस्ताव लाकर सीवन नदी का नाम शिवना नदी करने एवं सीहोर के खजांची लाइन मार्ग का नाम स्वर्गीय अंबादत्त भारतीय मार्ग करने का प्रस्ताव भी परिषद में लाकर इनका नाम बदल जाएगा।


इस दौरान पंडित प्रदीप मिश्रा तथा फ़िल्म मेकर मोहन आज़ाद का सम्मान भी किया। सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भी भेंट किए गए। कार्यक्रम का संचालन रघुवर गोहिया तथा प्रदीप चौहान द्वारा किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में भोपाल, विदिशा, शाजापुर, देवास सहित जिलेभर के पत्रकार साथी उपस्थित रहे।

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