सीहोर । सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री भारत सरकार श्री थावरचंद गेहलोत द्वारा सीहोर में बनाए जा रहे राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं पुनर्वास संस्थान के निर्माणाधीन स्थल का शुक्रवार को निरीक्षण किया गया।
इस अवसर पर विधायक सीहोर श्री सुदेश राय एवं अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

केंद्रीय मंत्री श्री गेहलोत ने कहा कि संस्थान के निर्माण में तेजी लाएं क्योंकि कोरोनाकाल के कारण निर्माण कार्य में उत्पन्न हुई बाधा के कारण कार्य निर्माण में काफी विलंब हो चुका है।
उन्होंने ईईपीएचई एवं बिजली विभाग से निर्माणाधीन स्थल पर अति शीघ्र पानी एवं बिजली व्यवस्था उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
श्री गेहलोत ने प्रोजेक्ट डायरेक्टर और पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर श्री रमेश कुमार से प्रोजेक्ट की प्रोग्रेस पर विस्तृत चर्चा की एवं निर्माण कार्य में गति लाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर कलेक्टर श्री अजय गुप्ता, पुलिस अधीक्षक श्री शशीन्द्र चौहान, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री हर्ष सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

कार्यस्थल का निरीक्षण के बाद श्री गेहलोत पत्रकारो से रूबरू हुए,पत्रकारो के प्रश्नों का जवाब देते हुए श्री गेहलोत ने कहा की निर्माणाधीन उक्त केंद्र को 2 वर्ष में पूर्ण करने का लक्ष्य था,लेकिन कुछ प्रशासनिक खानापूर्ति में समय लगने,उसके बाद कोरोना संकट के कारण देरी हुई है,आगामी 2 वर्ष में अब ये तैयार हो जाये लक्ष्य रखा गया है। श्री गेहलोत ने कहा की जब कोई बड़ा संस्थान किसी शहर में सौगात के रूप में आता है तो निश्चित उस शहर को वहां के नागरिको, युवाओ को कई तरह से लाभ प्राप्त होता है,उस शहर का नाम भी रोशन होता है। लव जिहाद को लेकर प्रदेश में कानून बनने को लेकर उन्होंने कहा की अगर किसी अपराध को रोकने के लिए जब कोई कानूनी प्रावधान नही हो,ओर ऐसा प्रावधान किया जा रहा है,कानून बनाया जा रहा है वो अच्छी बात है।

कोरोना के फिर बढ़ते प्रभाव को लेकर कहा की इसको लेकर समय समय पर स्तिथि परिस्तिथियों के अनुरूप गाइडलाइन पहले भी आई है,आ रही है,ओर जब तक कोरोना चलेगा गाइडलाइन आती रहेगी। कांग्रेस से भाजपा में आये और उपचुनाव में जीते विधायको को क्या मंत्री मंडल में शामिल किया जायेगा के प्रश्न पर श्री गेहलोत ने कहा ये विषय मुख्यमंत्री के विवेकाधिकार का है,वे जैसा समझेंगे वैसा करेंगे। श्री गहलोत ने कहा अभी इस संस्थान का नाम राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ पुनर्वास केंद्र है,इसका लेबल अंतराष्ट्रीय स्तर का करने के प्रयास किये जायेंगे।
