सीहोर । 29 जुलाई को महेश्वरी कालोनी में रहने वाले हरि महेश्वरी जो प्रतिदिन इछावर कस्वे में ही अपने भाई के यहा उसके घर पर अपने पूरे परिवार ज़सहित भोजन करने गये थे । ये परिवार विगत करीब 4 साल से प्रातः 11 बजे चला जाता था और शाम करीब 4 बजे वापस आता था।
चोरो को ये बात मालूम थी, तभी एक दिन दोपहर में नकबजनो व्दारा घर का ताला तोडकर अलमारी में रखे जेवर व नगदी चोरी कर लिये। जब परिवार घर आया तो यह सब देख होश उड़ गये। जिसकी सूचना इछावर पुलिस को दी,जिस पर थाना इछावर पर अपराध क्र 314/23 धारा 454-380 भादवि का कायम कर विवेचना में लिया गया ।
इछावर कस्वे में दिन दहाडे प्रतिष्ठित गल्ला व्यापारी के य़हा लाखो की चोरी की खबर से सम्पूर्ण कस्वे में सनसनी फेल गई । ये चोरी पुलिस के लिये भी एक बड़ी चुनोती बन गई। पुलिस ने भी चोरो की इस चुनोती को स्वीकार की। सूचना पर पुलिस अधीक्षक सीहोर मयंक अवस्थी द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गीतेश गर्ग तथा अनुविभागीय अधिकारी पुलिस भैरूंदा(अब आष्टा) आकाश अमलकर के मार्गदर्शन में टीम गठन किया गया ।
टीम व्दारा घटना स्थल के आस पास से तकनिकी मदद ली गई । जिसमें चोरी करने आने वाले रास्ते व चोरी करके जाने वाले रास्तो पर दो अलग अलग टीमो को लगाया गया दोनो टीमों व्दारा लगभग 300 सीसीटीवी फुटेज आदि खंगाले गये। जिममें नकबजन का कनेक्शन सीहोर ओर भोपाल का होना सामने आया ।
जिस पर बारीकी से जांच करने पर पता चला की नकबजन सीहोर के राजकुमार उर्फ राज ठाकुर मुरली रोड सीहोर व विकाश राजपूत चाणक्यपुरी सीहोर हाल अयोध्या नगर भोपाल का होना पता चला । राज ठाकुर को सीहोर से गिरफ्तार किया गया ।
जिससे चोरी के संबध में पूछताछ की गई । जिसने अपने पार्टनर विकाश राजपूत के साथ चोरी करना स्वीकार किया । विकाश राजपूत जो हाल में अयोध्या नगर भोपाल में किराये के मकान में रह रहा था । वहां पर दबिस दी गई लेकिन वहां से वो फरार हो गया । तकनीकी मदद से जानकारी प्राप्त हुई कि विकाश राजपूत उत्तर प्रदेश के एटा जिले के जलेसर तहसील के पास कही छुपा है ।
तत्काल वहां टीम को रवाना किया गया । उक्त टीम ने जलेसर तहसील उत्तरप्रदेश से विकाश राजपूत को गिरफ्तार किया। राज ठाकुर उर्फ राजकुमार व विकाश राजपूत से योजनाबद्ध तरीके से पूछताछ की गयी । जिन्होने चोरी गये मशरूका सोने में से 48 ग्राम सोना एक गोल्ड फाइनेंस के यहा गिरवी रख कर लोन ले लिया
व 80 ग्राम सोना राज ठाकुर व विकाश राजपूत ने अपने घर पर छुपा रखा था जिसे दोनो की निशादेही पर जप्त किया गया । आरोपियों को पुलिस रिर्माड लेकर अन्य चोरी के संबध में पूछताछ की जावेगी। एसडीओपी आकाश अमलकर ने बताया की आरोपी राज ठाकुर पर थाना कोतवाली,आष्टा जिला सीहोर व विदिशी में कुल 6 चोरी के अपराध दर्ज है।
आरोपी विकाश राजपूत पर सीहोर व भोपाल में चोरी के 38 अपराध दर्ज है । एसडीओपी आकाश अमलकर ने बताया कि ये चोर बड़े ही शातिर है। चोरी किये सोने को ये गिरवी रख देते है, सूने मकान को निशाना बनाने के पहले पूरी रेकी करते है। तथा घटना के बाद रास्ते में कपडे खरीद कर ये कपड़े बदल लेते है ।
इस चुनोती को सफलता में बदलने में थाना प्रभारी इछावर ऊषा मरावी ,उनि अजय जोझा ,प्रआर रामनरेश ,प्रआर चरणसिंह ,बरि.आर धर्मेन्द्र ठाकुर ,आर नरेन्द्र जाट ,आर सूरज मोरे ,आर अरूण शुक्ला,सै विक्रम सिंह ,सायबर सैल- प्रआर सुशील सालवे व प्रआर,योगेश भावसार , कंट्रोल रूम आर स्वातंत्र आर मलखान (भोपाल से ) एंव पुलिस थाना कोतवाली के आर बिक्रम ,आर नेपाल सिंह की सराहनीय भूमिका रही ।