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आष्टा। वन माफियांओं के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान में आज वन विभाग को एक बड़ी सफलता मिली । आष्टा के किसी एक व्यापारी के यहा अवैध सागौन पहुचने के पहले ही खाचरौद में वन अमले ने दबोच ली। रेंजर राजेश चौहान ने बताया की मुखविर से मिली ठोस सूचना पर की सागौन से भरा एक आटो आ रहा है,जो पीली बरसाती से ढका है,उसके ऊपर मोटरसाइकल रखी है। तत्काल रेंजर चौहान ने अपनी गश्त टीम को अलर्ड किया। डीएफओ मगन सिंह डावर के निर्देशन एवं एस.डी.ओ. राजेश शर्मा के मार्गदर्शन में रेंजर राजेश चौहान के नेतृत्व में खाचरौद में सागौन से भरा एक ऑटो पकड़ा है।

प्राप्त जानकारी अनुसार आज बुधवार को वन विभाग को सूचना मिली कि ग्राम बड़खोला निवासी आरोपी आमिर आ0 शमीम खाॅन आटो क्रमांक एमपी 37 N 1491 में अवैध सागौन 28 नग भरकर जंगल से आष्टा की ओर निकला है, मुखबिर ने यह भी बताया की आटो में ऊपर सोयाबिन रखा है एवं पीली रंग की बरसाती से ढका हुआ है । जिसके ऊपर एक मोटरसायकिल भी रखी हुई है,आ रहा है। सूचना मिलते ही रेंजर श्री चौहान ने अपनी टीम को सूचना दी कि तत्काल घेराबंदी कर कार्यवाही करें । जिसके बाद वन विभाग की टीम ग्राम खाचरोद बिजली घर के सामने पहूॅची जहां उक्त आटो को घेराबंदी कर रोका गया एवं चेक किया तो उसमें ऊपर सोयाबिन एवं नीचे सागौन रखी

आष्टा के व्यापारी की खोज वन विभाग को चुनोती.?

हुई मिली। अपने को घिरा देख बोखलाये आरोपी ने घटना स्थल पर वन विभाग की टीम से आटो को छुड़ाने के प्रयास भी किया, परंतु स्थायीकर्मी ओमप्रकाश मेवाड़ा द्वारा तय कर लिया कि चाहे कुछ भी हो जाये, आटो, मोटरसायकिल ओर अवैध लकड़ी को नहीं जाने दूंगा । जिसके बाद आरोपी ने कुछ झूमाझटकी की पर वन विभाग की टीम के हौंसले के आगे उनकी एक न चली। जिसके बाद वन विभाग का अतिरिक्त स्टाॅफ मौके पर पहॅूच गया। जिसको देखकर आरोपी के अन्य साथी आरोपी को छुड़ाने में नकाम रहे ओर मौके से भाग गये। आरोपी से पूछताछ करने पर उसके द्वारा बताया गया है कि उक्त लकड़ी खिवनी अभ्यारण्य के जंगल से लाया है एवं आष्टा के व्यापारी को देना थी।

आखिर वो आष्टा का व्यापारी कौन.? वन विभाग करे खुलासा। रेंजर राजेश चौहान ने बताया कि आरोपी आमिर ने तीन व्यापारियों के नाम लिये है,जिसकी पुष्टि की जा रही है। आरोपी के विरूद्ध वन अपराध प्रकरण पंजीबद्ध किया है । वहीं मोटरसायकिल क्रमांक एपी 04 एमवी 1027 एवं तीन पहियां आटो क्रमांक एमपी37 एन 1491 के विरूद्ध राजसात की कार्यवाही की जा रही है एवं जप्त दोनो वाहन एवं सागौन इमारती लकड़ी 28 नग की कीमत तीन लाख रूपये आंकी गयी है। वन विभाग को मिली इस सफलता में रेंजर राजेश चौहान, डिप्टी रेंजर राजू गाढ़े,शैलेश कुमार सिंह, सुरेन्द्र कुमार शर्मा, रंजना भालसे, वनरक्षक कपिल यादव, चंचल चंदेल, जितेन्द्र ठाकुर, स्थायीकर्मी ओमप्रकाश मेवाड़ा, भेरू सिंह आदि की महत्वपूर्ण भूमिका रही ।

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