आष्टा । बारिश में जब जम कर बरसात हो और भारी बारिश के कारण नदियों का जल स्तर बढ़ जाता है,बाढ़ आ जाती है,बाढ आने पर कोई घटना दुर्घटना ना घटे इसके लिये प्रशासन पुलिस सतर्कता के तहत नदियों,नालों के ऊपर पानी आने पर आवागमन रोक दिया जाता है। निश्चित ये जरूरी ही नही अति आवश्यक भी है। लेकिन क्या आपने सुना की आष्टा अनुविभाग की एक नदी में कई बार कृतिम बाढ़ के कारण इसको सम्बंधित विभाग की लापरवाही के कारण “बाढ़” भी कह सकते है आती है,रास्ता रोक दिया जाता है,बिना बाढ़ के नागरिक परेशान होते है,ऐसा आष्टा क्षेत्र में हो रहा है।
इसको लेकर नगर के युवा समाजसेवी एवं मंडी के व्यापारी मनोहर साहू ने प्रत्यक्ष रूप से आष्टा मुगली मार्ग पर पपनाश नदी में जब कृतिम बाढ़ को देखा, कारण समझा और अनुभव किया कि इस तरह बिना कारण,बिना बाढ़ के तैनात जवान रास्ता रोक कर आने जाने वालों को परेशान करते है कारण केवल इतना है कि जब नदी में बाढ़ की स्तिथि बन जाती है तब बह कर जो झाड़,लकड़ियां,पेड़ आदि आते है वे पपनाश नदी के छोटे पुल के उन मोहरों में फस जाते है जिनमे से पानी इधर से उधर निकलता है,मोहरे बन्द होने से वो पानी पुल के ऊपर से बिना बाढ़ आये बहना शुरू हो जाता है
और वहां तैनात जवान रास्ता रोक देते है,जबकि पुल की दूसरी ओर नदी का पानी पुल से 2/3 फिट नीचे बहता रहता है। उक्त कारण समझने के बाद समाजसेवी मनोहर साहू ने दोनों तरह के विडियो बनाये जिसमे कृतिम बाढ को कैद कर इसकी एक शिकायत 24 जुलाई को मनोहर साहू ने सिंचाई विभाग के कार्यालय पहुच कर एक लिखित में शिकायत की ओर मांग की की पपनाश नदी के छोटे पुल के मोहरों में जो कचरा आदि फसा है जिसके कारण पानी पुल के ऊपर से निकलता है को साफ कराया जाये
ताकि बिना बारिश के जो बाढ़ आ जाती है,पानी पुल के ऊपर से बहने लगता है,रास्ता रोक दिया जाता है,जिससे नागरिक परेशान होते है। उक्त समस्या का निराकरण कर आने वाली कृतिम बाढ़ की समस्या से नागरिको को निजाद दिलाये। आज समाजसेवी मनोहर साहू ने इस प्रतिनिधि को बताया की 24 जुलाई को जो शिकायत सिंचाई विभाग के एसडीओ को लिखित में की 5 दिन बाद भी मदमस्त विभाग ने कोई कार्यवाही नही की। 5 दिन बाद भी जब समस्या का निदान नही हुआ तब आज मनोहर साहू ने प्रेस का दरबाजा खटखटाया है।