आष्टा । कुछ दिनों पूर्व आष्टा नगर के एक इलेक्ट्रॉनिक व्यापारी को पंखा खरीदने के नाम पर अज्ञात व्यक्ति द्वारा फोन पर पंखे सप्लाई कर उसके बदले ऑनलाइन पेमेंट करने का एक मामला उजागर हुआ था जिसमें उक्त व्यापारी की सजगता और जागरूकता के कारण वह ऑनलाइन ठगी से बच गया था, फिर भी उसने अन्य लोग ना ठगाए इसके लिये उस व्यापारी ने आष्टा पुलिस में शिकायत की थी ।
अभी उस मामले में पुलिस ने क्या आगे कार्यवाही की उसकी जानकारी नही आई है। लेकिन उसके पहले ही 4 दिन पूर्व एक बार फिर इसी तरह की ठगी करने वाले ने आष्टा नगर के एक ईंट भट्टा व्यवसाई सुनील प्रजापति को सिविल अस्पताल आष्टा में 70 हजार ईंट सप्लाई करने के नाम पर उसके खाते से लगभग ₹40 हजार उड़ा दिए । पूर्व में इलेक्ट्रॉनिक व्यापारी के साथ जैसा ऑनलाइन ठगी के माध्यम से ठग ने जो प्रक्रिया की थी,वैसी ही प्रक्रिया इस मामले में भी की गई।
इससे लगता है कि जो व्यक्ति यह कार्य करने में लगे हुए हैं वह एक ही पैटर्न अपनाते हैं । लेकिन उसके पहले सब तरह की रेकी कर जानकारियां एकत्रित कर लेते हैं और उसके बाद ही व्यापारी को अपने जाल में फंसाते हैं । ईट भट्टा व्यापारी सुनील प्रजापति ने पुलिस को जो शिकायत की उसके अनुसार दिनांक 23 जुलाई को प्रातः लगभग 8:00 बजे एक अज्ञात व्यक्ति का उसके मोबाइल पर फोन आता है जिसका नंबर 6367592034 था,स्क्रीन पर नाम डॉ शर्मा लिखा हुआ था।
उसने बताया कि सिविल अस्पताल में 70 हजार ईंट लगेगी,क्या भाव है,तब सुनील ने ईंट का भाव ₹6800/- प्रति हजार का भाव बताया। ऑनलाइन ठगी करने वाले ने उसे ₹1 लाख एडवांस उसके खाते में डाल रहा हु,आपसे मेरा लड़का संपर्क करेगा। थोड़ी देर बाद 8815607319 नम्बर से फोन आया ये नम्बर पर नाम डॉ अशोक शर्मा लिखा आया,उसने पैसे डालने के लिये गूगल पे का नम्बर मांगा,सुनील ने मना कर दिया कि वो गूगल पे नही चलाता हु,फोन पे चलाता हु।
तब ठग ने सुनील को फोन पे पर ट्रायल के नाम पर 20 रुपये डाले और टेक्स मेसेज के रूप में एक पीडीएफ भेजा सुनील ने बताया 20 रुपये आये,ये दिखा उसके बाद ठग ने 39 हजार 999 रुपये डालने का एक टेक्स मेसेज पीडीएफ में भेजा जो दिख रहा था। कुछ देर बाद ठग का फोन फिर आया कहने लगा उसने 39 हजार 999 रुपये कार्ड से डाल दिये वो वापस चाहिए ओर उसने इस तरह फसा कर सुनील के खाते से करीब 82 हजार काट लिये।
जब सुनील को शंका हुई तब उसने खाता चेक किया जिसमें करीब 41 हजार 664 रुपये बेलेंस था,उसकी जगाह खाते में मात्र 704 रुपये ही नजर आ रहे थे। यह देख सुनील समझ गया कि उसे चपत लग गई है। उसके बाद फिर सुनील को ठग ने 40 रुपये भेजे,जो मेसेज आया उसमे “चंदा” लिखा हुआ था।
तब उसने उन नंबरों पर फोन भी लगाए तब तक सब नंबर फोन बंद हो चुके थे । बाद में सुनील प्रजापति ने इसकी शिकायत आष्टा थाने में लिखित में की है।
लगातार हो रही इस तरह ऑनलाइन ठगी को लेकर नागरिको को व्यापारियों को आज जागरूक सतर्क होने की बड़ी आवश्यकता है। अगर आपसे थोड़ी सी भी चूक हुई तो आप ठगा सकते है। जब से देश मे ऑनलाईन भुगतान की जो सुविधा शुरू हुई है,जिस तेजी से नागरिको ने इसे स्वीकार भी किया,उपयोग भी कर रहे है ठीक उसी तेजी से ऑनलाइन ठगी के भी मामले सामने आने लगे है।
,सरकार को भी इस ओर ध्यान देना होगा कि नागरिक इस तरह की ठगी से बच सके। वैसे समय समय पर सरकार नागरिको को सतर्क जागरूक करती रहती है।
देखना होगा कि जिस तेजी से जिले में साइबर क्राइम पुलिस उजागर कर रही है,ऐसे घटे मामलों के साइबर अपराधियो तक पुलिस कब तक पहुचती है।