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आष्टा । आष्टा अनुविभाग के चारो ओर फैल घने जंगल मे कई जानवरो का विचरण नजर आने की खबरे आती रहती है। घना जंगल इन जानवरों के लिए बड़ा सुरक्षित स्थल माना जाता है। लेकिन अगर ये जंगली जानवर अगर जंगलों की जगर रहवासी क्षेत्रो में दिख जाये तो उस क्षेत्र के लोगो मे दहशत स्वभाविक है। ऐसी ही खबर जावर तहसील के मेहतवाड़ा से आ रही है। पुष्ट खबरो के अनुसार इंदौर भोपाल हाईवे पर स्तिथ सेल फैक्ट्री के पिछले हिस्से में जहां घना जंगल है,उसके पीछे बिलपान का बड़ा घना जंगल आ गया है,उधर से विचरण करते हुए दो तेंदुए सेल फैक्ट्री परिसर में घुस गये है जिन्हें फैक्ट्री के किसी सुरक्षा गार्ड ने देखे।

सेल फेक्ट्री में विचरण करते तेंदुए लगाये कैमरों में हुए कैद

उसके बाद फैक्ट्री प्रमुखों द्वारा वन विभाग को सूचना दी। सूचना के बाद वन विभाग ने फैक्ट्री के उस क्षेत्र में टीम तैनात कर दी है,वन विभाग ने खोज हेतु 5 कैमरे भी लगाये है। उसका फैक्ट्री के गार्ड भी निगरानी सर्चिंग में सहयोग कर रहे है।विगत 4 दिन से फैक्ट्री परिसर में संयुक्त टीम दिन रात सतत निगरानी सर्चिंग कार्य मे जुटी है। दोनों तेंदुए लगाये कैमरे में कैद भी हुए है,दोनों को फैक्ट्री में बने एक तालाब में पानी पीते के फोटो भी वायरल हुई है,फैक्ट्री परिसर में दोनों तेंदुए विचरण करते भी कैद हुए है। जिस एरिये में ये देखे गये उस एरिये में फैक्ट्री के लोगो का जाना आना नही के बराबर है।

सेल फैक्ट्री में बने इस तलाई कुंड में पानी पीते तेंदुए

लेकिन केवल इस खबर से ही दहशत बनी हुई है की फैक्ट्री एरिये में दो तेंदुए घुस गये है। इस मामले में सेल फैक्ट्री के प्रमुख अधिकारी प्रवीण तंवर से जब हमने चर्चा की तब उन्होंने इस बात की पुष्टि की है की फैक्ट्री के उस परिसर क्षेत्र में जो पीछे जंगल से सटा है में दो तेंदुए देखे जाने के बाद वन विभाग को सूचना दी उसके बाद से ही वन टीम फैक्ट्री परिसर में तैनात है। विभाग के बड़े अधिकारी भी आ चुके है। वही इस मामले में रेंजर आष्टा राजेश चौहान ने जानकारी देते हुए बताया की ये सही है सेल फैक्ट्री परिसर में दो तेंदुए नजर आये है

परिसर में दोनों तेंदुए साथ घूमते नजर आये है

,जिसकी सूचना सीहोर भोपाल के वरिष्ठ अधिकारियों को दे दी है। सूचना के बाद डीएफओ श्री एम एस डावर एसडीओ राजेश शर्मा भी आष्टा आये एवं सेल फैक्ट्री पहुच कर तेंदुए के मूवमेंट वाले एरिये की जानकारी ली। उनके निर्देशन में 5 कैमरे भी लगाये है,वन विभाग के 5-5 सदस्यो की टीम दिन रात में सर्चिंग,निगरानी के लिये तैनात की है। फैक्ट्री के पिछले हिस्से जहाँ दीवार की बाउंड्री है उसे तुड़वाया है हमारा प्रयास है कि दोनों तेंदुए फैक्ट्री के पीछे जो बिलपान का घना जंगल है उसमें वे वापस लौट जाये, अगर ऐसा नही हुआ तो उन्हें फिर रेसक्यो करना ही एक विकल्प बचेगा।

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