आष्टा ।आष्टा में शंकर मन्दिर के आगे पार्वती नदी में 2/3 माह पूर्व कई दिनों तक लगातार एक मगरमच्छ के दिखने से नदी पर नहाने जाने वालों में भय का वातावरण बना हुआ था ,कुछ दिनों पूर्व डाबरी में एक मगरमच्छ के पकड़े जाने से यह भय खत्म हो गया था।
अब एक बार फिर ग्राम अरोलिया मैं पार्वती नदी में करीब 2 माह से ग्रामीणों को नदी में लगातार मगरमच्छ दिखाइ दे रहा है। यह मगरमच्छ ग्रामीणों को दिखाई देने के कारण इस क्षेत्र में भी ग्रामीणों में भय और दहशत का वातावरण बना हुआ है।
आज एक बार फिर अरोलिया के पास पार्वती नदी में मगरमच्छ तैरता हुआ नजर आया जिसे इसी ग्राम के कैलाश पाटीदार ने अपने वीडियो मोबाइल में वीडियो बना कर कैद किया है।
पाटीदार ने मगरमच्छ का वीडियो बनाया और अपने मित्र अतंरिक्ष नागर को भेजा।
आज उक्त वीडियो अंतरिक्ष नागर ने आष्टा हैडलाइन को उपलब्ध कराया एवं बताया कि ग्रामीणों को लगातार पार्वती नदी में मगरमच्छ दिखने के बाद इसकी शिकायत आज ग्राम के प्रधान तकेसिंह ने वन विभाग आष्टा को की,वन विभाग ने ग्राम के प्रधान को बड़ा ही बेतुका जवाब दिया,जो वरिष्ठ अधिकारियों को संज्ञान में लेना चाहिये।
ग्राम प्रधान तकेसिंह ने आज जब वन विभाग को सूचना दी की आरोलिया के पास पार्वती नदी में लगातार कई दिनों से मगरमच्छ नजर आ रहा है जिसे पकड़ कर उसे सुरक्षित स्थान पर छोड़ा जाए तब विभाग के अधिकारियों ने कहा कि हमारे पास इतना बड़ा जाल नहीं है कि हम मगरमच्छ को पकड़ सके, थोड़े दिन बाद रामपुरा डेम से पानी छोड़ा जायेगा तब वो बह जायेगा। इस दौरान कोई होनी अनहोनी घटना अगर घट गई तो क्या उसका जिम्मेदार क्या वन विभाग होगा.?
ग्राम प्रधान को बेतुका जवाब देने वाले वन विभाग की वरिष्ठ अधिकारियों को जरूर खेर खबर लेना चाहिये, वही जिस इलाके में मगरमच्छ होने की जानकारी आ रही है,उसे पकड़कर सुरक्षित छोड़ा जाना चाहिये। अब जो मगरमच्छ अरोलिया में दिखा है क्या वो, वोही तो नही है जो पहले आष्टा में दिखा था या ये दूसरा है.?