आष्टा। शासन के निर्देशों के तहत आज जनपद पंचायत आष्टा के परिसर में विकास खंड स्तरीय आनन्द उत्सव कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम दो चरणों मे आयोजित किये गये। कार्यक्रम में किसी भी जनप्रतिनिधि अर्थात आष्टा विधायक श्री रघुनाथसिंह मालवीय,जिला पंचायत अध्यक्ष इंजी गोपालसिंह,जिला पंचायत उपाध्यक्ष जीवनसिंह मंडलोई,जनपद की अध्यक्ष दीक्षा गुणवान,जनपद के उपाध्यक्ष गजराजसिंह पटेल को ना ही अतिथि बनाया और ना ही उपरोक्त जनप्रतिनिधि में से किसी का भी नाम आमंत्रण पत्र में नही लिखा गया।
क्या इसके पीछे जनपद की कोई गुटीय राजनीति तो हावी नही थी.? जबकि उक्त आयोजन में विधायक,जिला पंचायत उपाध्यक्ष, जनपद अध्यक्ष,नपा अध्यक्ष प्रतिनिधि, जनपद उपाध्यक्ष उपस्तिथ हुए,खेलकूद प्रतियोगिताओं में भाग भी लिया। विजेताओं को पुरुष्कार भी वितरित किये गये।कार्यक्रम को लेकर जनपद पंचायत की ओर से नगर-ग्रामीण क्षेत्र के सभी गणमान्य नागरिकों,जनप्रतिनिधियों,पत्रकारों को जनपद की ओर से आमंत्रण पत्र भेजे गये। भेजे गये आमंत्रण पत्र में दोपहर 2 बजे से खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया दूसरे चरण में शाम को राष्ट्रीय गीत एवं भजन संध्या का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कही इसके पीछे जनपद अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के चुनाव की गांठ तो कारण नही.?
राजनीति में रुचि रखने वाले राजनीतिज्ञों ने आज जनपद पंचायत द्वारा आनन्द उत्सव कार्यक्रम के आमंत्रण पत्र में नाम की इस राजनीति को आष्टा जनपद पंचायत में अध्यक्ष उपाध्यक्ष के जब चुनाव हुए थे,तब क्या हुआ था,कौन कौन उम्मीदवार लड़े थे,कौन सा उम्मीदवार किस ओर का था,उसमे कौन जीता था,किसको हार का मुह देखना पड़ा था को माना जा रहा है.? चलो इस बात को मान भी ले लेकिन आज आनन्द उत्सव के जो आमंत्रण वितरित किये गये वो जनपद पंचायत सीईओ के नाम से उनकी ओर से बांटे गये थे।
उनको तो इस मामले से कोई लेना देना नही होना चाहिये .? उन्हें तो क्षेत्र के विधायक और जिला पंचायत अध्यक्ष का नाम आमंत्रण पत्र में अतिथि के रूप में अंकित करना चाहिये था.? आज जनपद के परिसर से शुरू हुई आमंत्रण पत्र पर नाम को लेकर शुरू हुआ चर्चाओं का बाजार जरूर रंग तो दिखायेगा।
बात छोटी जरूर है,लेकिन गम्भीर है क्योंकि ये दो ऐसे जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा से जुड़ा है,जिनकी उपेक्षा कोई भी अधिकारी चाह कर भी नही कर सकता है.? फिर भी आष्टा जनपद के आनन्द उत्सव के आमंत्रण पत्र में ऐसा किया गया है.निश्चित जिसने भी किया हो,जिसके भी इशारे पर किया गया हो उसकी हिम्मत की दाद तो इन दोनों जनप्रतिनिधियों विधायक रघुनाथसिंह मालवीय एवं जिला पंचायत अध्यक्ष इंजी गोपालसिंह को तो देना होगी.!