आष्टा। वर्षो पहले अस्तित्व में आये आष्टा नगर का डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी ग्राउंड खिलाड़ियों के लिए खेल सुविधा के रूप में शनै शनै विकसित होकर आज बड़े रूप में आष्टा की शान के रूप में कन्नौद रोड पर अब द्रष्टिगोचर होने लगा है।
समय के साथ सभी सहयोगियों ने चाहे वो अधिकारी, खिलाड़ी हो,राजनेता हो,मंत्री हो,जनप्रतिनिधि हो सभी के सहयोग का परिणाम है आज इस खेल मैदान को कई सुविधाए मिली है,यह भी कटु सत्य है की आज भी इस खेल मैदान को,यहा विभिन्न खेल के खिलाड़ियों को जो यहा अभ्यास करते है उनकी सुविधाओ के लिए आज भी कई आवश्यकताओं की मुखर्जी ग्राउंड को दरकार है।
मुखर्जी ग्राउंड पर जन सहयोग से इस मैदान को हराभरा करने के लिए समय समय पर अनेको सहयोगियों,संस्थाओ,व्यक्तिगत लोगो के माध्यम से वृक्षारोपण भी किये गये, जनसहयोग से लगाये वृक्षो को पानी से जीवित रखना देखरेख करने वाले लोगो के लिए एक बड़ी चुनोती थी,गर्मी में जनसहयोग से इन पौधों को टैंकर बुला कर पानी दिया और उन्हें पाला पोशा गया।
मुखर्जी ग्राउंड पर सबसे बड़ी समस्या पानी की कोई स्थाई सुविधा,व्यवस्था का ना होना रहा है,कई बार प्रयास किये,जनसहयोग से 3/4 बोर खनन भी कराये पर बोर सूखे गये ओर समस्या बरकरार ही रही। पिछले वर्ष एक बार फिर जनसहयोग से बोर खनन कराया लगाये पेड़ पौधों के भाग्य से उसमे अच्छा पानी निकला।
अब समस्या यह थी की बोर से पानी पेड़ पौधों तक कैसे ले जाया जाये, लगातार प्रयास से अब जनसहयोग से एक पाइप लाइन अंडरग्राउंड बिछाई गई एक सप्ताह की कड़ी मशक्कत के बाद आज उक्त पाइप लाइन की टेस्टिंग की गई जो सफल रही और मेहनतकश मुखर्जी ग्राउंड के पालनहार सदस्यों में आज खुशी का कोई ठिकाना नही है,वे आज पेड़ पौधों,ग्राउंड में पानी देते देख खुश है।
अब यहा प्रेक्टिस करने वाले खिलाड़ियों को भी पीने के पानी की कोई समस्या नही रहेगी,पहले तो वे अपने घरो से पीने का पानी साथ लाते थे।
मुखर्जी ग्राउंड पर लगे पेड़ पौधों की हमेशा दिन रात ठंड, गर्मी, या बरसात हर समय चिंता करने वाले कुशलपाल लाला ने बताया कि पिछले पाँच छह दिन की मसख्त के बाद मुखर्जी ग्राउंड पर पानी की समस्या का हल आज हो गया।
पिछले वर्ष जनसहयोग से जो बोर करवाया गया था भगवान की कृपा से उसमे पर्याप्त पानी निकला था।
आज उसी बोर से जन सहयोग से मैदान के अंदर अंडर ग्राउंड पाइप लाइन का कार्य पूर्ण हुआ उस लाइन की आज टेस्टिंग की गयी जो सफल रही अब पूरा मैदान और मैदान पर लगे पेड़ पौधों को समय समय पर पानी मिला करेगा जो कि सदा हरे भरे रहेंगे।
लाला ने शुरू से आज तक जिन जिन भी सहयोगियों,दानदाताओं ने सहयोग-दान दिया उन सभी का, सभी खिलाड़ियों,पेड़ पौधों की ओर से दिल से आभार व्यक्त किया ।