Spread the love

आष्टा। करवा चौथ पर महिलाएं आज बुधवार को अपने पति की लंबी आयु,स्वस्थ जीवन की कामना के लिए करवा चौथ का व्रत रखा है,साथ ही कुंआरी युवतियां मनपसंद वर प्राप्ति के लिये शिव परिवार की पूजन कर चंद्र देव को अर्ध्य देगी।
आज बुधवार सुबह से महिलाओ ने निर्जला व्रत रखा है। ज्योतिषचार्य पं. डॉ दीपेश पाठक ने बताया कि बुधवार को भोपाल समयानुसार चंद्र उदय रात्री 08.24 बजे होगा। अलग अलग शहरों में इस समय के आसपास ही चंद्रदर्शन होंगे। 

फाइल चित्र

“करवा चौथ शुभ मुहूर्त”

चतुर्थी तिथि प्रारंभ: 4 नवंबर, बुधवार की सुबह 03 बजकर 24 मिनट से

चतुर्थी तिथि समाप्‍त: 5 नवंबर, सुबह 05 बजकर 14 मिनट तक

करवा चौथ पूजा का शुभ मुहूर्त: 4 नवंबर, बुधवार सायंकाल 05 बजकर 29 मिनट से शाम 06 बजकर 28 मिनट तक,

अर्घ्य: सायंकाल 8 बजे के बाद

करवा चौथ चंद्रोदय का समय – सायंकाल 8:24 के बाद

फाइल चित्र

ज्योतिषाचार्य डॉ. दीपेश पाठक ने बताया कि सुहागिनें हर साल अपने पति की लंबी उम्र की कामना में करवा चौथ का व्रत रखती हैं,लेकिन इस बार करवाचौथ कुछ खास है।
दुर्लभ संयोग बन रहा है। इस बार करवा चौथ का एक व्रत करने से असंख्य व्रतों का फल मिलेगा। करवा चौथ का त्यौहार इस बार बुधवार को आज मनाया जा रहा है। बुधवार को शुभ कार्तिक मास का मृगशिरानक्षत्र है। करवा चौथ पर बुध के साथ सूर्य ग्रह भी विद्यमान होंगे, दोनों की युति बुधादित्य योग बनाएगी।  इसके अलावा इस दिन शिवयोग के साथ ही सर्वार्थ सिद्धि, सप्त कीर्ति, महादीर्घायु और सौख्य योग बन रहे हैं।
सर्वार्थ सिद्धि में चतुर्थी तिथि प्रारंभ हो रही है, जबकि इस तिथि का अंत मृगशिरा नक्षत्र में होगा। 
यह अद्भुत संयोग करवाचौथ के व्रत को और भी शुभ फलदायी बना रहा है। इस दिन पति की लंबी उम्र के साथ संतान सुख भी मिल सकता है। 

फाइल चित्र

“करवा चौथ से मिलता है सौभाग्य फल”
नगरपुरोहित पं. मनीष पाठक ने बताया कि जब पांडव वन-वन भटक रहे थे तो भगवान श्री कृष्ण ने द्रौपदी को इस दिव्य व्रत के बारे बताया था।
इसी व्रत के प्रताप से द्रौपदी ने अपने सुहाग की लंबी उम्र का वरदान पाया था।
करवाचौथ के दिन श्री गणेश, मां गौरी और चंद्रमा की पूजा की जाती है।
चंद्रमा पूजन से महिलाओं को पति की लंबी उम्र और दांपत्य सुख का वरदान मिलता है। विधि-विधान से ये पर्व मनाने से महिलाओं का सौंदर्य भी बढ़ता है।
करवाचौथ की रात सौभाग्य प्राप्ति के प्रयोग का फल निश्चित ही मिलता है।

फाइल चित्र


समय के साथ आज इस व्रत ने भी आधुनिकता की चादर ओढ़ ली है,अब तो इस व्रत दिवस पर पाश्चात्य संस्कृति की भी झलक दिखने लगी है। आज महिलाएं विशेष श्रृंगार करती है,इसको लेकर आष्टा के सभी ब्यूटी पार्लर लगभग बुक है।
बाजारों में बड़ी संख्या में महिलाएं करवा चौथ के व्रत,पूजन की सामग्री खरीदने निकली है।
आज पति भी पत्नि को उपहार में साड़ी,सोने चांदी के आभूषण या अन्य कीमती उपहार आदि भेंट करते है। इसको लेकर भी आज पूजन सामग्री,साड़ियों की दुकानों,सराफा दुकानों पर भी खरीददारों की हलचल नजर आई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You missed

error: Content is protected !!