आष्टा – जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी श्री अवधेशानंद जी महाराज द्वारा संस्थापित प्रभु प्रेमी संघ का मासिक सत्संग श्रीनाथजी की हवेली बड़ा बाजार में संपन्न हुआ। इस धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन कोविड-19 के नियमो का पालन करते हुए किया गया। विश्वव्यापी महामारी के फलस्वरूप दिवंगत हुई नगर की हस्तियो के लिये भी दो मिनट का मौन रख कर श्रद्धांजति अर्पित की गई।
साथ ही दिवंगत आत्माओ के परिजन इस दुख की घड़ी में अपना होसला रख सके इसकी प्रभु से प्रार्थना की गई। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रभुप्रेमी संघ के संयोजक कैलाश परमार, अध्यक्ष सुरेश पालीवाल, प्रेमनारायण गौस्वामी, मोहनसिंह अजनोदिया, अजित कुमार जैन, राजेश शर्मा ने दीप प्रज्जवलन कर किया।
नगर के भजन गायक श्रीराम श्रीवादी, जीवन-अजयराज, लव-कुश बैरागी, सुमित चौरसिया, कौशिकी श्रीवादी, देवनारायण ठाकुर, द्वारा मीठे रस से भरियो री राधारानी लागे ……….., मेरे घनश्याम मैं तेरे नशे मे जीता हूॅ …………., तुम हमारे हो गुरूजी तुम हमारे ही रहोगे ……………., आप पुष्प बनो हम माली बने …………….., तेरा जिसने किया है श्रृंगार सांवरे ………………. जैसे सुप्रसिद्ध भजनों की प्रस्तुति दी गई।
भजन गायको ने भगवान की हवेली में उनकी भक्ति, श्रृंगार और उनके जीवन पर एक से बढ़ कर एक रचना सुनाकर उपस्थित कृष्ण भक्तो को भावविभोर कर दिया।
बाके बिहारी घनश्याम नेना नीर झले ……………, पलना नंद महल घर आयो ……………………., बरस रही कृष्णरस भक्ति लूटन वाले लूट रहे ……………….. जैसे भावप्रिय भजनो को श्रृंखलाबद्ध गाकर कृष्णमय माहौल बनाने मे कोई कमी नही रखी। सत्संग में जप, ध्यान, योग, उपस्थित श्रद्धालुओं द्वारा किया गया। हनुमान चालीसा का विशेष रूप से पाठ किया गया। वही महामृत्युंजय मंत्र, गायत्री मंत्र और गुरू मंत्र का जाप भी किया गया।
सत्संग में उपस्थित श्रद्धालुओ द्वारा भगवान की पूजन उपरांत गुरू चरण पादुका की विधि-विधान से पूजन की गई। कार्यक्रम का संचालन गोविंद शर्मा द्वारा किया गया कार्यक्रम में श्रीनाथजी हवेली मंदिर समिति एवं प्रभूप्रेमी सघ के सभी वरिष्ठ, सदस्यगण, पदाधिकारीगण के साथ ही बड़ी संख्या मे श्रद्धालुजन उपस्थित थे।