आष्टा। आष्टा की ए क्लॉस की कृषि उपज मंडी में थोड़ी सी भी आवक बढ़ती है तो कन्नौद रोड पर ट्रैक्टर ट्रालियों की लंबी लाइन लग जाती है। जिसके कारण कन्नौद रोड पर दिनभर जाम की स्थिति बनी रहती है।
जाम लगने के कारण आम नागरिक, वाहन चालक, रेहवासी, खास करके कन्नौद रोड के व्यापारी काफी परेशान होते रहते हैं। आज भी आष्टा मंडी प्रशासन की लापरवाही के कारण बार-बार मंडी के आवक गेट बन्द कर देने के कारण मंडी में भरपूर जगह खाली पड़ी होने के बाद भी ट्रैक्टर ट्रालीयो को अंदर नहीं आने दिया जा रहा था और इस कारण से करीब 2 किलोमीटर लंबी लाइन कन्नौद रोड पर दोनों और लग गई।
जिसके कारण व्यापारी तो परेशान होते रहे लेकिन कन्नौद रोड पर जाम की स्थिति भी बन गई। यातायात पुलिस पूरे समय यातायात को व्यवस्था करने में लगी रही लेकिन मंडी प्रशासन अपनी लापरवाही को व्यवस्थाओं में बदलने के प्रति कतई जागरूक नहीं हो पाया।। मंडी परिसर में व्यवस्था बिगड़ने पर व्यापारियों ने काफी देर तक नीलामी कार्य बंद रखा।
मंडी परिसर के मार्ग पर कुछ व्यापारियों ने सोयाबीन, मक्का आदि का ढेर लगा रखा था, जिससे आसपास के दुकानदारों के प्रतिष्ठानों पर खरीदी गई उपज नहीं पहुंच पा रही थी। जब आज मीडिया कर्मी, मंडी में पहुंचे तब मंडी प्रशासन की आंखें खुली तब उन्होंने मंडी में बिगड़ी व्यवस्थाओ को सुधारने के कदम उठाएं। कन्नौद रोड व्यापारियों के प्रतिनिधि विजेंद्रसिंह ठाकुर ने बताया कि मंडी में भरपूर जगह होने के बाद भी मंडी प्रशासन लापरवाही बरतता है तथा जो ट्रैक्टर ट्राली अनाज की आती है।
उन्हें मंडी प्रांगण में जगाह होने के बाद भी अंदर नहीं घुसने दिया जाता है। और वह मजबूरी में कन्नौद रोड पर दुकानों के सामने खड़े हो जाते हैं जिसके कारण घंटों जाम तो बना ही रहता है लेकिन व्यापारियों का व्यापार घंटों प्रभावित होता है। आज भी यही स्थिति घंटो निर्मित हुई वही मंडी व्यापारी संघ के अध्यक्ष रूपेश राठौर ने भी आज मंडी प्रशासन को काफी आड़े हाथों लेते हुए उनसे मांग की कि जो पूर्व में में व्यवस्थाओ को लेकर सुझाव दिये गये थे उस पर अमल किया जाए।
मंडी के पीछे नगर के एक व्यापारी खंडेलवाल द्वारा जब उन्होंने वाहनों को उनके खेत मे खड़े करने की स्वीकृति दे रखी है तो उक्त लंबी चौड़ी जगह जो उपलब्ध है उस पर जो ट्रैक्टर ट्राली कन्नौद रोड पर खड़े होते हैं उन्हें मंडी के पीछे उक्त मैदान में खड़े कर दिए जाएं ताकि अव्यवस्थाओं से निजात मिल सके। जब आज मीडिया कर्मी तथा व्यापारी एवं व्यापार संघ के अध्यक्ष ने आष्टा मंडी प्रशासन को काफी सवाल जवाब किए तब जाकर मंडी प्रशासन इस अव्यवस्था को व्यवस्था में बदलने के लिए सक्रिय हुआ।
आज मंडी सचिव साकेत ने भी व्यवस्थाओं में सुधार हेतु समस्त मंडी कर्मियों की एक बैठक भी ली तथा मंडी में जो दिक्कत आती है उसको लेकर उनसे चर्चा की। देखना है आने वाले समय में मंडी की आव्यवस्था जो फैली हुई है वे कैसे सुव्यवस्था मे बदलती है।