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आष्टा। स्थानीय नया दशहरा ग्राउंड पर 15 अक्टूबर को असत्य पर सत्य की विजय, अधर्म पर धर्म की जीत का यह पर्व अहंकार रूपी रावण के पुतले का दहन कर मनाया , इसी के साथ 21 फीट के कोरोना पुतला का भी दहन किया गया।

नगर के अलीपुर एवं पुराना दशहरे मैदान गंज में भी रावण के पुतले का दहन किया गया । राम – रावण का युद्ध भी हुआ। विसर्जन चल समारोह में आकर्षण का केंद्र बाहर से आए हुए कलाकार के साथ -साथ वह लड़कियां भी थी जो अखाड़े में अपनी कला का प्रदर्शन कर रही थी।

हिंदू उत्सव समिति के बैनर तले चल समारोह निकाला गया। जगह-जगह विभिन्न सामाजिक संगठनों एवं मुस्लिम समाज के संगठनों ने भी स्वागत कर सांप्रदायिक सद्भाव की मिसाल भी पेश की।

जिला पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी ने अलीपुर व कन्नोद रोड रावण दहन स्थल का निरीक्षण किया तथा एसडीओपी कार्यालय में अधीनस्थों को निर्देश दिए। नया दशहरा मैदान की व्यवस्थाओं को भी देखा।

रावण दहन कार्यक्रम शाम 6 बजे पश्चात पुराना दशहरा मैदान एवं अलीपुर में कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए संपन्न हुआ।

इसके पश्चात नया दशहरा मैदान,अलीपुर पर शानदार आतिशबाजी का प्रदर्शन करने के पश्चात राम — रावण का युद्ध और लंकापति रावण के 51 फीट ऊंचे पुतले का दहन किया गया ।

साथ ही कोरोना के पुतले का भी दहन किया गया ।जिसमें प्रभु श्रीराम ने रावण के पुतले का अपने अग्निवाण से दहन कर विजयादशमी पर्व की शुरुआत की। हजारों की संख्या में लोग ग्राउंड पर पहुंचे थे । हिंदू उत्सव समिति अध्यक्ष पंकज यादव एवं विजयादशमी उत्सव समिति अध्यक्ष राजेश भैय्या कुशवाह ने बताया कि कार्यक्रम की वीडियो रिकार्डिंग ऑनलाइन दिखाई गई।

 “देव व दानवों के बीच युद्ध हुआ”
देव दानवों के बीच युद्ध शास्त्रों में सुनी या रूपहले पर्दे पर देखा होगा। चल समारोह में देव दानवों के बीच प्रतीकात्मक युद्ध हुआ। इसे देखने के लिए हजारों लोग पहुंचे। आस्था से जुड़ी परंपरा बरसो से चली आ रही है। 


मान्यता है कि नवरात्रि में देवी-देवता उपासना करते है। समापन पर जब देवताओं को इसका फल मिलने का समय आता है तो असुर विघ्न पैदा करने आते है। देवताओं की शक्ति के आगे असुर टीक नहीं पाते। वे देवताओं के क्रोध और आक्रमण से भाग जाते है। इस परंपरा का निर्वहन किया जा रहा है।


नगर के दशहरा मैदान पर आयोजन समिति द्वारा प्रशासन की गाइडलाइन का पालन करते हुए सांकेतिक रूप से 51 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया । भाऊबाबा मंदिर से श्री राम एवं लक्ष्मण का विजय तिलक कर चल समारोह प्रारंभ किया गया ,जो नगर के प्रमुख मार्गो से होता हुआ पुराना दशहरा मैदान पहुंचा।


“अलीपुर में भी धूमधाम से मना दशहरा”
आज अलीपुर में भी अध्यक्ष दिनेश सोलंकी के नेतृत्व में इंदौर नाके से विजयदशमी का चल समारोह शुरू हुआ जो शाम को रेस्टहाउस के सामने स्तिथ दशहरा मैदान पहुचा। यहा राम रावण युध्द हुआ,आकर्षक आतिशबाजी का प्रदर्शन हुआ। कार्यक्रम में उपस्तिथ अतिथियों का समिति ने स्वागत सम्मान किया। दोनों अध्यक्ष राजेश कुशवाह भैय्या, दिनेश सोलंकी ने सभी का आभार के साथ दशहरा की बधाई दी है।

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