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सीहोर। दस दिवसीय पर्यूषण महापर्व के द्वितीय दिवस श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर स्तिथ छावनी में पर्यूषण पर्व  के अवसर पर दस लक्षण धर्म के  द्वितीय  अध्याय  उत्तम मादृव धर्म   विधान , पूजा अर्चना ब्रहमचारी बहन  सुमन तथा बहन कविता   दीदी के सानिध्य में श्रावक श्राविकाओ ने पुण्य लाभ अर्जित किया। श्रावक विमल जैन ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जानकारी देते हुए बताया


“संस्कार मंत्रोचारण के साथ प्रथम अभिषेक”
श्री पार्श्वनाथ भगवान की  मूर्ति  के स्वर्ण कलश से प्रथम अभिषेक  8 वर्षीय  बालक विवान विशाल जैन लिलेहरिया ने  प्रथम बार ब्रहमचारी बहन सुुुमन एवं कविता दीदी ने संस्कार मंत्रोचारण विधी विधान से  अभिषेक पूजा अर्चना धार्मिक अनुष्ठान  संपन्न  किया । उपस्थित जन समुदाय ने करतल ध्वनि से अनुमोदना करते हुए बालक मे धार्मिक प्रभावना ओर रूचि  पर हर्ष व्यक्त करते हुए आशीर्वाद प्रदान किया । इस अवसर पर ब्रहमचारी दीदी ने बताया की  धार्मिक  नियमों के अनुसार 8 वर्ष की उम्र से  बालक को अभिषेक पूजा अर्चना के संस्कार देना चाहिए इसी पावन उददेश्य को लेकर  आज विवान ने  प्रथम अभिषेक संस्कार मंत्रोचारण के साथ धार्मिक अनुष्ठान संपन्न किया है ।


मुख्य  विधान कर्ता  विमल जैन,  सुनील,अशोक कुमार,अजीत , अजय, दीपक ,पारस विशाल विजय टोनी  शिवांग,अरनव  विवान लिलेहरिया परिवार ने ब्रहमचारी दीदी के सानिध्य मे  धार्मिक अनुष्ठान संपन्न कर धर्म लाभ अर्जित किया । इस अवसर पर शांति धारा एवं कलश करने का सौभाग्य अन्य श्रावक श्राविकाओ मे मनीष चढतीमल लिलेहरिया,शोभित राजेश,अरघ पंकज, पर्व मोहित, निश्चल जीवन कोठरी,को प्रापत हुआ ।


“दोपहर में  तत्वार्थ सूत्र छहढाला का वाचन किया गया”
संध्या को महाआरती विलसन जैन एंड पार्टी ने संगीत मय आरती गायन किया। 
शास्त्र वाचन,जिनवाणी अर्चना के पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रम धार्मिक कथा के आधार पर  बालक बालिकाओं द्रारा नृत्य नाटिका के माध्यम से माता पिता सेवा की अनुकरणीय प्रेरणा स्त्रोत प्रस्तुति दी गई जिसे उपस्थित जन समुदाय ने  करतल  ध्वनि से बच्चो का उत्साह वर्धन किया।

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