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आष्टा। जावर की सेवा सहकारी समिति में समय पर उपभोक्ताओं को ना तो खाद्यान्न दिया जाता है और ना ही केरोसिन। इस बात की शिकायत जब उपभोक्ताओं द्वारा स्थानीय प्रशासन सहित कलेक्टर को की गई तो शिकायतों की जांच हेतु सहायक आपूर्ति अधिकारी को जांच अधिकारी नियुक्त कर जांच प्रतिवेदन देने हेतु एसडीएम ने निर्देशित किया था। उक्त मामले की जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के पश्चात प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम सहित उक्त सेवा सहकारी समिति के जिम्मेदारों को एसडीएम द्वारा अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस जारी किया गया है। वहीं जांच में 16 लाख रुपए से अधिक का गवन होना पाया गया है। विशेष बात यह है कि उक्त सेवा सहकारी समिति ने प्रशासन की जानकारी में लाए बिना ही विक्रेता सेवा सहकारी समिति संजीव मालवीय को सेवा से पृथक कर दिया। जांच के दौरान उसे बुलाया गया, लेकिन वहां उपस्थित नहीं हुआ।


एसडीएम विजय मंडलोई से इस संबंध में जानकारी प्राप्त की गई तो उन्होंने बताया कि जावर की सेवा सहकारी समिति के द्वारा उपभोक्ताओं को समय पर खाद्यान्न में केरोसिन नहीं दिया जा रहा था मार्च माह में राशन का वितरण समय पर नहीं किया गया ।शिकायत  प्राप्त हुई थी। जिस पर अशोक कुमार सत्यार्थी सहायक आपूर्ति अधिकारी सीहोर को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया था। उन्होंने 30 जुलाई को अपनी जांच रिपोर्ट दी है ।जिसमें उक्त सेवा सहकारी समिति में शासकीय उचित मूल्य की दुकान संचालित होती है ।

जिसमें जावर के वार्ड क्रमांक 3, 10, 11 ,12, 13 एवं अन्य 2 ग्रामों के उपभोक्ताओं को राशन दिया जाना चाहिए था ।लेकिन इस सेवा सहकारी समिति के विक्रेता अर्थात सामग्री देने वाले संजू मालवीय ने उपभोक्ताओं को न तो समय पर खाद्यान्न दिया और ना ही रिकॉर्ड मेंटेन किया। जांच अधिकारी सहायक आपूर्ति अधिकारी श्री सत्यार्थी के अनुसार जांच में पाया गया कि उक्त उचित मूल्य की दुकान पर ना तो बोर्ड पर कोई जानकारी अंकित की गई कि इतना स्टॉक आदि है ।काफी गंभीर अनियमितताएं जांच में मिली है तथा खाद्यान्न की कालाबाजारी एवं गवन करना भी पाया गया है। मध्य प्रदेश सार्वजनिक वितरण प्रणाली नियंत्रण आदेश 2015 में कंडिका 16 (2) एवं16(08) में दिए गए प्रावधान अंतर्गत अभियोजन की कारवाई सुनिश्चित करने के लिए एसडीएम विजय मंडलोई ने जावर सेवा सहकारी समिति के लिपिक त्रिलोक शर्मा, विक्रेता संजू मालवीय , प्रबंधक सेवा सहकारी समिति जावर ,सहायक प्रबंधक सेवा सहकारी समिति जावर, प्रशासक सेवा सहकारी समिति, क्षेत्रिय खाद्य शाखा अधिकारी अनुविभाग आष्टा एवं प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम आष्टा को नोटिस जारी कर 8 सितंबर को अपना पक्ष एसडीएम के समक्ष प्रस्तुत करना है।


“जांच अधिकारी ने जांच के दौरान क्या पाया”
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार चार्ज के दौरान शाखा प्रबंधक जिला सहकारी केंद्रीय बैंक जावर ने बताया कि उच्चतम दुकान की राशि का आठ लाख रुपए जमा नहीं कराया है।  गेंहू 178 क्विंटल से अधिक, चावल 82 क्विंटल बाजरा 2.44 क्विंटल,नमक और केरोसिन 2463 लीटर कुल आठ लाख रुपए से अधिक का खाद्यान्न आदि कम पाया गया।
“बैंक प्रबंधक एवं आपूर्ति अधिकारी क्या करते रहे”
जावर की सेवा सहकारी समिति के विक्रेता अर्थात सामग्री देने वाले संजू मालवीय द्वारा उचित मूल्य सामग्री देने के पश्चात बैंक में राशि 8 लाख रुपए जमा नहीं कराना तथा इतनी ही राशि से अधिक का खाद्यान्न उचित मूल्य की दुकान से कालाबाजारी होना,इस बात का सूचक है कि बैंक प्रबंधक सहित आपूर्ति अधिकारी भी  दोषी है। उक्त सेवा सहकारी समिति में विक्रेता के पद से संजीव मालवीय को प्रशासन को सूचना दिए बिना सेवा से पृथक करना किस बात का सूचक है ।इस पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। इस मामले की अगर ओर गहराई में जा कर जांच हो तो ओर भी बहुत कुछ उजागर हो सकता है.?

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