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आष्टा। पुलिस अधीक्षक सीहोर श्री एस.एस.चौहान द्वारा कोरोना महामारी को दृष्टिगत रखते हुये रेमडेसिवर एवं ऑक्सीजन तथा अन्य आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी पर रोक लगाने के उद्देश्य से जिले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीहोर के नेतृत्व में टीम गठित की गई हैं।

श्री एसएस चौहान एसपी सीहोर

दो दिन पूर्व आष्टा एसडीएम विजय कुमार मंडलोई,एसडीओपी मोहन सारवान,बीएमओ डॉ प्रवीर गुप्ता,तहसीलदार रघुवीरसिंह मरावी,पार्वती थाना प्रभारी प्रवीण जाघव,नायब तहसीलदार अंकिता वाजपेयी,पूर्णिमा शर्मा से राजस्व,पुलिस,स्वास्थ विभाग के अमले के साथ आष्टा में मालीपुरा जोड़ पर स्तिथ सरकार मेडिकल स्टोर्स,अलीपुर में स्तिथ प्राइवेट अस्पताल महादेव हॉस्पिटल,न्यू लाइफ हॉस्पिटल पर छापा मार कार्यवाही की गई थी।

प्रशासन को खबर थी की उक्त मेडिकल दुकान से कोविड के मरीजो को लगने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी होती है,मारे छापे में टीम को पूछताछ में कुछ इससे सम्बंधित जानकारी मिलने पर एसडीएम के निर्देश पर उक्त सरकार मेडिकल स्टोर्स को सील करने की कार्यवाही की,वही उक्त दोनों अस्पतालों में भी कोविड के मरीज इलाज हेतु भर्ती मिले, कोई भी पात्र डिग्रीधारी डॉक्टर्स नही मिला जिस पर जांच दल ने दोनों अस्पतालों की जांच रिपॉर्ट एसडीएम के समक्ष अग्रिम कार्यवाही हेतु प्रस्तुत कर दी।


इसी क्रम में पार्वती पुलिस ने मालीपुरा जोड़ पर राहुल मेवाड़ा के घर के सामने सरकार मेडिकल स्टोर को सील कर दिया है। 04 आरोपियों द्वारा कोरोना से पीडि़त मरीज का अटेंडर बनकर रेमेडेसिवर इंजेक्शन प्राप्त कर अपने दो साथियों के माध्यम से अत्याधिक दामों में बेचकर लोगों के साथ छल कर आपदा के समय जीवन रक्षक दवाई कि कालाबाजारी कर अवैध लाभ अर्जित किया गया था।

श्री मोहन सारवान एसडीओपी आष्टा

एसडीओपी मोहन सारवान ने जानकारी देते हुए बताया आज इस मामले में पार्वती थाना पुलिस ने 4 लोगो को शेषपाल,जयदीप,राकेश राजपूत,नरेन्द्र ठाकुर को गिरफ्तार कर इनके पास से 1 रेमडेसिविर इंजेक्शन,4500 रुपये नगदी,एक स्कूटी जिसमे उक्त इंजेक्शन छुपा कर रखा था,3 मोबाइल जप्त किये है। पुलिस की जांच जारी है, पुलिस इस मामले में वहा पहुचने में लगी है जहाँ से कालाबाजारी करने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन प्राप्त कर उसे मनमाने दामों में मजबूरी का फायदा उठा कर बेचा जाता था। इस मामले के तार नीमच मामले से तो नही जुड़े है,क्योकि सूत्रों से खबर आ रही है कि दोनों मामलों में एक आरोपी ऐसा है जो दोनों मामलों में आरोपी है,आज गिरफ्तार एक आरोपी के तार इस कालाबाजारी में खबर आ रही है कि सीहोर भोपाल से भी जुड़े हो सकते है, ऐसा बताया जा रहा है.? पुलिस मेडिकल दुकान के दस्तावेजों को भी खंगाल रही है।

पार्वती पुलिस ने आरोपियों के विरूद्ध भादवि. की धारा 269,270, 420,34 भादवि. 53,57 आ.प्र.अधि., महामारी अधि0 की धारा 3, आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा 3/7 ड्रग्स कन्ट्रोल एक्ट की धारा 13 आदि के तहत कार्यवाही की हैं । कल आष्टा पुलिस ने इतनी बड़ी कार्यवाही की एवं 11 मई को नीमच पुलिस आष्टा से रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी कर उक्त इंजेक्शन 28 हजार में बेचने वाले मामले में एक डॉक्टर सहित 3 लोगो को गिरफ्तार कर इनके पास से 2 इंजेक्शन जप्त कर नीमच ले गई है।


पार्वती थाना पुलिस के लिये इस मामले की जड़ तक पहुचना बड़ी चुनोती है,देखना होगा पुलिस इस मामले में कितनी बड़ी से बड़ी सफलता अपने खाते में लाती है।
इस मामले में एक बड़ी बात सामने आई है की आरोपियों ने जिस बीमार मरीज सुरेंद्र को उक्त इंजेक्शन लगना है बता कर उसका आधार कार्ड,डॉक्टर का पर्चा आदि दस्तावेजों को दिखा कर मीत मेडिकल एजेंसी से रेमडेसिविर इंजेक्शन प्राप्त किये,वो इंजेक्शन इस मरीज को लगा ही नही था,क्योकि उक्त मरीज को कोविड था ही नही उसे तो टाइफाइड था। खरीदा गया उक्त इंजेक्शन को राकेश राजपूत ने जयदीप को 12 हजार में बेचा गया।

ये भी जांच का विषय बन गया है। एसडीओपी मोहन सारवान ने बताया की इस मामले में एक आरोपी ने एक एमबीबीएस डॉक्टर के लेटरपेड का दुरुयोग कर उक्त इंजेक्शन प्राप्त किया है। गिरफ्तार चारो आरोपियों पर एनएसए की कार्यवाही भी कलेक्टर सीहोर के समक्ष प्रस्तुत कर दी है। आज पूछताछ में पार्वती थाना पुलिस के सामने संजीवनी अस्पताल का भी नाम सामने आया है। संजीवनी अस्पताल के ओपीडी रजिस्टर,मरीज के इलाज के पर्चे आदि भी जप्त किये है।

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