आष्टा। कुछ लोग होते है जो आपदा,संकट,विपत्ति में पीड़ितों का सहारा बन जाते है,कुछ लोग ऐसे भी होते है जो आपदा,संकट,विपत्ति को अवसर में बदल कर भरपूर लाभ उठा कर फायदा उठाने में जुट जाते है। ऐसे लोग हर जगह मिल जाते है। इन दिनों पूरा देश कोरोना संकट से जूझ रहा है,इस संकट की घड़ी में पीड़ितों के लिये कई लोग,संस्थाएं, संगठन जैसे हो,जितनी हो सहायता कर पीड़ितों की सेवा सहायता कर रहे है। वही कुछ लोग इसकी आड़ में दोनों हाथों से लूटने में भी लगे है,ऐसे लोगो पर शासन,प्रशासन,पुलिस शिकंजा भी कस रही है। रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वालो के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के सरकार के निर्देशों के बाद उज्जैन आईजी के निर्देश नीमच पुलिस ने एक एसआईटी का गठन किया।
नीमच पुलिस को लगातार शिकायते,सूचना,जानकारी मिल रही थी की यहा उक्त रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी हो रही है,गठित एसआईटी ने अपने मुखवीर,सूत्र लगाये तब उन्हें एक मोबाइल नम्बर मिला ये नम्बर ग्वाला के सुनील पाटीदार का था, पुलिस ने इससे मरीज के परिजन बन बात की एक इंजेक्शन देने की बात हुई,पहले उन्होंने नीमच में ही इंजेक्शन की डिलेवरी देने की बात की,बाद में सुनील ने यही आष्टा आ कर इंजेक्शन ले जाने को कहा कीमत 28 हजार तय हुई,पैसे खाते में डालने की भी बात हुई,नीमच पुलिस ने खाते को चेक करने का कह कर उसमे 10 रुपये डाल कर चेक किया,भुगतान सफल रहा,पर पुलिस ने पूरी राशि इंजेक्शन ले कर देने की बात की।
11 मई को नीमच जिले की गठित एसआईटी की टीम टीआई नरेन्द्रसिंह ठाकुर के निर्देशन में एसआईटी के 4 सदस्यों की टीम एसआई सुमित मिश्रा के नेतृत्व में जिसमे एएसआई कपिल पंवार एवं कैलाश कुमरे, आरक्षक लक्की शुक्ला शाम को जावर जोड़ पहुची यहा सुनील पाटीदार से तय हुई इंजेक्शन की डिलेवरी के लिये बताया की हम जावर जोड़ पहुच गये है,सुनील पाटीदार आया उसको टीम ने तय 28 हजार का भुगतान कर इंजेक्शन की डिलेवरी प्राप्त की,जैसे ही इंजेक्शन टीम को प्राप्त हुआ टीम ने सुनील पाटीदार को रंगे हाथों दबोच लिया,पूछताछ में सुनील ने बताया उसे ये इंजेक्शन शैलेन्द्र पटेल ने उपलब्ध कराया है।उक्त टीम सुनील पाटीदार को लेकर आष्टा पहुची।
सुनील की निशानदेही पर नीमच की उक्त एसआईटी की टीम ने आष्टा पहुच कर शेलेन्द्र पटेल को दबोचा, जब शैलेन्द्र पटेल से पूछताछ की तो उसने बताया उसे ये इंजेक्शन महादेव अस्पताल के डॉ संदीप माहेश्वरी ने उपलब्ध कराया है,तब शैलेन्द्र की निशानदेही पर नीमच से आई एसआईटी की टीम महादेव अस्पताल के डॉ संदीप माहेश्वरी के कन्नोद रोड स्तिथ निवास पर पहुची और डॉ संदीप को दबोचा इनके घर से एसआईटी नीमच पुलिस ने एक इंजेक्शन भी जप्त किया।
एसआई मिश्रा ने हमारे प्रतिनिधि सुशील संचेती को इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया की रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी की लगातार शिकायतों के बाद गठित एसआईटी ऐसे तत्वों की खोज में जुटी हुई थी,जो सोर्स डेवलप किये थे,उसी के तहत इन लोगो की जानकारी मिली थी की इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले जो आष्टा के है नीमच जिले में इंजेक्शन की डिलेवरी करने आने वाले है,ओर उस सूचना के तहत टीम आगे बढ़ते बढ़ते आष्टा पहुची ओर इन तीनो को दो इंजेक्शन सहित दबोचा, इन तीनो सुनील पाटीदार,शैलेन्द्र पटेल,डॉ संदीप माहेश्वरी के खिलाफ नीमच केंट थाने में धारा 420,आवश्यक वस्तु अधिनियम,आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 53,57,महामारी अधिनियम की धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज कर गिरफ्तार तीनो आरोपियों को न्यायालय में पेश किया,ओर पूछताछ के लिये न्यायालय ने नीमच पुलिस को पीआर पर सौपा है,पुलिस इनसे पूछताछ कर इसकी तह में जाने में जुटी है।
पकड़े गये डॉ संदीप माहेश्वरी आष्टा के अलीपुर के महादेव अस्पताल में कार्यरत है,वही शैलेन्द्र पटेल किसी प्राइवेट अस्पताल में मेल नर्स के रूप में कार्यरत है। नीमच केंट पुलिस ने 400 किमी दूर से आ कर आष्टा के उन कालाबाजारियों को दबोच लिया जो इंजेक्शन की कालाबाजारी कर माल कमा रहे थे,वही 1 किमी के दायरे में तैनात आष्टा ओर पार्वती थाना पुलिस को इस काले व्यापार,इसके आरोपियों की आखिर क्यों कानो कान खबर नही लग पाई.? क्या इस मामले को एसपी श्री एसएस चौहान संज्ञान में लेंगे.? अगर नीमच पुलिस,एसआईटी पकड़े तीनो आरोपियों से अच्छी तरह से पूछताछ करे तो इस मामले का एक बड़ा रैकेट का खुलासा हो सकता है ऐसी चर्चा,कार्यवाही की खबरों के बाद आष्टा में है.?