आष्टा। कोरोना संक्रमण की खतरनाक दूसरी लहर ने आज हर आम,खास,अमीर,गरीब को चिंतित कर रखा है,संकट गम्भीरता की ओर बढ़ता जा रहा है। भारत सरकार,प्रदेश सरकार एक महामारी से निपटने के लिए अपने स्तर पर हर तरह के प्रयास कर रही है। सबसे ज्यादा संकट अस्पतालों में बिस्तरों की,बिस्तर मिल जाये तो,गम्भीर मरीजो के लिये ऑक्सीजन,रेमडेसिविर इंजेक्शन का संकट,वैसे इस मामले में सरकार का दावा है कि इन दोनों की आपूर्ति लगातार बढ़ रही है,ओर बढ़ती रहेगी।
ऐसे संकट के समय मे समाजसेवी,सेवा संस्थाएं,दानदाता,भी कोविड मरीजो के लिए जो कर सकते है वो कर रहे है। आष्टा में कई ऐसे लोग,संस्था,संगठन है जो कोविड के मरीजो को ऑक्सीजन गैस निशुल्क उपलब्ध करा रहे है। क्योंकि उनके पास ऑक्सीजन के सिलेंडर उपलब्ध है,उसका वे लोगो की सेवा में उपलब्ध करा कर सेवा के साथ पुण्य अर्जन का कार्य कर रहे है जिसकी जितनी प्रशंसा की जाये सब को करना चाहिये वही सूत्रों से खबर है की आष्टा में एक व्यक्ति सेवा के नाम पर पीड़ित परिवारों से ऑक्सीजन के सिलेंडर के नाम पर 1 हजार रुपये वसूल कर सेवा शब्द को कलंकित कर रहा है।
ये जो व्यक्ति है वो केवल स्वयं आत्मचिंतन ही कर ले कि क्या वो गम्भीर कोविड मरीजो को आवश्यकता पड़ने पर लगने वाली ऑक्सीजन गैस सिलेंडर का जो 1 हजार शुल्क मांगता है वो उचित है। वो जो शुल्क मांगते है,लेते है,लिये भी है वो अनुचित तो नही है,ये उनका विषय है लेकिन उससे हट कर क्या ऐसे संकट के समय मे जब पूरे देश मे दानदाता,समाजसेवी सेवा के लिए आगे आये है,क्या इस पुण्य के कार्य मे अभी वे भी अपनी ओर से कुछ आहुति नही दे सकते है.? ऑक्सीजन सिलेंडर के बदले 1 हजार मांगने वाले जरा उन से ही प्रेरणा ले की कल सीहोर में कलेक्टर की अपील पर सीहोर के तीन व्यापारिक प्रतिष्ठानों बादशाह फेब्रिकेशन,राकेश झा एजेंसी,ड़ी एस ट्रेडर्स ने 81 ऑक्सीजन के गैस सिलेंडर कोविड के मरीजो के लिये जिला अस्पताल को सौपे। आज आष्टा में मेडिकल एसोसिएशन ने पंखे,ट्यूबलाईट, गीतांजलि मोबाईल ने जरूरी उपकरण सिविल अस्पताल आष्टा को सौप सेवा धर्म निभाया है।
हम उम्मीद करते है,ऑक्सीजन सिलेंडर के बदले 1 हजार सेवा शुल्क बसूलने वाले महाशय की इस नीति में जरूर बदलाव होगा..?