“18 एवं 19 अप्रैल को अवकाश दिवस में भी चालू रहेगी गेंहू की खरीदी”
शासन के निर्देशानुसार जिले में गेंहू उपार्जन का कार्य किया जा रहा है। कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी श्री आकाश चंदेल ने बताया कि किसानों की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए जिले के सभी उपार्जन केंद्रों पर 18 अप्रैल एवं 19 अप्रैल को अवकाश के दिन भी गेंहू खरीदी एवं स्लॉट बुकिंग का कार्य चालू रहेगा।


“कलेक्टर ने नरवाई प्रबंधन रथ को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना”
कलेक्टर श्री बालागुरू के. ने कृषि विभाग के नरवाई प्रबंधन रथ को कलेक्ट्रेट परिसर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह नरवाई प्रबंधन रथ जिले के विभिन्न गांवों में जाकर किसानों को नरवाई जलाने के नुकसान और प्रबंधन के उपायों के बारे में जानकारी देगा और नरवाई न जलाने के लिए प्रेरित करेगा।


कलेक्टर श्री बालागुरू के. ने कहा कि इस नरवाई प्रबंधन रथ का उद्देश्य जिले में नरवाई जलाने की घटनाओं को रोकना, पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाना, खेतों की मिट्टी उपजाऊ बनाये रखना एवं जन धन हानि को रोकना है। इस अवसर पर डिप्टी कलेक्टर श्री सुधीर कुशवाह कृषि विभाग के उप संचालक श्री केके पांडे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।


“जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर आयुष्यमान आरोग्य शिविर आयोजित”
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले के सभी सभी आयुष्मान आरोग्य मंदिरों तथा मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिकों एवं उप स्वास्थ्य केन्द्रों पर आयुष्मान आरोग्य शिविरों का आयोजन किया गया और आने वाले सभी मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई गईं।

सीएमएचओ सुधीर डेहरिया ने जानकारी दी कि इन शिविरों के माध्यम से एनसीडी कार्यक्रम के तहत चिन्हित हितग्राहियों को एक माह की निशुल्क दवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं तथा 30 वर्ष से अधिक आयु के हितग्राहियों की स्क्रीनिंग कर उन्हें कार्यक्रम अंतर्गत पंजीकृत किया जा रहा है।


इसके साथ ही टीबी एवं सिकल सेल एनीमिया की जांच एवं स्क्रीनिंग भी की जा रही है। शिविर में आने वाले हितग्राहियों की आभा आईडी भी बनाई जा रही है। शिविरों में आने वाले मरीजों को लू से बचाव के उपायों के बारे में जानकारी दी जा रही है। इसके साथ ही शिविरों में अन्य स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रदान की जा रही हैं।

“विद्युत विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही का खमियाजा भुगत रहा किसान, 2 साल से जप्त जल मोटर ओर सामग्री प्राप्त करने किसान लगा रहा है अधिकारियों के चक्कर”

आष्टा के ग्राम बमुलिया भाटी के किसान जीवन सिंह पिता ऊँकार सिंह के खेत पर सिंचाई के लिए लगी मोटर को बिल की बकाया राशि जमा नही कराने पर सुपरवाइजर ,लाइनमैन,ओर सहायक लाइनमैन ने किसान की अनुपस्थिति में महिलाओं के सामने जप्त कर ले गए थे । किसान द्वारा उसके बाद अपनी बात रखते हुवे एक लिखित आवेदन दिया

बागेर में दिया था कि उसका कनेक्शन 9 हॉर्स पावर का कर दिया गया है । जबकि उसकी मोटर 5 हॉर्स पावर की है पहले उसको कम किया जाए किसान बिल भरने को तैयार था । किंतु विभाग की लापरवाही के चलते ऐसा नही हुवा ओर लगातार किसान का बिल बढ़कर एक लाख रुपये से अधिक का हो गया ।


इस बीच किसान के पास मोटर नही थी फिरभी किसान ने बिल की क़िस्त जमा की तीस हजार रुपये बावजूद उसके किसान का न तो बिल कम हुवा ओर न ही उसकी जो मोटर ,स्टार्टर और डोरी केबल जिसकी कीमत लगभग ₹ 30 हजार है

किसान को वापस नही की गई किसान और उसका भाई बागेर से लेकर आष्टा तक अधिकारियों एवं सुपरवाइजर राजेन्द्र देवड़ा, लाइनमैन चन्दर परमार बगड़ावदा, नरेंद्र भाटी हेल्पर महेंद्र वर्मा से अपनी मोटर वापस करने की गुहार लगाता रहा । 2 साल होने के बावजूद भी किसान की मोटर कहां है इसका कोई पता नहीं है ।


कोई कहता है कि डिपार्टमेंट में है बागेर के ऑफिस में है तो कोई आष्टा आफिस मे बता कर किसान को गुमराह करते रहे है । किंतु किसान की मोटर और बाकी सामग्री कहां है इसका कोई भी उचित जवाब किसान को नहीं मिल रहा है । किसान अधिकारियों के बाद स्थानीय विधायक गोपाल सिंह इंजीनियर से भी मिलकर उन्हें भी आवेदन दिया है । किसान जो कि भाजपा नेता भी है अपनी ही सरकार में परेशान हो रहा है । तो अन्य किसानों का या आम आदमी का क्या हाल होगा ।


विभाग की लापरवाही का अंदाजा लगाया जा सकता है। किसान ने इस मामले में लिखित आवेदन डीई आष्टा को दिया है उसके अलावा भी उच्च अधिकारियों को लिखित आवेदन देकर न्याय की गुहार की है कि उसकी मोटर वापस की जावे । अब देखना होगा कि किसान को कब न्याय मिलता है और इस मामले में दोषी लोगो पर विभाग क्या कार्यवाही करेगा ।
