आष्टा । न्यायालय परिसर, आष्टा में राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के आदेशानुसार दिनांक 14 दिसम्बर 2024 को नेशनल लोक अदालत में सर्वप्रथम माॅ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष तहसील विधिक सेवा समिति, आष्टा की अध्यक्ष / प्रथम जिला न्यायाधीश, श्री महेश कुमारचौहान एवं न्यायाधीश श्रीमती वंदना त्रिपाठी, न्यायाधीश श्री नदीम जावेद खान, न्यायाधीश श्रीमती रिचा शर्मा, श्रीमती रिचा जैन, भारतीय स्टेट बैंक, कन्नौद रोड, कन्नौद मिर्जी,
कोठरी, जावर, के मुख्य शाखा प्रबंधक अरूण सिन्हा प्रबंधक कन्नौद रोड रिंकू मुजालदार प्रबंधक रजत जैन, अन्केश प्रबंधक, प्रबंधक जावर शम्भूनाथ चैधरी, मध्यप्रदेश विद्युत वितरण कम्पनी लिमिटेड के उपमहाप्रबंधक रमेश सिंह अधिवक्ता संघ अध्यक्ष कृपाल सिंह ठाकुर, अधिवक्तागण एवं कर्मचारीगण ने माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर नेशनल लोक अदालत का प्रारंभ किया गया।
लोक अदालत का चर्चित मामला यह रहा कि निवासी ग्राम पगारिया हाट, आष्टा जिला सीहोर में आवेदिका रानू मालवीय अपने एक बच्चे के साथ दो वर्ष से पति अजय मालवीय से मनमुटाव के कारण घर बैठी थी उसे न्यायाधीश श्रीमती वंदना त्रिपाठी, न्यायिक मजिस्ट्रेेट प्रथम श्रेणी, आष्टा तथा अजब सिंह ठाकुर अधिवक्ता की समझाईश से पति अजय मालवीय के साथ प्रकरण में समझाईश देकर
राजीनामा करवाया गया एवं पुष्पगुच्छ देकर दोनों को हंसी-खुशी के साथ रहने हेतु ससुराल रवाना किया गया। लंबित प्रकरणों में विशेष न्यायाधीश (एससी/एसटी एक्ट) श्री हेमंत जोशी के द्वारा कुल विद्युत प्रीलिटिगेशन के 250 प्रकरण निराकरण के लिए रखे गए थे। जिसमें से राजीनामा अनुसार कुल 2451-3 प्रकरणों का निराकरण हुआ। न्यायालय के कुल 62 प्रकरण रखे गए थे जिनमें से 55 प्रकरणों में 117 पक्षकारो को 9215056 रूपये का लाभ हुआ।
न्यायाधीश श्रीमती वंदना त्रिपाठी के न्यायालय में प्रीलिटिगेशन के सम्पत्तिकर/जलकर के कुल 87 प्रकरणों का निराकरण हुआ जिसमें 87 पक्षकारगण 487540 रूपये जमा कराये गये तथा न्यायालय के कुल 50 प्रकरण निराकरण हेतु रखे गए थे जिनमें 40 प्रकरणों में आपसी सहमति से प्रकरणों का निराकरण हुआ।
तथा 93 पक्षकारों को 497050 रूपये का लाभ प्राप्त हुआ, इसी प्रकार न्यायाधीश श्री नदीम जावेद खान के न्यायालय में बैंक प्रीलिटिगेशन के कुल 250 प्रकरण जिसमें से 104 का निराकरण हुआ और 104 पक्षकारगण को 7265006 रूपये राशि राजीनामा अनुसार जमा करायी गई एवं न्यायालय के कुल 22 प्रकरण निराकरण हेतु रखे गए थे जिसमें ने 22 प्रकरणों का निराकरण हुआ
जिसमें 46 पक्षकार 2299300 रूपये लाभान्वित हुए। न्यायाधीश श्रीमती रिचा शर्मा के न्यायालय में 46 प्रकरण निराकरण हेतु रखे गए थे जिसमें से 34 प्रकरण निराकृत हुए तथा 90 पक्षकारगण को 3108115 रूपये का लाभ प्राप्त हुआ। न्यायाधीश श्रीमती रिचा जैन के न्यायालय में 78 प्रकरण निराकरण हेतु रखे गए थे जिसमें से 48 प्रकरण निराकृत हुए तथा 94 पक्षकारगण को 4252000 रूपये का लाभ प्राप्त हुआ।