घायल बालक की इस हालत का जिम्मेदार आखिर कौन.?
सीहोर । कलेक्टर श्री प्रवीण सिंह तथा एसपी श्री मयंक अवस्थी ने रात लगभग 11 बजे जिला अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। जिला अस्पताल के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्री सिंह एवं एसपी श्री अवस्थी ने अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे की संख्या बढ़ाने तथा मेंन गेट में और लाइट लगाने के निर्देश दिए।
उन्होंने सीसीटीवी कैमरे से 24 घंटे निगरानी के साथ ही डेटा सुरक्षित रखने के निर्देश दिए। उन्होंने अस्पताल भवन के पीछे का प्रवेश द्वार बंद रखने के निर्देश दिए। पिछला प्रवेश द्वार केवल आपात परिस्थितियों में आवागमन के लिए उपयोग करने तथा वहां से प्रवेश करने वाले व्यक्ति का पूरा ब्यौरा दर्ज करने के निर्देश दिए।
एसपी श्री अवस्थी ने सुरक्षा के मद्दे नजर तीन पुलिसकर्मी बढ़ाने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने एएनएम ट्रेंनिंग सेंटर की छात्राओं से अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने छात्राओं से असहज परिस्थितियों का एहसास होने या किसी भी तरह की समस्या होने पर तत्काल प्रबंधन को सूचित करने के लिए कहा।
उन्होंने मरीज एवं अटेंडर के अलावा अन्य व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक लगाने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुधीर डेहरिया के अलावा अन्य चिकित्सक एवं प्रबंधन के लोग उपस्थित रहे।
ये सब ठीक है लेकिन इसके बाद भी घटना या कुछ घटता है तो इसको लेकर जिम्मेदारी भी तय होना चाहिये तो ही जिस पवित्र उद्देश्य को लेकर ये कवायद शुरू हुई है उसके अच्छे परिणाम आयेंगे ऐसा मानते है.!