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आष्टा । आष्टा अनुविभाग के कई क्षेत्रो में लम्बे समय से तेंदुए का आना जाना लगा हुआ है। जंगलों से हो कर ग्रामो के किनारे वाले क्षेत्रों में विचरण कर आने वाले तेंदुए कई जानवरो पर हमला कर उनका शिकार कर चुके है।

अब एक बार फिर सिद्दीकगंज ग्राम में ग्राम से बहने वाली पार्वती नदी के किनारे ग्राम से सटे एरिये में कल रात्रि में 9 से 10 बजे के बीच तेंदुए का मूवमेंट देखा गया।

पंजे के निशान

ग्राम के नरेश वर्मा ने बताया कि वो इस दौरान जा रहा था तभी नदी किनारे एक खेत पर झोपड़ी में बंधी गाय,केडी की चीखने की आवाजें सुनाई दी तब खेत मालिक को सूचना दी तब ग्राम से आठ दस लोग आये तब तक तेंदुआ अपना काम कर आहट मिलते ही जंगल की ओर रवाना हो गया।

ग्रामीणों ने मौके पर देखा कि तेंदुआ झोपड़ी में बंधी दो केडियो को अपना निशाना बनाया जिसमे एक कि मौत हो गई दूसरे का इलाज जारी है। ग्रामीण नरेश वर्मा ने बताया कि जब आभास हुआ कि क्षेत्र में तेंदुआ का विचरण है तब वन विभाग के सिद्दीकगंज क्षेत्र के जिम्मेदारों को सूचना दी गई

तब उम्मीद के विपरीत वन विभाग के एक जिम्मेदार जिनका नाम विजय वर्मा है ने अपने वरिष्ठों को सूचना देना,मौके पर पहुचने के बदले उल्टे ग्रामीणों को ये कह कर की “आप सब वहां से हट जाओ” अपनी जिम्मेदारी की इतिश्री कर ली.? क्या वन विभाग के इन महानुभाव का ऐसे मौके पर ग्रामीणों को इस तरह का जवाब देना,मौके पर नही जाना लापरवाही की श्रेणी में नही आता है.? क्या इसको लेकर डीएफओ संज्ञान में लेकर जवाब तलब करेंगे.?


ग्रामीण नरेश वर्मा ने इस प्रतिनिधि को बताया की इस क्षेत्र में तेंदुए का विचरण तो है ही लेकिन इस क्षेत्र के किसान जंगली सुअरों,बंदरो से भी परेशान है । ये खेतो में खड़ी फसलों को नष्ट करते है।

इनको सुरक्षित तरीके से कार्यवाही कर किसानों को राहत देने की कार्यवाही करना चाहिए। ग्रामीणों ने बताया कि रात्रि में तेंदुए के हमले से घायल एवं मृत केडियो को लेकर पंचनामा बनाया गया। सिद्दीकगंज के डिप्टी रेंजर श्री एसएस भिलाला ने इस खबर की पुष्टि की है। लेकिन घटना के 24 घंटे बाद भी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को इस मामले की सूचना ना देना भी कई प्रश्न खड़े करता है.?

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