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आष्टा। स्थानीय सिविल अस्पताल में पदस्थ चर्चित डॉक्टर अरुप कुमार विश्वास के खिलाफ अनेकों नेत्र मरीजों एवं उनके परिजनों का गम्भीर आरोप है की उनके नेत्र रोगियों के मोतियाबिंद के उक्त डॉक्टर ने ऑपरेशन सीहोर ले जा कर किये थे। ऑपरेशन के बाद जितना पहले दिखता था अब उतना दिखना भी बन्द हो गया है।

नगर एवं ग्रामीण क्षेत्र के वृद्धों ने शासन एवं प्रशासन का ध्यान उनकी आंखों को खराब करने के संबंध में करीब एक माह पहले किया था । पत्रकारो को भी पूरी जानकारी दी जो खबरो की हेडलाइन बनी। लेकिन जिम्मेदारों ने कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की ।

लगातार खबरो के छपने के बाद मुख्य अब चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुधीर कुमार डेहरिया ने डॉक्टर मालती आर्य के नेतृत्व में चार सदस्यों की टीम गठित कर तीन दिन में जांच रिपोर्ट देने के आदेश जारी किए है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुधीर कुमार डेहरिया ने एक आदेश जारी कर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्य प्रदेश के 29 जुलाई को जारी पत्र के तारतम्य में सिविल अस्पताल आष्टा में पदस्थ डॉक्टर अरुप कुमार विश्वास पीजीएमओ के विरुद्ध प्राप्त शिकायत नेत्र सर्जन द्वारा आमजन की आंखें खराब , मरीजों को दिखाई नहीं देने की जांच हेतु जांच समिति का गठन किया गया ।

जिसमें डॉक्टर मालती आर्य जिला परिवार कल्याण अधिकारी जिला सीहोर को अध्यक्ष एवं डॉ यूके श्रीवास्तव नेत्र विशेषज्ञ जिला चिकित्सालय सीहोर ,डॉक्टर जीडी सोनी मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी तथा अर्जुन सुखेजा शाखा प्रभारी शिकायत को सदस्य बनाया है। उक्त जांच दल डॉ मालती आर्य के नेतृत्व में जांच कर तीन दिन में अपनी जांच रिपोर्ट प्रतिवेदन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय को देंगे।

इसके पूर्व सीएमएचओ ने अपने कार्यालय आदेश दिनांक 18 अगस्त 2023 के द्वारा डॉक्टर अरुप कुमार विश्वास पीजीएमओ सिविल अस्पताल आष्टा को जिला चिकित्सालय सीहोर की नेत्र ओटी में मोतियाबिंद ऑपरेशन किए जाने हेतु निर्देशित किया गया था।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्य प्रदेश पत्र क्रमांक 2024/ 291 भोपाल दिनांक 29 जुलाई 2024 के पत्र के तारतम्य में कार्यालय आदेश को तत्काल प्रभाव से निरस्त किया है तथा डॉक्टर अरुप कुमार विश्वास को निर्देशित किया है कि आगामी आदेश तक

जिला चिकित्सालय सीहोर में नेत्र ओटी में मोतियाबिंद ऑपरेशन एवं नेत्र ऑपरेशन नहीं किया जाए। अपनी आंखें डॉ अरुप कुमार विश्वास की लापरवाही से गवां बैठे मरीजों ने जिस दिन पत्रकारो को पूरे मामले की जानकारी दी थी तब मांग की थी कि उक्त डॉक्टर पर सख्त कार्रवाई की जाए ताकि अन्य किसी की आंखें खराब ना कर सके ।

अपनी आंखें गवा चुके रतन सिंह पिता जोरावर सिंह निवासी पटाड़ा चौहान, सुशीला बाई पत्नी श्रीकिशन तंबोली निवासी गंज आष्टा , गुड्डू पिता रामाजी निवासी डोराबाद तथा राजेंद्र पिता बालमुकुंद निवासी अलीपुर आदि ने पिछले दिनों पत्रकार वार्ता आयोजित कर

उक्त कथित चिकित्सक डॉक्टर अरुप कुमार विश्वास की लापरवाही के संबंध में प्रेस को विस्तृत जानकारी दी थी और शासन तथा जिला प्रशासन से मांग की कि ऐसे लापरवाह डॉक्टर पर कार्रवाई की जाए तथा बर्खास्त किया जाए ,ताकि अन्य लोगों की आंखों की रोशनी खराब ना कर सके ।

पीड़ित प्रभावित नेत्र रोगी रतनसिंह पटाडा एवं गंज धोबीपुरा निवासी श्रीकिशन तंबोली की पत्नी सुशीला बाई, अलीपुर के राजेंद्र पांचाल,डोराबाद के गुड्डू सहित अनेक लोगों ने पत्रकारवार्ता में बताया था की डॉक्टर अरुप विश्वास ने जो ऑपरेशन किया था

उसके बाद पहले आंखों से जो दिखता था वह भी दिखना बंद हो गया। श्रीमती तंबोली ने कहा डॉक्टर अरुप विश्वास ने एक – दो नहीं अनेकों आई ड्रॉप लिखें, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। रतनसिंह ठाकुर ने तो 22 जून को सीएम हेल्पलाइन में भी उक्त डाक्टर की शिकायत दर्ज कराई है।

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