आष्टा । पूरे सीहोर जिले में विगत एक सप्ताह से लगातार हो रही बारिश से पूरे जिले में सामान्य जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है । लगातार हो रही बारिश से क्षेत्र के लगभग सभी नदी नाले कई बार उफान पर आ चुके हैं । तथा आज भी जिले में कई नदी नालों एवं रपटों पर पानी होने के कारण जिला प्रशासन ने कई मार्गों पर यातायात रोका है।
लगातार हो रही बारिश से एक और जहां सामान्य जनजीवन अस्त व्यस्त हुआ है, वही लगातार हो रही बारिश से एक बड़ी चिंता का कारण आष्टा विधानसभा क्षेत्र में अनुसूचित जाति जनजाति विभाग के जो छात्रावास है,उन छात्रावासो के भवनों की दयनीय हालत बड़ी चिंता का कारण है।
आष्टा विधानसभा क्षेत्र के लगभग सभी छात्रावासों के भवनों की छतों से पानी टपक रहा है,कई जर्जर भवनों की छतों के पोपडे,प्लास्टर गिर रहा है,प्लास्टर के पोपडे कब कहा किस पर गिर जाये कोई भरोसा नही जर्जर हो चुकी छात्रावासों की छत क्रैक दीवारें कब टपक जाये कुछ नही कह सकते है।
अगर कही ऐसा हो गया तो किसी भी छात्रावास में कोई घटना दुर्घटना घटने से भी इंकार नही किया जा सकता है। छात्रावासों के भवनों की हालत अच्छी नहीं होने के कारण कहीं ऐसा ना हो कि शासन प्रशासन के जागने के पहले कोई घटना दुर्घटना ना घट जाए
क्योकि लगातार हो रही बारिश के कारण इन जर्जर भवनो की जो स्तिथि बन रही है वो चिंता जनक है। हमारी हमारी पड़ताल में एवं सूत्रों से मिली जानकारी के बाद जब इन छात्रावासों में से कुछ छात्रावासों का बारे में जानकारी एकत्रित की ।
तब ज्ञात हुआ कि आष्टा विधानसभा क्षेत्र में अनुसूचित जाति जनजाति विभाग के 11 छात्रावास है। ये सभी 50 सीटर छात्रावास है। इन 11 छात्रावासों में अनुसूचित जाति और जनजाति के लगभग 550 से अधिक छात्र-छात्राएं जो अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के हैं
पंखे की रॉड तो लगी है पर पंखे की पंखुड़ी गायब है..
वह रहते तो हैं,लेकिन वे इन छात्रावासों में किस स्तिथि में,किस तरह का अपना जीवन यापन कर रहे हैं इसकी पोल उस वक्त खुली जब आष्टा विधानसभा क्षेत्र के विधायक गोपाल सिंह इंजीनियर ने कुछ छात्रावासो का निरीक्षण किया ओर उन छात्रावासो की दयनीय हालत को देखा ।
टपकती छतों से बिस्तर,कपड़े,अन्य सामान हो रहे गीले
उसमे रहने वाले बच्चों से चर्चा की,चर्चा में जो जानकारी मिली उसके बाद विधायक श्री गोपालसिंह इंजीनियर ने इन छात्रावासों के प्रमुख जिला अधिकारी धीरेन्द्रसिंह कुशवाह को कड़ी फटकार लगाते हुए एक सप्ताह में छात्रावासों में व्यवस्थाओ को सुधारने के निर्देश दिये। निरीक्षण के बाद इन छात्रावासों की सम्पूर्ण जानकारियों को लेकर पिछले दिनों एक समीक्षा बैठक भी ली ।
ये हालात है छात्रावासों के,कहा है जिला अधिकारी..?
बैठक में सम्पूर्ण जानकारियों के साथ इस विभाग के सभी छात्रावासो के जिम्मेदार अधिकारियों एवं उनके अधीक्षकों बार्डन की बैठक में बताया गया कि क्षेत्र में कुल 11 छात्रावास है इन 11 छात्रावासो में से अधिकतर छात्रावासों की जो दयनीय हालत है ।मिली जानकारी के अनुसार इन छात्रावासों का कई सालों से कोई रख रखाव,मरम्मत,पुताई ही नही हुआ है,लगता है जो इसके जिम्मेदार है ।
कमरों की दीवारों में दरार,कभी भी गिर सकती है.?
जिला अधिकारी धीरेन्द्रसिंह कुशवाह उन्होंने कभी इनकी चिंता की ही नही। यही कारण है की रख रखाव के अभाव में इन छात्रावासों के भवनो की हालत बद से बदतर होती गई और आज हालात ये हो गये की एक छात्रावास के बच्चों को तो कोई घटना दुर्घटना घटे उसके पहले ही विधायक के निर्देश पर दूसरे स्थान पर शिफ्ट किया गया है ।
ये है भोजन कक्ष,जिसकी हालात है दयनीय,टपकती है छत
आष्टा विधानसभा क्षेत्र में जो 11 छात्रावास इस विभाग के है उनमें से कई के पोपडे प्लास्टर गिर रहा है,छतों का सरिया बहार दिखने लगा है,छत कमजोर हो गई है,बारिश में छात्रावासों की छतें टपक रही है कमरों में जो छात्र छात्राएं रहते है टपकती छतों के कारण
उनका रहना,सोना,बैठना,पढ़ाई करना मुश्किल हो गया है। दीवारों में बड़े बड़े क्रैक नजर आ रहे है। छतों में पंखों की जगाह केवल पंखे कसने की रॉड दिख रही है,पंखों की पंखुड़ियां गायब है,जो पंखे लगे है वे धीमी गति के समाचारों की तरह चलते है।
छात्रावासों में साफ सफाई की हालत भी चिंतनीय है। रहने वाले बच्चे मच्छरों से परेशान है,मचरदानिया कहा है नजर नही आई। टपकती छतों के कारण कक्षो में पलंग पर बिना चादर के लगे गद्दे गीले हो जाते है उन गीले गद्दों पर रहने वाले बच्चे केसे बैठे,कैसे सोये ये प्रश्न जिला अधिकारी से पूछे जाने चाहिये.?
छात्रावासों की दीवारों में खिड़कियों की हालत दयनीय है,उनमें कोई ऐसी जाली नही है जिससे कमरों में मच्छरों के प्रवेश को रोका जा सके। वहीं छतों से पानी टपकने के कारण इन छात्रावास में रहने वाले छात्र-छात्राओं का खाना, बैठना, उठना,पढ़ाई करना,सोना
आदि में कई समस्याओं से जूझते हुए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । प्राप्त जानकारी के अनुसार आष्टा विधानसभा क्षेत्र में अनुसूचित जाति जनजाति विभाग के जो 11 छात्रावास है इनमें से चार छात्रावास बालिका छात्रावास है तथा 7 छात्रावास बालक छात्रावास है।
जमीन में लगे पत्थर टूट चुके है,गंदगी चारो ओर फैली
खबर है कि आष्टा एवं कोठरी के कुछ छात्रावासों की हालत काफी चिंताजनक होने के कारण समीक्षा बैठक के बाद आष्टा विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्री गोपालसिंह इंजीनियर ने इसको लेकर स्थानीय एवं जिला अधिकारियों को अवगत कराया है लेकिन उसके बाद भी सुधार के कोई प्रयास शुरू हुए हो ऐसा कही नजर नही आ रहा है।
समस्याओं के बीच रह रही छात्राओ का मौन बहुत कुछ कह रहा है.?
बताया जाता है कि इन सभी छात्रावासों की जो बिल्डिंग है वह लोग निर्माण विभाग के अंतर्गत आती है और लोग निर्माण विभाग इन बिल्डिंगों के प्रति लापरवाह बना हुआ है । आष्टा विधानसभा क्षेत्र में जो 11 छात्रावास है उनमें से 6 छात्रावास आष्टा नगर में है तथा शेष 5 छात्रावास ग्रामीण क्षेत्र में है।
संवेदनशील कलेक्टर सर को ही लेना होगा संज्ञान..!
ग्रामीण क्षेत्र के ये छात्रावास ग्राम मेहतवाड़ा, सिद्धिकगंज, कोठारी, कुरावर और जावर में एक-एक छात्रावास है । ग्रामीण क्षेत्रो के छात्रावासों की हालत भी दयनीय चिंताजनक है। सबसे ज्यादा हालत कोठरी के एक छात्रावास की खराब बताई जाती है। इसका विधायक ने पिछले दिनों निरीक्षण भी किया था।
दीवारों में पड़ी बड़ी बड़ी दरारें, कभी भी गिर सकती है.!
वही आष्टा के एक छात्रावास की छात्राओं को तो दूसरे स्थान पर शिफ्ट किया गया है। छात्रावासो की चिंताजनक हालत को एवं इन छात्रावासो में रहने वाले छात्र-छात्राएं किस तरह से दयनीय हालत में रह रहे हैं उसको शासन,प्रशासन,संबंधी विभाग के जिम्मेदारों को संज्ञान में लिया जाना चाहिए कही ऐसा ना हो कि कोई घटना दुर्घटना घटने के बाद जिम्मेदार जागे.?
विधायक का कहना है..
मेरे द्वारा पिछले दिनों क्षेत्र के छात्रावासों का निरीक्षण किया था,निरीक्षण में जो समस्याएं एवं कमियां मिली थी उनेह सम्बंधित विभाग के जिला अधिकारी को दुरुस्त करने को कहा है,एक समीक्षा बैठक ली उसमे सभी छात्रावासों की जानकारी ली है,उच्च स्तर पर प्रयासों को शुरू किया है जो भी समस्याएं संज्ञान में आई है उसको दूर करने के प्रयास किये जा रहे है-श्री गोपालसिंह इंजीनियर विधायक आष्टा