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आष्टा। शनिवार 15 जून को सुबह 11 बजे इंदौर-भोपाल पुराने राजमार्ग पर स्थित 20 वेड वाले एप्पल हॉस्पिटल पर एसडीएम श्रीमती स्वाति उपाध्याय मिश्रा के निर्देश पर तहसीलदार पंकज पवैया एवं बीएमओ डॉक्टर जीडी सोनी के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग एवं प्रशासन की टीम जांच करने पहुंची।

जांच टीम को उक्त हॉस्पिटल में डयूटी पर एक भी डॉक्टर नहीं मिला। किसी प्रकार के कोई विधिक दस्तावेज किसी भी डॉक्टर के साथ समझौता पत्र नहीं, ओटी रजिस्टर, स्टॉफ रजिस्टर, फायर एन ओ सी आदि मौके पर अव्यवस्थित पाए गए ,वेड के अनुसार स्टॉफ उचित मात्रा में नहीं था

, ओटी में उचित दवाइयों का अभाव, एक्सपायरी माल, जंग लगे हुए स्टूमेंट्स मिले, मौके पर अग्निशमन यंत्र 2021 के पश्चात रिफिलिंग नहीं करना पाया, बायो मेडिकल बेस्ट का संधारण सही नहीं, आईसीयू वार्ड में एमरजेंसी दवाई की कीट उपलब्ध नहीं ,हॉस्पिटल डायरेक्टर अरुण वर्मा मौके पर मिले।

काफी अनियमितता मिलने पर उक्त एप्पल हॉस्पिटल को तहसीलदार पंकज पवैया ने स्वयं अपने हाथों से एवं पटवारी विरेंद्र ठाकुर से सील करवाया। सिविल अस्पताल से बीएमओ डॉक्टर जीडी सोनी के अलावा बीई मोहन श्रीवास्तव,

।स्टोर प्रभारी प्रमोद परमार भी थे।जावर में भी बिना मान्यता के ही हॉस्पिटल चलने की जानकारी आ रही है। किस अधिकारी ने गली -गली एवं भोपाल मार्ग पर अनगिनत हॉस्पिटल को बिना जांच किए अनुमति दे रखी है ,इसकी भी जांच की जाए तथा उन पर भी कारवाई की जाए।


एप्पल हॉस्पिटल को सील कराने के पश्चात बीएमओ डॉक्टर जीडी सोनी ने तहसीलदार पंकज पवैया की उपस्थिति में पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि इस हॉस्पिटल की काफी शिकायतें मिल रही थी । वही एसडीएम श्रीमती स्वाति उपाध्याय मिश्रा के पास भी सलीम अंसारी नामक व्यक्ति ने उसके एक मात्र 13 वर्षीय पुत्र उस्मान की फर्जी डॉ बनकर इलाज करने वाले ने मौके घाट उतार दिया।

यह भी शिकायत की जांच के लिए हमारी टीम इस एप्पल हॉस्पिटल में पहुंची थी। काफी कमियां मिलने पर जहां रिकॉर्ड जब्त किया गया है और इस हॉस्पिटल को सील भी कर दिया गया है ।यहां पर भर्ती चार मरीजों को इस हॉस्पिटल प्रबंधन ने समीप के अस्पताल में भर्ती कराया है।

इस हॉस्पिटल में डॉक्टर की सूची तक उपलब्ध नहीं थी। तीन घंटे तक जांच की कारवाई चलती रही ।कुछ नेताओं ने जांच अधिकारी डॉ सोनी को फोन लगाकर दबाव बनाने का प्रयास भी किया। ऐसे चेहरे भी बेनकाब होना चाहिये जो मौत के सौदागरों को बचाने के प्रयास करते है।

यह था पूरा मामला

एसडीएम श्रीमती स्वाति उपाध्याय मिश्रा के समक्ष सलीम अंसारी ने लिखित में शिकायत दर्ज कराई थी।11 जून की रात को सलीम अंसारी उर्फ शानू के 13 वर्षीय पुत्र उस्मान को रात्रि के करीब 2 बजे अचानक पेट में दर्द हुआ तो वह ओर उनकी बहन निलोफर को अपने पुत्र को लेकर सीधे एप्पल हॉस्पिटल पुराना भोपाल रोड आष्टा पर ले गए थे।तो वहां पर उन्होंने पूछा कि ड्यूटी पर डॉक्टर साहब कौन हैं ,बच्चे की तबियत बहुत खराब हैं तो एक व्यक्ति ने अपने आपको डॉ मोहन बताया।

तो उन्होंने कहा कि बच्चे को पेट में बहुत दर्द हो रहा हैं तो उन्होने कहा कि चिंता मत करो तुम्हारा बच्चा बिल्कुल ठीक हो जायेगा। काउंटर पर तत्काल 5000/-रूपये जमा करो ,तो उन्होंने उसी समय 5000/-रूपये काउंटर पर जमा करा दिए, जिसकी रसीद भी सलीम अंसारी को इन्होने नही दी। इसके बाद उक्त डॉक्टर मोहन से मैने फिर कहा कि आपके यहां ओर भी अच्छे डाक्टर हो तो उन्हें बुला लो तो उक्त डॉ मोहन ने उनसे कहा कि मैं खुद ही एमबीबीएस डाक्टर हॅू तुम्हारे बच्चे को बिल्कुल ठीक कर दूंगा।

मैने उस समय भी कहा कि यदि आपके अस्पताल में अच्छे डॉक्टर नही हो तो मैं अपने बच्चे को किसी ओर अस्पताल में भी ईलाज के लिए ले जा सकता हॅू, दूसरी बार भी उक्त डॉक्टर मोहन एवं नर्सिंग स्टॉफ ने यही कहा कि वे खुद ही अच्छे डॉक्टर हैं। फिर मैने उक्त डॉक्टर मोहन एवं वहां के नर्सिंग स्टॉफ पर यह विश्वास करके कि इस एप्पल हॉस्पिटल में अच्छे डाक्टर ओर स्टॉफ हैं, अपने पुत्र को ईलाज के लिए भर्ती करा दिया। पर सुबह मुझे उक्त डॉक्टर मोहन एवं वहां के स्टॉफ ने कहा कि बच्चे को सरकारी अस्पताल ले जाना पडेगा, उसकी तबियत ज्यादा खराब हैं ।

जब मैने बच्चे को पास जाकर देखा तो वह मर चुका था। फिर मैने मेरे परिचित मसूद खान निवासी किला को बुलाया उन्होंने उक्त डॉ मोहन की डाक्टर की डिग्री दिखाने को बोला तो उसने कोई जवाब नही दिया ,फिर हम बच्चे की बाडी को अपने घर ले आये ओर उसका अंतिम संस्कार किया । बाद में मुझे पता चला कि उक्त डॉ मोहन तो सामान्य कंपाउंडर हैं, जबकि उसने सारी रात डॉ मोहन बताकर मेरे बच्चे का ईलाज किया। उसे बॉटले चढाई तथा इंजेक्शन लगाये।

उक्त एप्पल हॉस्पिटल में शासन के मापदंड अनुसार ना तो डॉक्टर मौजूद थे ओर ना ही शासन के नियम अनुसार इमरजेंसी डॉक्टर ओर नर्सिंग स्टॉफ मौजूद था। बिना डिग्री के कम्पाउंडरो एवं झोला छाप लोगो को इमरजेंसी डॉक्टर बना कर इस अस्पताल में बिठा दिया हैं। इमरजेंसी में ईलाज की सुविधाऐं इस हॉस्पिटल में नही हैं। इस हॉस्पिटल में मापदंड अनुसार डॉक्टर उपलब्ध नही रहते हैं, फर्जी कागजो के आधार पर इसका संचालन किया जा रहा हैं। फर्जी डॉक्टर एवं स्टॉफ बैठा रखा हैं।

उक्त एप्पल हॉस्पिटल के संचालक, डॉ मोहन एवं वहां का पूरा नर्सिग स्टॉफ मेरे पुत्र उस्मान की मृत्यु के मामले में गैर ईरादतन हत्या के दोषी हैं। इन्होने केवल 5000 रूपये के लालच के पीछे मेरे एकमात्र बच्चे की जान ले ली हैं, मेरा केवल एक ही पुत्र था, मेरा जीवन तबाह हो गया हैं। इसी तरह ये लोग सीधे साधे मरीजो को एवं उनके परिजनो को अंधेरे में रखकर ईलाज करते रहते हैं।

आप कृपया तत्काल एप्पल हॉस्पिटल की सीसीटीवी हार्डडिस्क एवं मेरे पुत्र के ईलाज का रिकार्ड जॉच कार्यवाही में ही जब्त करने का कष्ट करें। तथा इनके डाक्टर स्टॉफ, दिनांक 11.6.2024 के ड्यूटी डाक्टर एवं नर्सिंग स्टॉफ के रिकार्ड की फोटोकॉपी कराकर सत्यापित कराकर लेने का कष्ट करे, नही तो ये लोग रिकार्ड में हेरफेर कर देगें।

आखिर ये डॉ मोहन है कौन, वो डॉक्टर है या कम्पाउंडर, हो जांच

पीड़ित का आरोप है मेरे बालक का जिसने इलाज किया था,उसने अपना नाम डॉ मोहन बताया जबकि पीड़ित का कहना है डॉ मोहन डॉक्टर नही कम्पाउंडर है,उसने इलाज किया था। जबकि अस्पताल ने उसे डॉ मोहन बताया,था। और उसी ने बालक का ईलाज भी किया था।

जिसकी मौत हो गई। ये भी जांच के बिंदुओं में शामिल है की जिसने इलाज किया वो डॉक्टर था या कम्पाउंडर.? एवं इस अस्पताल में कौन कौन डॉक्टर की ड्यूटी थी,वे कहा थे,ड्यूटी चार्ट पर जिन डॉक्टरों के नाम लिखे है वे सही है या केवल नाम तक सीमित है

इस भाजपा नेता का क्या है इस अस्पताल से कनेक्शन

आज जैसे ही एसडीएम के निर्देश पर पूरा जांच दल एप्पल अस्पताल पहुचा, अस्पताल पहुचने के बाद क्षेत्र के एक भाजपा नेता की इस अस्पताल के पक्ष में अति सक्रियता नगर में चर्चा का विषय बनी है। बताया गया कि इस भाजपा नेता ने मौके पर उपस्तिथ पत्रकारो से बहस भी की,मौत के सौदागर अस्पताल का पक्ष लेने वाले इस भाजपा नेता की बहस चर्चा का विषय बन गई है।

इनका कहना है..

11 जून को एक 13 साल के बालक की एप्पल अस्पताल में मौत के बाद परिजनों ने एप्पल अस्पताल में अनियमिताओं,एवं अस्पताल की लापरवाही के कारण बालक की मौत के आरोप लगाते हुए सौपे ज्ञापन के बाद एसडीएम के निर्देश पर जांच कर अस्पताल के दस्तावेज आदि जप्त कर एप्पल अस्पताल को सील कर दिया है। जांच रिपोर्ट एसडीएम एवं सीएमएचओ को जल्द ही सोपेंगे-डॉ जीडी सोनी,बीएमओ सिविल अस्पताल आष्टा

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