आष्टा। सरकार द्वारा किसानों के हित में लाए गए तीनों कृषि सुधार कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर कई दिनों से किसान आंदोलनरत है। सरकार से भी कई चरणों की बातचीत हुई पर कुछ हल नही निकला। अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत किसानों ने आज भारत बन्द का आव्हान किया था,कांग्रेस एवं राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ ने आष्टा में इसका समर्थन किया था।
किसान असन्दोलन का
सबसे ज्यादा असर दिल्ली की सीमा पर एवं पंजाब और हरियाणा में नजर आ रहा है। आंदोलनरत किसानों की मांग है कि सरकार तीनों कृषि सुधार कानूनों को वापस ले ।
आज प्रातः आष्टा में एआईसीसी के सदस्य कांग्रेस नेता हरपाल ठाकुर के नेतृत्व में कांग्रेस के युवा नेता प्रातः नगर में दुकाने बाजार बंद कराने निकले तथा खुली दुकानों को बंद कराने के प्रयास किए कुछ लोगों ने इन नेताओं के आने पर अपनी शटर को उतार भी दी।
नेताओ के जाने के बाद पुनःसभी दुकाने खुल गई। जब बन्द समर्थक दुकाने बन्द कराने जुलूस के रूप में बुधवारा खत्री चोक पहुचे तो यहा बन्द समर्थक कांग्रेस के किसी नेता ने दुकानदारों को तेस में आ कर अपशब्द बोल दिए जिसको लेकर व्यापारीयो ने बन्द कराने आये नेताओ को खूब खरी खोटी सुनाई,व्यापारियों का कहना है बन्द कराने आये नेताओ में से किसी ने व्यापारियों को गालियां बकी,विवाद काफी देर चला,दोनों ओर से समझदारों के बीचबचाव,हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ। इस दौरान बड़ा आश्चर्य हुआ की विवाद के दौरान प्रशासन पुलिस का कोई अधिकारी नजर नही आया,अगर ऐसे में कोई बड़ा विवाद,अप्रिय स्तिथि निर्मित हो जाती तो.? आज प्रातः कांग्रेस नेता हरपाल ठाकुर के नेतृत्व में जनपद के पूर्व उपाध्यक्ष सोभालसिंह ठाकुर,शहर अध्यक्ष जाहिद गुड्डू,महेंद्रसिंह ठाकुर,आत्माराम परमार,राजेश यादव,गोरैमिया,इदरीश मंसूरी,पुनीत तिवारी, जितेन्द्र शोभाखेड़ी सहित 20 से 25 कार्यकर्ता सड़को पर उतरे
“राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ भी उतरा सड़को पर”
भारत बन्द के समर्थन में आज राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ ने नगर के प्रमुख मार्गों से एक रैली निकाली और तहसील पहुच कर आष्टा एसडीएम श्री विजयकुमार मंडलोई को एक ज्ञापन महासंघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष बिक्रमसिंह ठाकुर के नेतृत्व में सौपा। महासंघ ने कृषि सुधार के तीनों कानूनों का विरोध कर आज बन्द का समर्थन किया था,तथा मांग की की सरकार तीनो लाई बिल वापस ले।