सबसे पहले फेसबुक पर हुआ मामला वायरल,फिर आई प्रतिक्रिया
आष्टा । वीआईटी कोठरी में हनुमान चालीसा पढ़ने से मना करने,फिर विवाद बढ़ने,कॉलेज गेट पर एबीवीपी द्वारा हनुमान चालीसा पढ़ने, फिर माफी मांगने,छात्रों पर की गई कार्यवाही वापस लेने की घटना से सबक नही लेने वाले उक्त वीआईटी आज फिर ऐसी ही एक हरकत ने आज फिर कोठरी स्तिथ वीआईटी कॉलेज फिर सोशल मीडिया में छाया हुआ है ।
सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर सर्वत्र उसकी आलोचना भी हो रही है। सोशल मीडिया में वायरल उक्त हरकत के बाद सूत्र बताते है प्रशासन पुलिस भी सक्रिय हुई है। आइये अब आपको पूरे मामले से अवगत कराते है,जो सोशल मीडिया में वायरल हुआ । मामला यह है की कोठरी स्तिथ देश की नामी यूनिवर्सिटी वीआईटी में प्रवेश पाने वाले विद्यार्थियों की प्रवेश के पहले प्रवेश परीक्षा देना होती है।
नागरिको की प्रतिक्रिया..
प्रथम दिन प्रातः 9 बजे से परीक्षा आयोजित की गई थी। प्रवेश पाने वाले विद्यार्थी प्रवेश परीक्षा देने वीआईटी पहुचे। लेकिन उनेह परीक्षा हेतु प्रवेश परीक्षा के पहले ही,परीक्षा कक्ष में जाने के पहले कड़ी परीक्षा का सामना करना पड़ा।
सूत्रों ने बताया कि जैसे ही विद्यार्थी परीक्षा कक्ष में जाने के लिये अंदर पहुचे उनसे उनके हाथों में,गले मे,पैरों में जो प्रतिक चिन्ह जैसे कलावा, ताबीज या अन्य वस्तु जो विद्यार्थियों ने ( छात्र-छात्राएं दोनों ) पहने से उनसे उतरवाये गये।
जिन विद्यार्थियों ने विरोध किया,प्रतिक चिन्ह नही उतारे, ना ही खोले तो उनके द्वारा पहने प्रतिक चिन्हों को खाकी टेप से पैक कर उनेह पीड़ा भुगतने के लिये छोड़ दिया। प्रतिक चिन्ह कईयों ने उतार दिये वही कईयों ने इसको लेकर कड़ा विरोध भी किया। विरोध भी तर्कों के आधार पर किया।
किसी ने इस मामले को देख लिया,सुन लिया और उसे सोशल मीडिया पर डाल दिया। जैसे ही ये वायरल हुआ,जानकारी फैली तो प्रेस हरकत में आ गई। जब प्रेस हरकत में आई तो प्रशासन पुलिस को तो हरकत में आना ही था,सो वो भी हरकत में आ गया।
जब वीआईटी के नत्थू खा के फूफा लोगो को यह बात ज्ञात हुई तो सूत्र बताते है की उसने प्रशासन पुलिस को बताया की इस लिये ऐसा किया गया । जो किया उसके पीछे जैसा समझा जा रहा है वैसा ही कुछ है लगता नही है। वीआईटी, जी अब आप कितनी ही सफाई दो ।
आपने जो किया उससे आपका एक ऐसा चेहरा उजागर हुआ है,जिसकी कोई कल्पना भी नही कर सकता है कि एक शिक्षण संस्था जिसमे सभी धर्मों के,सभी जातियों के,सभी मजहबो के,सभी भाषाओं के,सभी प्रान्तों के विद्यार्थी अध्ययन करते हो,होस्टल में रहते हो,कैंटीन में एक साथ खाना खाते हो
क्या ये उचित है…? जिम्मेदार जवाब दे..
उस शिक्षण संस्था में प्रवेश परीक्षा देने आने वाले विद्यार्थियों से उनके हाथों,गले,पैरों में बंधे,पहने प्रतिक चिन्हों को उतरवाया गया हो,जिन्होंने नही उतारे, उनके पहने चिन्हों को खाकी टेप लगा कर पैक किया गया,ओर फिर परीक्षा में बैठाया गया हो। निश्चित आज जो हुआ वो एक गंभीर मामला है इसको मप्र सरकार,प्रशासन,पुलिस को संज्ञान में ले कर वीआईटी के जिम्मेदारों से जवाब तलब किया जाना चाहिये..!
इस मामले में अमलाह चौकी प्रभारी श्री राकेश पंथी ने बताया की जानकारी मिलने पर वीआईटी पहुच कर जानकारी ली । वहां बताया की परिसर के अंदर का ऐसा कोई मामला नही है,अंदर तो प्रवेश परीक्षा चल रही है,कैम्पस के बहार किसी ने ऐसा कुछ कर फोटो वायरल करा हो तो इसका कोई संबंध इस मामले से हमारा, वीआईटी का कोई लेना देना नही है।
अब वीआईटी की ओर से उनका पक्ष आने का इंतजार है..
सोशल मीडिया पर वायरल हुए उक्त मामले पर नागरिको की कड़ी प्रतिक्रिया देखी गई है,लेकिन उसके बाद भी वीआईटी कॉलेज कोठरी की ओर से कोई स्पष्टीकरण नही जारी किया है,उनके स्पष्टीकरण आने का इंतजार है….!