आष्टा । कोई तन दुःखी ,कोई मन दुःखी, कोई धन बिन रहित उदास, थोड़े थोड़े सब दुःखी सूखी राम को दास
अंत समय में अगर एक बार भी कोई राम नाम बोल दे तो वह सीधे भगवान के श्री चरणो में वास करता हे ओर तर जाता हे आगे श्री महेश गुरुजी ने कहा कि जीवन की डोर भगवान से जोड़ दिए जाए जीवन का तार मालिक से जोड़ दिया जाए तो फिर जीवन में सुख ही सुख हे सबसे ज़्यादा प्रभावित करने वाला शब्द हे तो वह प्रेम हे सबसे ऊँची प्रेम सगाई सबरी की कथा सुनाते हुए कहा भगवान श्री राम जी ने भीलनी सबरी की झोपड़ी में जाकर झूठे बेर खाए प्रेम सब कुछ करा देता हे गोपाल ठाकुर भँवरी ने बताया आज चतुर्थ दिवस की कथा में भगवान श्री राम लला का प्रकट उत्सव बड़ी धूम धाम से मनाया जायेगा आसपास से कही गाँवो से भक्तगण एकत्रित हो रहे हे। कथा का लाभ लेने के लिए कथा का समय 12 :00 से 4:00 रखा गया हैं।