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आष्टा । सीहोर जिले की सबसे बड़ी आष्टा कृषि उपज मंडी का कार्यालय विगत कई महीनो से एक नहीं अनेकों मामलों में चर्चा का विषय बना हुआ है । इस कार्यालय में एक नही कई तरह की जो ढोल की पोल चल रही है ।

लगता है नवागत एसडीएम एवं भारसाधक अधिकारी श्रीमती स्वाति उपाध्याय ने यह ठान लिया है कि वे मंडी में जो ढर्रा चल रहा है उसे सुधार कर ही दम लेंगी। लगातार दूसरे दिन आज प्रातः अचानक एसडीएम आष्टा कृषि उपज मंडी कार्यालय पहुंच गई तथा कार्यालय में सचिव कक्ष में बैठकर उपस्थिति रजिस्टर का निरीक्षण किया ।

निरीक्षण में बड़ी ढोल की पोल नजर आई । उपस्थिति रजिस्टर में आष्टा कृषि उपज मंडी कार्यालय के लगभग 27 कर्मचारियों के हस्ताक्षर नहीं पाए गए, मतलब साफ था यह सभी मंडी के कर्मचारी अनुपस्थित मिले । तत्काल एसडीएम ने मंडी सचिव श्रीमती प्रवीण चौधरी को निर्देश दिए कि

इन सभी को नोटिस जारी किया जाए तथा इनका एक दिन का वेतन भी काटा जाए । इसके पीछे जब कारणों की खोज की तो ज्ञात हुआ की जिम्मेदार का इन कर्मियों पर कोई नियंत्रण नही होने के कारण मदमस्त इन कर्मियों ने जो इस मंडी में वर्षो से जमे है को अपना कार्यालय नही इसे धर्मशाला समझ लिया है।

इनकी मर्जी होती है तब आते है,मर्जी होती है तब चले जाते है,जिसकी जो जिम्मेदारी है,जो विभाग सौपा है वो उस कक्ष में मिल जाये ये बड़े किस्मत की बात होती है। कई बार मंडी में कोई पीड़ित आता है या उसे कोई जानकारी लेना हो तो उसे इधर से उधर भटकाया जाता है।

मंडी में ऐसी कोई व्यवस्था,कक्ष,नही है जहाँ पीड़ित जा कर अपनी समस्या बता सके उसे वहां से हल मिल सके। आज प्रातः जैसे ही एसडीएम स्वामी उपाध्याय कृषि उपज मंडी कार्यालय पहुंची और उन्होंने रजिस्टर का निरीक्षण शुरू किया वैसे ही मदमस्त कृषि उपज मंडी कार्यालय के कर्मियों को सूचना मिल गई । क्योकि ये सब यत्र तत्र समय गुजार रहे थे।

आनंन-फ़ानन में वह जहां थे वहां से भागे और मंडी कार्यालय में उनकी आवक प्रारंभ हुई । जो काम आज आष्टा एसडीएम ने किया जब एसडीएम पहुंची उसके पहले मंडी सचिव श्रीमती प्रवीण उपाध्याय भी मंडी कार्यालय पहुंच गई थी वे चाहती तो उपस्थिति रजिस्टर को स्वयं भी देख सकती थी लेकिन शायद जब से वह मंडी कार्यालय सचिव के रूप में पदस्थ हुई है कभी उन्होंने रजिस्टर चेक ही नहीं किया होगा ।

इसी तरह आष्टा कृषि उपज मंडी में बताया जाता है कि 40 सुरक्षा गार्ड कागजो में तैनात है । आखिर यह 40 सुरक्षा गार्ड कहां तैनात होते हैं । यह आज तक किसी को मालूम नहीं पड़ा है । आज इन सुरक्षा गार्ड्स को लेकर भी भार साधक अधिकारी एसडीएम ने जानकारी मांगी है। उसको लेकर भी जिम्मेदारों के हाथ पैर फुले हुए है।

जिस नामी मंडी में भर सीजन में जिस समय पैर रखने की जगह नही हो उस सीजन में पूरी व्यवस्थाए देखने वाले कार्यालय से 27 कर्मचारी नदारत हो इससे ही अंदाजा लगाया जा सकता है की उस मंडी की सचिव कितने जिम्मेदार होगी.?

क्या इस ओर मंडी बोर्ड के जिम्मेदार समय से मामले को संज्ञान में लेंगे या ये ढर्रा चलता रहेगा और मंडी अखबारों की सुर्खियां बनती रहेगी। वैसे एसडीएम ने आज जो औचक निरीक्षण किया उसकी तारीफ होना चाहिये क्योंकि वर्षो के बाद किसी एसडीएम ने इस तरह का औचक निरीक्षण कर अव्यवस्थाओ की जड़ में जाने के प्रयास किये है। उम्मीद की जा रही है उनका यह अभियान समय समय पर जारी रहेगा।

इनका कहना है..
आज प्रातः आष्टा मंडी कार्यालय का मेने औचक निरीक्षण किया। प्रातः उपस्तिथि रजिस्टर चैक किया जिसमें समय के बाद भी 27 कर्मियों के उपस्तिथि रजिस्टर पर उपस्तिथि के हस्ताक्षर नही पाये गये,मतलब साफ था वे अनुपस्तिथ थे,इन सब को नोटिश जारी करने के साथ सभी 27 कर्मियों का एक दिन का वेतन काटने के भी निर्देश मंडी सचिव को दिये है-श्रीमति स्वाति उपाध्याय एसडीएम अनुविभाग आष्टा

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