आष्टा । जब से जावर थाना प्रभारी गये है उनके स्थान पर जावर थाने की कमान जिन्हें सौपी है,उनके प्रभारी बनने के बाद से ही ना जाने क्यो जावर लगातार खबरो की सुर्खियों में बना है ।
आज फिर एक छोटी सी घटना जिसे थाना प्रभारी जावर को ही सुलझा लेनी थी। लेकिन उनकी एक तरह से लापरवाही कहे,के कारण शिकायत आष्टा तक पहुची,तब
एसडीओपी श्री आकाश अमलकर को जावर पहुचना पड़ा और जो कार्य जावर पुलिस ने एसडीओपी के पहुचने के बाद किया वो चाहती तो खुद भी समझदारी के तहत निर्णय ले कर कार्यवाही कर सकती थी।
लेकिन जावर पुलिस ने ऐसा ना कर बता दिया कि “यहा के हम है राजकुमार” शायद वे भूल गये की अब वो समय नही रहा है जब लोग अन्याय,सह कर भी चुप रह जाते थे।
मामला आज यह था कि जावर क्षेत्र में स्तिथ सैकड़ो लोगो की श्रद्धा, आस्था का केंद्र बन चुका देव लाखनधाम जहां देवधामी,बैठके कराने,अपनी पीड़ा को लेकर श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुचते है। आज भी पहुचे थे।
वहां व्यवस्था देखने व्यवस्था समिति भी कार्य करती है। बैठकों के लिये यहा आने वालों को टोकन दिये जाते है ताकि किसी को कोई परेशानी ना हो। आज कुछ श्रद्धालुओं ने बिना टोकन के ही बैठक में जाने की बात कही बस इस बात को लेकर वादविवाद हो गया। बिना टोकन जाने वालों ने व्यवस्था समिति पर कई आरोप जड़ दिये इससे ओर विवाद बढ़ गया।
सूत्र बताते है इस विवाद में समिति के एक सदस्य को चोट आई है। पुलिस को सूचना दी । पुलिस मौके पर पहुची ओर विवाद करने वालो को थाने ले आई । लेकिन जब समिति वालो को मालूम पड़ा कि पुलिस ने उनेह छोड़ दिया और वे चले गये। तब समिति के सदस्य एवं अन्य लोग बड़ी संख्या में थाने पहुच गये ।
साहब जावर को नये थाना प्रभारी की कब होगी नियुक्ति.!
पुलिस से उनकी काफी बहस हुई । मौके पर उपस्तिथ हमारे सूत्र ने बताया की जब पुलिस से पूछा की जिन्होंने विवाद किया उनेह आप ले कर आये तो उनेह छोड़ा क्यो.? बताते है तब पुलिस ने भीड़ को यह कहा कि वो नशे में थे इसलिये । सुबाह फिर बुला लेंगे। मतलब अगर कोई नशे में किसी की हत्या,मारपीट,या कुछ भी घटना को अंजाम देगा तो उसे पुलिस इसलिए छोड़ देगी क्योकि वो नशे में है.?
क्या ये पुलिस का अनाड़ीपन,लापरवाही गम्भीर लापरवाही की श्रेणी में नही आता है.? क्या इस बात को जिले में कानून व्यवस्था कैसे बनाई जाती है को,अपने कुछ ही समय मे जनता के दिल मे स्थान बनाने वाले एसपी साहब संज्ञान में लेंगे.! आज जावर को नये थाना प्रभारी की बड़ी आवश्यकता है,इस रिक्त स्थान को जल्द ही भरा जाना चाहिये ऐसा लगता है।
घटना की जानकारी लेने जब थाना प्रभारी जी को उनके मोबाइल नम्बर 9424429360 पर मोबाइल लगाया तो हमेशा की तरह नही लगा मोबाइल । सूत्र बताते है कि पुलिस ने दोनों ओर से मामला दर्ज किया है। एक छोटे से विवाद में अगर आष्टा से एसडीओपी को जावर पहुचना पड़े तो फिर वो ही प्रश्न की थाना प्रभारी किस लिये थाने में तैनात किये गये है। अब देखना होगा कि कप्तान इस मामले को किस तरह संज्ञान में लेते है ..!