आष्टा । सृजन, निर्माण, सृष्टि के रचयिता, देव शिल्पी,ब्रह्मांड के प्रथम इंजीनियर, भगवान श्री विश्वकर्मा जी का जन्म आज ही के दिन माघ मास की त्रयोदशी शुक्ल पक्ष को हुआ था! आस्था की नगरी आष्टा में आज भगवान श्री विश्वकर्मा जी का जन्मोत्सव, प्राकट्य दिवस के रूप में बड़े हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया।
दो दिवसीय जन्मोत्सव कार्यक्रम मे दिन बुधवार को सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया तथा गुरुवार को बुधवारा स्थित श्री विश्वकर्मा मंदिर में विराजमान भगवान विश्वकर्मा जी की प्रतिमा के साथ मंदिर को भी सजाया गया। सर्वप्रथम प्रातः भगवान श्री विश्वकर्मा जी की धूम धाम से आरती की गई ।
तत्पश्चात कार्यक्रम स्थल विश्वकर्मा धाम, पाड़लिया रौड़ आष्टा में विश्वकर्मा भगवान के आकर्षित रथ को सजा कर चलित झांकी के रूप में ढोल ढमाके के साथ युवा वाहिनी, युवा संगठन एवं समिति सहित सभी समाजजन द्वारा विशाल वाहन रैली के रूप मे चल समारोह निकाला गया।
जो कि नगर के मुख्य मर्गो से होता हुआ पुनः कार्यक्रम स्थल पर पहुचा चल समारोह मे विश्वकर्मा समाज के लोग अधिक संख्या में सम्मिलित हुए। भव्य चल समारोह का जगह जगह स्वागत किया गया।
कार्यक्रम स्थल पर विधि विधान से 12 जोड़ो का सामूहिक विवाह संस्कार सम्पन्न हुआ तथा भोजन प्रसादी की गई। इसी दौरान समाज के प्रतिभाशाली बच्चो को मंच के माध्यम से पुरूस्कार वितरण कर सम्मानित भी किया गया।
विश्वकर्मा जन्म महोत्सव कार्यक्रम में राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा, आष्टा विधायक गोपाल सिंह इंजिनियर, सकल समाज अध्यक्ष अनिल श्रीवास्तव, पूर्व नपाध्यक्ष कैलाश परमार,रायसिंह मेवाडा सहित अन्य शहरो से भी समाज के व अन्य सम्मानीय अतिथिगण सम्मलित हुए ।
जिनका समाज समिति द्वारा स्वागत सत्कार किया गया एवं अतिथिगणो ने वर वधु को आर्शीवाद प्रदान किया तथा समिति द्वारा सभी को जन्म महोत्सव की बधाई प्रेषित की।
समाज समिति के सभी सदस्यो ने कार्यक्रम को सफल बनाने पर आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन समाज अध्यक्ष मनोहर विश्वकर्मा एवं विष्णु विश्वकर्मा द्वारा किया गया।
“विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर लौहार विश्वकर्मा समाज ने भी किया कार्यक्रम आयोजित”
विश्वकर्मा शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है विश्व और कर्मा मतलब विश्व का मतलब सारा ब्राह्मण और कर्म का मतलब निर्माता आप सब लोग विश्व निर्माता की सन्तान है। प्रचीनकाल मे दुनियां को गढ़ने का कार्य विश्कर्मा जी ने किया था आज के समय मे दुनिया को सजाने-सँवारने का कार्य आप लोग कर रहे है ।
इस आशय के विचार स्थानीय काॅलोनी चैराहा स्थित गीतांजली गार्डन में विश्वकर्मा लौहार समाज द्वारा आयोजित भगवान विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर आयोजित विवाह समारोह एवं वरिष्ठों का सम्मान समारोह कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने व्यक्त किए।
कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथिगणों एवं समाज के वरिष्ठजनों द्वारा भगवान विश्वकर्मा के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन कर माल्यार्पण किया गया। तत्पश्चात्् सम्मान समारोह एवं विवाह समारोह का आयोजन प्रारंभ हुआ। विवाह समारोह में 2 नवदम्पत्तियों सात जन्म साथ रहने की कसम खाई।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मंचासीन विश्वकर्मा कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष प्रेमनारायण विश्वकर्मा, नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा, समाज अध्यक्ष नरेन्द्र विश्वकर्मा, सकल समाज अध्यक्ष अनिल श्रीवास्तव, पार्षद रवि शर्मा, भाजपा जिला मीडिया प्रभारी सुशील संचेती, तेजसिंह राठौर, रूपेश राठौर, कालू भट्ट, तेजपाल मुकाती का समाज के लखन विश्वकर्मा, राजबहादुर विश्वकर्मा, राकेश पांचाल, राकेश विश्वकर्मा द्वारा स्वागत सम्मान किया गया।
नपाध्यक्ष प्रतिनिधि श्री मेवाड़ा ने समाज का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसा कहा जाता है रावण की सोने की लंका पुष्पक विमान और समस्त देवी-देवताओं के अस्त्र-शस्त्रांे का निर्माण भी
विश्कर्मा जी ने ही किया था। हम सब यदि किसी देवी-देवता या महापुरुष की जयंती मनाते है तो उसका सीधा सा सन्देश होता है कि हम सब अपनी एकता अखण्डता बनाये रखे।
साथ ही सभी समाजजनों से आग्रह किया कि सामूहिक विवाह समारोह अगले वर्ष दो से 200 की संख्या तक पहुंचे इसके लिए पूरे प्रयास करें। यहा आयोजक लखन विश्वकर्मा, राजबहादुर विश्वकर्मा, राजेश विश्वकर्मा सहित पूरी समाज की टीम ने सभी का स्वागत सम्मान किया
“वास्तु कला कौशल में भगवान विश्वकर्मा और विश्वकर्मा समाज का अमूल्य योगदान
राजस्व मंत्री करणसिंह वर्मा,विधायक गोपाल सिंह इंजीनियर,बोर्ड अध्यक्ष विश्वकर्मा आयोजन में हुए शामिल,वर वधु को दिया आशीर्वाद”
विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर विश्वकर्मा समाज द्वारा आज अलग अलग अनेकों आयोजन आयोजित किए गए । क्षेत्र में सामूहिक विवाह सम्मेलनो का आयोजन हुआ जिसमें अनेकों जोड़ो का पाणिग्रहण संस्कार सम्पन्न हुआ।
समाज की प्रतिभाओं का सम्मान किया। कार्यक्रम में पहुचे मप्र शासन के राजस्व मंत्री श्री करणसिंह वर्मा, क्षेत्रीय विधायक गोपाल सिंह इंजीनियर,विश्वकर्मा कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष प्रेमनारायण विश्वकर्मा ने
अपने उद्बोधन में कहा कि सम्पूर्ण विश्व में वास्तुकला भगवान विश्वकर्मा एवम विश्वकर्मा समाज द्वारा की जा रही कार्य शैली सच में अद्वतीय है । क्योंकि आप कला कौशल में परांगत है ।
आज अनेकों जोड़ो के मंगल परिणय सूत्र में बंधने पर सभी को बधाई दी,निश्चित ये जो आपने ऐतिहासिक काम किया है उसके लिए हमारे पास कोई शब्द नहीं है मैं अपनी ओर से सम्पूर्ण क्षेत्र वासियों की और से आप सभी को शुभकामनाएं देता हूं ।
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इस अवसर पर मंत्री के रूप में प्रथम बार आष्टा पधारे राजस्व मंत्री श्री करण सिंह वर्मा का स्वागत विधायक गोपाल सिंह इंजीनियर द्वारा किया गया । विभिन्न कार्यक्रमों में मंत्री श्री करणसिंह वर्मा एवम विधायक गोपाल सिंह इंजीनियर सहित जन प्रतिनिधी भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता गण उपस्थित रहे।