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आष्टा ।जनपद पंचायत की बैठक जनपद के प्रधान धारा सिंह पटेल की अध्यक्षता में संपन्न हुई। उक्त बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत आष्टा ने चार प्रस्ताव बैठक में विचार हेतु रखे गये थे,जिसमे सबसे पहला प्रस्ताव पूर्व जनपद अध्यक्ष बल बहादुरसिंह से उक्त राशि की बसूली का था । जिसमें पूर्व जनपद अध्यक्ष बलबहादुरसिंह भगत से उनके स्थानापन के दौरान लिए गए यात्रा भत्ता, मानदेय आदि की राशि जो कि 1 लाख 50 हजार से अधिक है, वह वसूली जाए,14 वे वित्त आयोग के कार्यो की अनुमोदन एवं पेंशन का प्रस्ताव वा अन्य विषय बैठक में रखे थे ।

श्री धारासिंह पटेल प्रधान जनपद पंचायत आष्टा


जब जनपद की बैठक प्रारंभ हुई तो राशि बसूली विषय पर काफी गरमा गरमी भी बैठक के दौरान हुई ।
बैठक में निर्णय लिया एवं प्रस्ताव पास किया गया कि उक्त राशि जिस समय की पूर्व जनपद अध्यक्ष ने आष्टा जनपद से ली है,वे उस समय उक्त राशि पाने के लिये पात्र नही थे अतः उक्त राशि की वसूली हेतु तहसीलदार को लिखा जाए।

 शासन द्वारा नियुक्त जनपद प्रधान भाजपा नेता धारासिंह पटेल ने उक्त जानकारी देते हुए इस प्रतिनिधि को बताया कि 5 फरवरी को स्थानापन आदेश के तहत कांग्रेस के बलबहादुर सिंह भगत जनपद अध्यक्ष के रूप में पदस्थ हुए थे और 6 फरवरी को मुझे हाई कोर्ट से स्टे मिल गया था तथा मेरी दायर याचिका निरस्त कर दी गई थी तब शासन द्वारा कांता पटेल को जनपद का प्रधान बनाया गया था ।यह नियुक्ति होने के पहले बलबहादुर सिंह ठाकुर द्वारा यात्रा- किराया,भत्ता,मानदेय के नाम पर 1 लाख 50 हजार की राशि जनपद पंचायत से ली गई और उक्त नोट सीटों पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री ड़ी एन पटेल ने उचित नहीं बताया था ।

आष्टा हैडलाइन की अपील,”जब तक दवाई नही-तब तक ढिलाई नही”


इसीलिए उन्होंने जो बैठक का एजेंडा जारी किया उसमें मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री पटेल ने 3 विषय रखे थे ।जिसमें बलवाहदुर सिंह ठाकुर से भत्ता आदि की वसूली तथा पेंशन आदि के विषय रखे थे। धारा सिंह पटेल ने बताया कि बैठक में निर्णय लिया गया कि जो गलत रूप से राशि बलवाहदुर द्वारा ली गई है, तहसीलदार को इस संबंध में सोमवार को पत्र भी भेजा जाएगा श्री पटेल ने बताया कि स्थानापन।अध्यक्ष को किराया भत्ता आदि की पात्रता नहीं रहती है। देखना है अब ये मुद्दा क्या गुल खिलाता है?

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