Spread the love

“महिला सपना ताम्रकार पर चाकू से हमला मामला…आरोपियों की खोज में पुलिस दल इंदौर पहुचा,सफलता की किरण मिलने की उम्मीद”

आष्टा नगर के सबसे व्यस्ततम बुधवारा क्षेत्र में कल शाम लगभग 4 से 5 बजे के मध्य एक कार में आए चार अज्ञात आरोपियों द्वारा एक घर में घुसकर घर की मालकिन सपना-प्रशांत उर्फ भुरू ताम्रकार जो कि घर में अकेली थी पर चाकू से हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर भाग गए । आरोपियों ने महिला पर करीब 3 से चार वार किये जिसमे महिला को शरीर मे तीन स्थानों पर गहरे घाव हो गये थे।

घायल महिला को भोपाल के एक निजी अस्पताल में ईलाज चल रहा है। कल घटी उक्त घटना से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। वहीं पुलिस के लिए भी उक्त हुआ हमला एवं घटी घटना एक बड़ी चुनौती के रूप में सामने थी । लेकिन अनुभवी पुलिस अधिकारियों के मार्गदर्शन में आष्टा पुलिस ने घटना के तत्काल बात शुरू की गई जांच पड़ताल,सीसीटीवी कैमरों को खंगालने से कड़ी दर कड़ी मिले साक्ष्य, अन्य सूत्रों से मिली जानकारी से आगे बढ़ती हुई पुलिस का एक दल इंदौर के लिये रवाना हुआ। इंदौर से सफलता की आस के सहारे पहुची पुलिस ।

खबरों के मुताबिक जो चार आरोपी इस घटना में शामिल थे,जो फुटेज में बुधवारा स्कूल वाली गली से निकल कर सांई कालोनी की ओर भागते नजर आये थे,उनमें से संभवतः चारो इंदौर के ही हो सकते है। जिनकी पुलिस सरगर्मी से तलाश में जुटी है। पुलिस को इस घटना के आरोपियों तक पहुंचने में इस ही परिवार में पूर्व में जली दो बाइक की घटना काफी महत्वपूर्ण रोल अदा कर सकती है।

इस घटी घटना के क्या कोई स्थानीय कनेक्शन भी है इसको लेकर भी पुलिस कुछ खंगालने में जुटी है। वही घटी घटना के पीछे कारणों की भी नगर में तरह तरह की चर्चा कल शाम से ही चल रही है। पर सही कारण क्या है ये तो आरोपियों को पकड़ने,उनसे पूछताछ के बाद ही पुलिस बता पायेगी.? इंतजार है इस मामले में पूरी सफलता मिलने का एवं उसके बाद खुलासे का।

“सात मार्च से किया जाएगा भव्य रुद्राक्ष महोत्सव का आयोजन, लाखों की संख्या में पहुंचेंगे श्रद्धालु
रुद्राक्ष वितरण के अंतिम दिन डेढ़ लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे, देर शाम तक चलता रहा वितरण”

जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में हर साल की तरह इस साल भी भागवत भूषण गुरुदेव पंडित प्रदीप मिश्रा के सानिध्य में भव्य रुद्राक्ष महोत्सव शिव महापुराण का आयोजन किया जाएगा। भव्य आयोजन को लेकर तैयारियां की जा रही है।

इसके अलावा गुरुवार को रुद्राक्ष वितरण के अंतिम दिन देर शाम तक सिलसिला चलता रहा। इस मौके पर विठलेश सेवा समिति की ओर से पंडित समीर शुक्ला सहित अन्य ने यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भोजन प्रसादी के अलावा रुद्राक्ष का वितरण किया। अब आगामी रुद्राक्ष वितरण का आयोजन 15 मई 2024 से किया जाएगा।
इस संबंध में जानकारी देते हुए समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि गुरुदेव के आदेशानुसार गत वर्ष रुद्राक्ष वितरण का आयोजन किया गया था। मंदिर परिसर में आने वाले श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत नहीं हो इसके लिए एक-एक हजार फीट की नौ लाइनों के अलावा नौ काउंटरों का निर्माण किया गया था, इन काउंटरों से रुद्राक्ष क्रम अनुसार श्रद्धालुओं को बांटे गए, आठ काउंटर सामान्य श्रद्धालु के अलावा एक काउंटर से विशेष रूप से दिव्यांग लोगों के लिए बनाया गया था, जिससे आसानी से श्रद्धालुओं को रुद्राक्ष मिले। इसके अलावा लाखों की संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं ने बाबा की पूजा अर्चना की।

भागवत भूषण पंडित श्री मिश्रा की प्रेरणा से कुबेरेश्वरधाम देश भर के करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केन्द्र है और हर साल करीब डेढ़ करोड़ से अधिक श्रद्धालु यहां पर आस्था और उत्साह के साथ अपनी मनोकामनाओं को लेकर आते है। समिति और प्रशासन के द्वारा अब आगामी रुद्राक्ष महोत्सव की तैयारियां की जा रही है। वहीं जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कानून व शांति व्यवस्था तथा अन्य व्यवस्थाओं के लिए पुलिस बल की ड्यूटी की तैयारियां की है, इसके अलावा कुबेरेश्वरधाम पर पर्याप्त पार्किंग के लिए स्थान, वाहनों के आवागमन, बैरिकेटिंग,आने वाले श्रद्धालुओं की बैठक व्यवस्था, पेयजल, शौचालय सहित अन्य समुचित व्यवस्थाएं कराई जाने आदि की संपूर्ण योजना बनाई जा रही है। जिससे श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत नहीं हो।

“मां शारदा को शब्द पुष्प अर्पित कर साहित्य शिल्पियों ने मनाया बसंतोत्सव”

विद्या, बुद्धि, ज्ञान और कला की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती का प्राकट्य दिवस, बसंतोत्सव के साथ नगर के प्रबुद्ध कवियों एवं साहित्यकारो की संस्था साहित्य शिल्पी द्वारा संस्था के संरक्षक श्रीराम श्रीवादी के सौजन्य से काशिप कला केन्द्र के सभागृह में कवि अतुल जैन सुराणा के संयोजन में मनाया गया।
आयोजन का आरंभ सभी कविगणों द्वारा मां सरस्वती की भावभरी पूजा-अर्चना के साथ किया गया तत्पश्चात् सस्वर सरस्वती वंदना श्रीराम श्रीवादी द्वारा प्रस्तुत करते हुये प्रार्थना की गई सभी पर मातारानी की कृपा बरसती रहे। इसके पश्चात् आयोजक द्वारा उपस्थित सभी कवियों का पुष्पमाला के साथ स्वागत किया गया। प्रथम कवि एवं वक्ता के रूप में जुगल किशोर पवार ने कहा कि – सुबह की शुरूवात हमेशा सूरज से नहीं होती, कभी स्वयं के जागने से भी होती हैं।

साथ ही उन्होनें अपने पिता स्व. श्री हीरालाल पवार की रचना सद्कर्म और समय को भी पढ़कर उनकी यादें ताजा की। नवोदित कवि के रूप में प्रज्वल गिरी नें सरस्वती माता का आव्हान करते हुये जब सुनाया कि – बेसुरा भी हर तरह के साज बांट दे, अगर हो कृपा मां तेरी तो अंधेरा भी प्रकाश बांट दे। तो उनकी वजनदार पंक्तियों पर उन्हें सभी की वाहवाही मिली।
अपने क्रम में डॉ. प्रशांत जामलिया नें याद दिलाया की आज का दिन पुलवामा शहीद दिवस है, उन्होनें अपनी रचना में जब शहीदो को याद करते हुये कहा कि – दुश्मन अपना फन फैला ले, कुचलना काम हमारा है। तो पूरा माहौल देशभक्ति के रंग में रंग गया। संजय जैन किला नें विषय सिंगार से श्रृंगार पर अदभुत रचना पढ़ते हुये कहा कि – चांद जैसे मुखड़े से कंगन ने ये पूछ लिया, तुमनें श्वेत दंत मुस्कान कहां से पाई है। वरिष्ठ सबरंग कवि दिलीप संचेती नें बसंत का स्वागत करते हुये मनमौजी श्रृंगार की रचना पढ़ी और कहा – चलाकर तीर आंखो से क्यों दिल घायल करती हो। संस्था के हास्य बम गोविन्द शर्मा नें अपने चुटीले अंदाज में हास्य क्षणिकायें पढ़ते हुये तालियां बटोरी साथ ही कहा कि – संत जब आते हैं तो संस्कृति सुधरती है और बसंत जब आता है तो प्रकृति सुधरती है। कवि अतुल जैन सुराणा नें कहा कि बसंत पंचमी का विद्यार्थियो, शिक्षको एवं कलाकारो के लिये विशेष महत्व होता है साथ सभी कवियो के सम्मान में गीत पढ़तें हुये कहा कि – हम शब्दो के शिल्पकार हम चेतन मन के धारे हैं, हमनें शब्दो को अर्थ दिये कुछ मीठे हैं कुछ खारे हैं। संस्था के वर्तमान अध्यक्ष डॉ. कैलाश शर्मा नें अपनी जन्मभूमि को अपनी कविता का आधार बनाते हुये कहा कि – मेरे शहर की हर गली खुशबू से महकती है। इस शहर में मां पार्वती की अविरल धारा बहती है। इसके पश्चात् वरिष्ठ कवि श्याम शर्मा सलिल नें जब अपनी श्रृंगार गीतिका पढ़ते हुये सुनाया कि – प्रीति की कोई भी भाषा नहीं होती, ये तो आंखो में बस आंखो से पढ़ी जाती है, तो सभी वाह-वाह कर उठे। अंत में आयोजक श्रीराम श्रीवादी नें सभी का आभार व्यक्त करते हुये श्रृंगार के एक उत्कृष्ट गीत से काव्य निशा को ऊँचाईयां प्रदान करते हुये आयोजन का समापन किया जिसके बोल थे – मीत मेरे देवता तुम ही मेरे संगीत में, तुमसें ही हर शब्द मेरा तुम्हें सजाऊँ गीत में।

“ऑपरेशन मुस्कान के तहत अपहर्ता को किया दस्तयाब”

दिनांक 17/10/023 को सूचनाकर्ता बैनीसिंह चौहान निवासी ग्राम बकतरा ने थाना शाहगंज में रिपोर्ट किया कि दिनांक 16/10/023 को सुबह 10.00 बजे मेरी नातिन स्कूल जाने का कहकर घर से गयी थी जो घर वापस नही लोटी है । जिसकी तलाश हमने आस पडोस व रिश्तेदारो मे की कोई जानकारी नही मिली । कोई अज्ञात व्यक्ति मेरी नातिन को बहला फुसलाकर ले गया है । रिपोर्ट पर से अपराध क्रमांक 240/023 धारा 363 भादवि का अज्ञात आरोपी के विरूध्द पंजीबध्द कर विवेचना मे लिया गया ।

पुलिस मुख्यालय भोपाल के निर्देशानुसार चलाये जा रहे विशेष ऑपरेशन मुस्कान के तहत पुलिस अधीक्षक सीहोर श्री मयंक अवस्थी द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीहोर श्री गीतेश गर्ग एवं अनुविभागीय अधिकारी बुदनी श्री शशांक सिंह गुर्जर के मर्गदर्शन मे थाना प्रभारी थाना शाहगंज निरीक्षक पकंज वाडेकर के नेतृत्व मे स्पेशल विवेचना टीम का गठन किया गया गठित टीम ने तकनीकी साक्ष्य के आधार पर अपहर्ता को ग्राम बंदापुर थाना चौपान की जिला भिवाडी (राजस्थान) से दस्तायाब करने मे सफलता प्राप्त की गई। इस मामले में
निरीक्षक पकंज वाडेकर थाना प्रभारी थाना शाहगंज , .उनि बी.एल. मालवीय चौकी प्रभारी बकतरा, उनि जिनास्तिका धुर्वे थाना शाहगंज , प्र.आर सुशील साल्वे (सायबर सेल सीहोर) आर रमेश दहीकर व महिला आर सरिका चौहान की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

error: Content is protected !!