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आष्टा । आष्टा कृषि उपज मंडी में किस तरह की लापरवाही और भर्राशाही मंडी प्रशासन की चल रही है । इसका ज्वलंत उदाहरण कल आष्टा मंडी में देखने को मिला । कल आष्टा मंडी में नीलामी स्थल पर खड़ी एक राई से भरी ट्राली विगत दो दिनों से चर्चा का विषय बनी हुई है ।

इस ट्राली को लेकर जब हमने मंडी के कुछ जिम्मेदार अधिकारियों से चर्चा की तो मंडी प्रशासन के इन जिम्मेदार अधिकारियों ने जो कहा उनका सबका मत अलग-अलग नजर आया। लगता है कि इस पूरे मामले में कोई बड़ा गोलमाल मंडी के अंदर छुपा हुआ है । जो देखा जा रहा है लेकिन कोई देखना नही चाहता है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार कल आष्टा कृषि उपज मंडी में नीलामी में एक राई से भरी ट्राली नीलामी के लिए आई । उक्त ट्राली नीलाम हुई जिस व्यापारी फॉर्म ने उक्त ट्राली नीलामी में खरीदी जब वह तुलने गई तब उसे इनकार कर दिया और इस कारण से वह कैंसिल हो गई ।

कैंसिल होने के बाद उक्त ट्राली पुनः मंडी प्रांगण में खड़ी नजर आई । जब कुछ व्यापारियों ने नीलामी के दौरान उक्त ट्राली को देखा तथा उसके मालिक को खोजा गया तब घंटो उसका मालिक राई से भरी ट्राली को छोड़कर कपूर की तरह गायब हो गया था । तब इसकी सूचना मंडी प्रांगण प्रभारी को व्यापारियों ने दी । मंडी प्रांगण प्रभारी ने भी काफी देर तक इस ट्राली के मालिक किसान को खोजा ।

लेकिन वह नहीं मिला । मंडी में अलाउंस भी कराया लेकिन कोई भी उक्त ट्राली के पास नहीं पहुंचा । थोड़ी देर बाद देखा कि उक्त ट्राली जहां खड़ी थी वहां से वह गायब नजर आई । जब उसे आसपास देखा तो एक ट्रक के आड़ में उक्त ट्राली खड़ी पाई गई । जब यह लावारिस ट्राली का मालिक नदारत नजर आया ।

तब इस ट्राली को मंडी प्रांगण के जिम्मेदार अधिकारी मंडी कार्यालय में ले गए काफी देर तक यह ट्राली वहां खड़ी रही । आज इस संबंध में मंडी प्रांगण के प्रभारी श्री नाथूराम जी से चर्चा की तो उनका कहना था कि उक्त ट्राली जो खड़ी थी पहले वह शेड में खड़ी थी बाद में वह मंडी में नीलामी स्थल से गायब हो गई।

जब खोजा तो राई से भरी उक्त ट्राली लावारिस हालत में मंडी में ही एक ट्रक की आड़ में नजर आई लेकिन यहा भी इस ट्राली का मालिक नही था। तब उक्त ट्राली को मंडी कार्यालय में ले जाकर खड़ा कर दिया गया । अचानक रात्रि में राई की ट्राली का मालिक अवतरित हो गया। वो अपने साथ खेती की बही भी साथ लाया ।

जब मंडी प्रांगण प्रभारी नाथूराम जी से हमने उक्त किसान का नाम पूछा गया तब उन्होंने बताया कि इसकी जानकारी मेरे पास नही है,वो दूसरे मंडी प्रांगण के प्रभारी के पास है । जब हमने दूसरे जिममेदार अधिकारी से पूछा गया तो उसने इसकी जानकारी मंडी में होना बताया ।

मतलब साफ लगा कि मंडी प्रांगण के जिम्मेदार अधिकारी भी इस ट्राली को लेकर गोलमाल जवाब दे रहे थे,वे एक दूसरे पर ढोल रहे थे। मंडी के एक और जिम्मेदार अधिकारी राम सिंह मालवीय से जब चर्चा की तब उन्होंने बताया कि यह जिस वक्त का किस्सा है उस वक्त वह मंडी में नहीं थे कहीं गए हुए थे । इसी प्रकार जब इस मामले में मंडी के उप निरीक्षक अशोक जी सहायक उप निरीक्षक मंडी से चर्चा की तब वे अपनी अलग बात बता रहे थे।

राई से भरी उक्त ट्राली को लेकर आज मंडी के प्रांगण के तीन जिम्मेदारों से इस संबंध में चर्चा की गई तीनों ने अलग-अलग बाते, अपने अपने हिसाब से बताई गई । इससे लगता है की मंडी में कोई अपनी जिम्मेदारी सही ढंग से नही निभा रहे है.?

राई की इस ट्राली को लेकर कुछ तो है,जिसे छुपाया जा रहा है.? इसकी जांच होना चाहिए । आज बड़ा विचारणीय प्रश्न यह है कि कोई भी किसान अपनी कृषि उपज जब नीलामी के लिए लाता है तो वह अपनी ट्राली को छोड़कर कहीं नहीं जाता है.? जिस खुली ट्राली में राई भरी थी वो कई घंटो तक वह लावारिस हालत में खड़ी रही मतलब साफ-साफ लगा की मामला कुछ और है.?

वही बताया जा रहा है की रात्रि में इस ट्राली का मालिक किसान आ गया था तथा उसने अपनी बही वगैरा बताई तो उस ट्राली को छोड़ दिया गया । यह जांच का भी विषय है कि जिस किसान ने उक्त राई की ट्राली को अपना बताया है उसके पास कितनी जमीन है.?

क्या उसके पास इतनी राई का उत्पादन हुआ है.? जांच हो इसकी उम्मीद कम है क्योंकि जांच हुई तो जो नही बताया जा रहा है वो खुल जायेगा। लेकिन मंडी में इस ट्राली ने यह तो पोल खोल दी है की मंडी का कोई भी प्रांगण प्रभारी हो या कोई अधिकारी हो कोई भी अपनी जिम्मेदारी बखूबी नहीं निभा रहा है क्या.? मंडी प्रशासन की इस बड़ी पोल को क्या वरिष्ठ अधिकारी संज्ञान में लेंगे ।

श्री आनन्दसिह राजावत भारसाधक अधिकारी मंडी आष्टा

उक्त राई से भरी लवारिस घंटो खड़ी ट्राली के संबंध में जब आज हमने मंडी के भारसादक अधिकारी एसडीएम श्री आनन्दसिह राजावत से चर्चा की तब उन्होंने बताया कि कल रात्रि में जरूर यह बात संज्ञान में आई थी कि कोई एक ट्राली का मामला मंडी प्रांगण में चल रहा है ।

इसके बारे में मैं मंडी सचिव से पूरी जानकारी लेकर आपको अवगत कराता हूं ।
राई की इस ट्राली को लेकर दो दिन से चर्चा आम होने के बाद भी आखिर मंडी सचिव मौन क्यो है,उनको अपना मौन तोड़ना चाहिये और अपना पक्ष रखना चाहिये.!

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