आष्टा। ज्ञान, स्वर, कलां एवं विवेक की देवी मां सरस्वती को समर्पित बसंत पंचमी के अवसर पर नगर में विभिन्न आयोजन हुए। कन्नौद रोड़ स्थित पाटीदार धर्मशाला में जहां समाज द्वारा सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया, जिसमें 34 वर-वधुओं ने सात फेरों की रस्म पूरी की।
इस अवसर पर नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा, पाटीदार समाज अध्यक्ष देवसिंह पाटीदार, विवाह समिति अध्यक्ष अंबाराम पाटीदार, पार्षद रवि शर्मा, लखन पाटीदार,
शंकरलाल पाटीदार, माखनलाल पाटीदार, जगदीश पाटीदार, शिवनारायण पाटीदार, दिनेश पाटीदार, अशोक पाटीदार, राकेश पाटीदार, लक्ष्मीनारायण पाटीदार सहित बड़ी संख्या में स्वजातीयबंधु मौजूद थे।
इसी प्रकार सैंधव समाज द्वारा सेमनरी रोड़ स्थित समाज की धर्मशाला में सामूहिक विवाह समारोह आयोजित किया जिसमें 13 नवयुगल वैवाहिक बंधन में बंधे।
इस अवसर पर नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा, समाज अध्यक्ष कुमेरसिंह भाटी, विवाह सम्मेलन अध्यक्ष महेन्द्रसिंह,पार्षद रवि शर्मा, हरेन्द्रसिंह ठाकुर,
जीवनसिंह ठाकुर शोभाखेड़ी, योगेन्द्रसिंह ठाकुर, वीरेन्द्रसिंह ठाकुर, कृपालसिंह ठाकुर बनखेड़ा, जीवनसिंह अरनियाजौहरी, डाॅ. रतनसिंह ठाकुर सहित बड़ी संख्या में समाज के वरिष्ठजन मौजूद थे।
इस अवसर पर नपाध्यक्ष प्रतिनिधि श्री मेवाड़ा ने सभी विवाह बंधन में बंधे नवदम्पत्तियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज से आपका दाम्पत्य जीवन आरम्भ हो रहा है आज से आपकी जवाबदारी एवं जिम्मेदारी दो परिवारों के प्रति हो गई है।
मैं उम्मीद करता हूं आप लोग इसको सफलता पूर्वक निभाएंगे। मैं हमेशा से ही विवाह के इस स्वरूप को सबसे अच्छा मानता हूं। आज आप लोगो के इस सामूहिक विवाह सम्मेलन में आकर में सुखद अनुभव कर रहा हूं।
हमेशा ही समाज की हर जाति वर्ग से सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित कर अपने बच्चों के विवाह करने का निवेदन करता हूं। ऐसा करने से जहां फिजुल खर्च बचेगा, वहीं इंसान कर्ज के बोझ तले नही दबता है।
परमार युवा संगठन ने राजाभोज की जन्म जयंती के अवसर पर मां सरस्वती पूजा, जनप्रतिनिधियों का सम्मान एवं रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा,
पूर्व नपाध्यक्ष कैलाश परमार, जनपद अध्यक्ष दीक्षा गुणवान, सोनू गुणवान, भाजपा जिला मीडिया प्रभारी सुशील संचेती, जनपद उपाध्यक्ष गजराजसिंह मेवाड़ा, शिवनारायण परमार, पार्षद रवि शर्मा, महेन्द्र परमार विशेष रूप से मौजूद थे।
अतिथि के रूप में मौजूद नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि युवा साथियों द्वारा किए गए रक्तदान से कई लोगों की जिंदगी बचेगी।
रक्तदान का कितना महत्व है इसका अहसास हमें तब होता है जब हमारा कोई निकटतम व्यक्ति जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा होता है और समय पर हमें रक्त की आवश्यकता हो और नही मिल पाता। रक्तदान कर हम जहां एक ओर किसी की जान बचाते हैं वहीं दूसरी ओर इससे आत्म संतुष्टि मिलती है।
परमार युवा संगठन द्वारा समाज के पितृपुरूष राजाभोज की जयंती अवसर पर समाजसेवा का सार्थक प्रयास किया गया है।
इससे समाज के अन्य संगठनों को प्रेरणा मिलेगी। साथ ही समाज द्वारा जो आवेदन पत्र सौंपकर राजाभोज चौराहे की मांग की है, वह शीघ्र ही परिषद के सहयोग से पूर्ण होगी।