आष्टा । शास्त्री स्कूल में बसंत पंचमी उत्सव धूमधाम से मनाया गया।
समस्त स्टाफ व विद्यार्थियों ने मां सरस्वती की मूर्ति पर पुष्प अर्पित किए। इस अवसर पर संस्था प्रमुख प्रेम नारायण शर्मा ने बसंत पंचमी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बसंत पंचमी हमारे देश का सबसे महत्वपूर्ण उत्सव है ।
जिसका मुख्य लक्ष्य मां सरस्वती के चरणों में विद्या का वरदान प्राप्त करना है। उन्होंने कहा कि बसंत पंचमी पर विद्यार्थी और अध्यापक मां सरस्वती के चरणों में बैठकर विद्या का वरदान पाने के लिए उनकी पूजा अर्चना करते हैं।
साथ ही इसे बसंत की शुरुआत के रूप में भी माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार यह त्यौहार हर साल माघ मास शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाया जाता है। इस त्यौहार का किसानों के लिए काफी महत्व है वसंत पंचमी के दिन सरसों के खेत लैहलाह उठाते हैं वसंत ऋतु के आने से पेड़ पौधों में फल फूल खिलने लगते हैं। इस दिन पीले रंग के कपड़े पहने जाते हैं और तरह-तरह के खाद्य पदार्थों को बनाया जाता है।
पीले रंग का महत्व होने के कारण इससे बसंत रंग भी कहा जाता है यह रंग समृद्धि प्रकाश ऊर्जा और आशीर्वाद का प्रतीक है। इस कारण लोग पीले रंग के कपड़े पहनते हैं और पीले रंग में पारंपरिक व्यंजनों को बनाते हैं।
जो कि हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक व स्वास्थ्यवर्धक होता है। इस अवसर पर समस्त शिक्षक शिक्षिकाएं एवं विद्यार्थियों ने मां सरस्वती की पूजा अर्चना की एवं मां सरस्वती वंदना के साथ आज के दिन का प्रारंभ किया।