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आष्टा । पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा मुख्यमंत्री अधोसंरचना के तहत नागरिको की मांग पर नगर परिषद जावर को शमशान निर्माण हेतु लगभग 60 लाख रुपए दिए गए थे ।

उक्त जनहित के विकास कार्य का नगर परिषद जावर द्वारा निर्माण कार्य तो प्रारंभ किया गया परंतु ठेकेदारों द्वारा कैसा कार्य किया जा रहा है,क्या कार्य गुणवत्तापूर्ण हो रहा है इस ओर आखिर ध्यान नही दिया जाना कुछ तो कहता है.?


नागरिको का कहना है कि शमशान निर्माण में इतना घटिया निर्माण कार्य किया जा रहा है कि सरकार द्वारा दिया गया पैसा बर्बाद हो रहा है ।

निर्माणकार्य प्रारंभ होते ही बाउंड्री बॉल घटिया निर्माण की शिकायत पार्षद वीरेंद्रसिंह ठाकुर ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी को अवगत कराया गया था परंतु मुख्य नगर पालिका अधिकारी द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया ।

उल्टे शिकायत की जांच करवाने के बदले जांच तो नही हुई, बल्कि ठेकेदार को लगभग 3 लाख से अधिक रुपए का पेमेंट कर दिया गया । आज जावर के नागरिक नीरज ठाकुर नप उपाध्यक्ष तेजसिंह ठाकुर,पार्षद वीरेन्द्रसिंह ठाकुर,बंटी राठौर द्वारा शमशान में पहुंचकर चल रहे निर्माण कार्य का निरीक्षण किया गया तो पाया गया कि ठेकेदार द्वारा निर्माण कार्य में काफी घटिया सामग्री इस्तेमाल की जा रही है ।

जो ईंट लगाई जा रही है वो कच्ची बताई जा रही है। नागरिको का आरोप है कि जुड़ाई में बालू रेत की जगह डष्ट का उपयोग किया जा रहा है । मोके पर पहुचे उपाध्यक्ष, पार्षदो ने फोन कर जावर नगर परिषद के अध्यक्ष एवं सांसद प्रतिनिधि को सूचना दी तब सांसद प्रतिनिधि मनोज वैद्य भी मोके पर पहुचे लेकिन किये गये प्रश्नों पर मौन साधे रहे।

मुख्य नगर पालिका अधिकारी एवं नप के इंजीनियर को मोबाइल लगाया लेकिन वे मुख्यालय पर नही थे । तहसीलदार को भी फोन किया वे भी आष्टा थे इस लिये कोई भी अधिकारी मोके पर नही आया। उपाध्यक्ष तेजसिंह कप्तान ने कहा कि श्मशान घाट पर घटिया निर्माण नहीं होना चाहिए इस प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी जनप्रतिनिधि द्वारा उक्त निर्माण कार्य की जांच हेतु सीएमओ को कहा गया है ।

अब देखते हैं अधिकारी इस पर क्या कार्रवाई करते हैं.?
इस मामले को लेकर जब हमने सीएमओ एवं इंजीनियर को प्रतिक्रिया के लिये मोबाइल लगाया तब उन्होंने मोबाइल नही उठाया। इस लिये सीएमओ हरीश सोनी एवं नप के इंजीनियर दीपक कुमार की प्रतिक्रिया नही मिल पाई है।

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