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आष्टा । सम्पन्न हुए विधानसभा के चुनाव में आष्टा विधानसभा क्षेत्र से जनता ने एक बार फिर भाजपा में अपना विश्वास व्यक्त किया। कांग्रेस ने जीत का लक्ष्य तय कर वैसे काफी समय पहले से ही प्रयास शुरू कर दिये थे लेकिन सफलता नही मिली,उम्मीदवार के रूप में चेहरा भी बदला लेकिन फिर भी जनता ने कांग्रेस को आस्वीकार कर दिया। सम्पन्न हुई मतगणना में 335 मतदान केंद्रों में से 187 केंद्रों से भाजपा और 148 केंद्रों पर कांग्रेस जीती ।

335 में से एक मतदान केंद्र क्र 214 जो की कांग्रेस प्रत्याशी कमलसिंह चौहान का गृहग्राम है यहा के मतदाताओं ने अपने ग्राम के बेटे कांग्रेस प्रत्याशी कमलसिंह चौहान को भरपूर पेटी भर कर वोट नही दिये जो चर्चा का विषय बना। इस मतदान केंद्र पर कुल 1130 वोट डले थे।


यहा से कांग्रेस के प्रत्याशी कमलसिंह चौहान को 563 वोट मिले ओर वे मात्र 15 वोट से जीते,मतलब साफ है की गृह ग्राम के मतदाताओं का भरपूर पेटी भर कर आशीर्वाद नही दिया वैसे वे यहा से 15 वोट से जीते जरूर है । हकीमाबाद जो कि भाजपा का गढ़ माना जाता है,ये ग्राम भाजपा के आधार स्तम्भ सहकारिता के नेता श्री देवीसिंह परमार का भी गृह ग्राम है ।

हकीमाबाद से भाजपा प्रत्याशी गोपालसिंह इंजीनियर को 548 वोटो मिले है। इस मतदान केंद्र के 4 मतदाता ऐसे भी थे जिन्होंने किसी को भी पसंद ना किया और नोटा की बटन दबाई। यहा से बीएसपी के बद्रीलाल कटारिया को 6,निर्दलीय नरेशचंद्र सूर्यवंशी को 3,अजय परमार को 2,कमलसिंह जांगड़ा को 3,सोभालसिंह सिसोदिया को 1 वोट मिले। कुछ भी हो गांव के मतदाताओं ने अपने ग्राम के बेटे को गांव से तो जीता दिया,भले ही वो चुनाव हार गये हो।

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