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आष्टा । दिगंबर जैन समाज के वरिष्ठ एवं सर्राफा व्यापारी अशोक कासलीवाल का लंबी बीमारी के पश्चात् निधन हो गया। स्वर्गीय अशोक कासलीवाल मृदुभाषी एवं मिलनसार व्यक्तित्व के धनी थे। वे आष्टा सहित आसपास के क्षैत्रों में भाईजी सेठ के नाम से प्रख्यात स्वर्गीय फूलचंद जी कासलीवाल भाईजी सेठ के ज्येष्ठ पुत्र थे। स्वर्गीय अशोक कासलीवाल की शव यात्रा उनके निवास स्थान नगरगंज आष्टा से निकाली गई, जिसमें सैकडो की तादात में उनके प्रशंसक एवं रिश्तेदार सम्मिलत हुए।

उनके ज्येष्ठ पुत्र मोहित कासलीवाल एवं छोटे पुत्र सुमित कासलीवाल सहित परिवारजन् ने मुखाग्निी दी। उनकी शवयात्रा में पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष कैलाश परमार, कमल सिंह चौहान, लोकेन्द्र बनवट, नरेन्द्र गंगवाल, अजीत कुमार जैन, प्रदीप प्रगति, राजेश बनवट, सुभाष नामदेव, सुनिल सेठी, प्रेम कुमार राय, पारसमल सिंगी, निर्मल रांका, राजेन्द्र पारख, नवनीत संचेती, नरेन्द्र गंगवाल, मनोहर सोनी पांचम, कैलाश सोनी जयश्री, रामेश्वरप्रसाद खंडेलवाल, जी.एल. नागर, सुरेन्द्र जैन अलीपुर, संतोष झंवर, कैलाश बोहरा, हुकुम बोहरा,अभिषेक सुराणा, राहुल सुराणा, जितेन्द्र साहू सहित बड़ी संख्या में नागरिक सम्मिलत हुए।

“110 छात्र छात्राओ को वितरित किए कम्प्यूटर प्रशिक्षण के प्रमाण पत्र
शिक्षा की जड़े कड़वी होती हैं मगर इसका फल मीठा होता है – बी एस परमार”

शहर के विजय श्री कंप्यूटर इंस्टीट्यूट बायपास चौराहा पर कम्प्यूटर प्रशिक्षण प्रमाण पत्र का वितरण एव सम्मान समारोह आयोजित किया गया जिसमें बड़ी बात संख्या में छात्र छात्राएं उपस्तिथ थे। इस अवसर पर संस्था के संरक्षक एव राजश्री कॉलेज के संचालक बी एस परमार ने मां सरस्वती जी के चित्र पर माल्यार्पण एव दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुवात की गई एव छात्र छात्राओं को बताया गया की जिवन में कुछ बनना है तो अभी से सोचना पड़ेगा की हमे आगे चलकर क्या बनना है में जब 11वी क्लास में था तब सोचा था कि मुझे कॉलेज खोलना हैं।

जब से ही मेने दिन रात मेहनत करना चालू की एव कॉलेज खोल लिया इसलिए आपको भी जीवन में कुछ बनना है तो अभि से सोचना पड़ेगा क्योंकि शिक्षा की जड़े कड़वी जरुर होती है मगर मीठी भी उससे ज्यादा होती है आगे मैथ्स, कॉमर्स, बायो, की फील्ड की जानकारी भी सभी छात्रों को साझा की गई और बताया कि अगर आपको डॉक्टर बनना है तो आपको 10 वी क्लास के बाद बायो लेना पड़ेगा फिर नीट की तैयारी करनी पड़ेगी फिर उसमे 600 के लगभग नंबर लाने पड़ेंगे और उसके बाद अपको शासकीय कालेज मिलेगा जिसमे सारा खर्च सरकार वहन करेगी एव एक लाख तक छात्रवृति भी मिलेगी अंत में सभी छात्र छात्राओं को प्रमाण पत्र वितरित किए गए एवं 5 छात्रों को उत्कृष्ट पुरुस्कृत किया गया ।

इस अवसर पर महाराज सिंह परमार प्रबंधक जीवन परमार गिरिराज विश्वकर्मा मेहरवान सिंह अध्यापक अर्जुन वर्मा नितिन परमार यशपाल अमन सारोठिया रोहन जलवाया दीपक सेन ज्योति परमार सचिन मेवाड़ा जया देवराज मेवाड़ा कृष्ण मेवाड़ा रुद्र अभिषेक सुमित एव छात्र छात्राएं उपस्थित रहे कार्यक्रम का संचालन एव आभार संचालक देवेन्द्र परमार द्वारा किया गया।

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