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आष्टा । लहसुन और प्याज जैसी महत्वपूर्ण नगद फसलो के क्रय विक्रय को नगर से दूर निर्माणाधीन मंडी में करने का निर्णय किसान और व्यापारी दोनो के लिए दुखदायी साबित हो रहा हैं। नगर से 6 किलोमीटर दूर निर्माणाधीन मंडी में बुनियादी सुविधाओ का फिलहाल अभाव हैं। लहसुन, प्याज जैसी नगद फसलो की नीलामी से लेकर भुगतान, आवागमन, तौल, किसानो के विश्राम स्थल तथा भोजन पानी जैसी आदि बातो को लेकर व्यापारी और किसान को दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा है। मंडी प्रशासन ने आगामी सीजन में सोयाबीन तथा अन्य फसलो की भारी आवको को दृष्टिगत रखते हुए लहसुन प्याज की मंडी को स्थानांतरित जरूर कर दिया है लेकिन सुविधाए नही जुटाई।

मध्यप्रदेश कांग्रेस के महासचिव कैलाश परमार ने बीते दिनो मंडी व्यापारियो एंव किसानो से उनकी समस्याओ को जाना और मंडी प्रशासन से यह मांग की है कि कृषि उपज मंडी जैसी स्वायत्त संस्था जिसके पास किसानो और व्यापारियो से ही अर्जित अथाह धनराशि का फण्ड है, इस फण्ड से मंडी प्रबंधन को किसानो और व्यापारियो के हित में नवीन मंडी प्रांगण में तुरंत सुविधाए उपलब्ध कराना चाहिए। जिला पंचायत सदस्य कमलसिंह चौहान ने भी किसानो और व्यापारियो से भैट कर उनकी समस्याये समझी।


गोरतलब है कि कृषको के कृषि उपज विक्रय करने तथा क्रय की गई उपज को व्यापारीगण अन्यत्र स्थल पर सुगमता से विक्रय कर सके इस हेतु वर्षो पूर्व संपूर्ण प्रदेश में कृषि उपज मंडियो की स्थापना की गई थी। वर्ष 1972 के पूर्व व्यापारीगण अपने-अपने स्थलो पर अपने आये हुए कृषको की कृषि उपज को क्रय करते थे और उस उपज को अन्यत्र विक्रय करते थे इससे किसानो को प्रतिस्पर्धात्मक मुल्यो का लाभ नही मिल पाता था, शनेः-शनेः इस व्यवस्था के बन जाने से कृषको और व्यापारियो को दोनो को लाभ हुआ, कृषको ने अपनी आय को बढाने तथा बाजार की पूर्ती को दृष्टिगत रखते हुए कृषि उपज के साथ नगदी फसलो की पैदावार की ओर ध्यान दिया और कुछ किसान फल की खेती की ओर भी आकर्षित हुए।

वर्ष 2010 के लगभग इन नगदी फसलो को भी कृषि उपज मंडी अधिनियम के अंतर्गत लाया गया और कृषि उपज के भाति ही शासन ने अपनी आय बढाने के लिए 2 प्रतिशत धनराशि विक्रय मुल्य पर लगाना शुरू की। इससे मंडियो को आय का एक नया साधन मिला तथा फल और सब्जी व्यापारियो को भी लाभ मिलने लगा।

आष्टा में फल सब्जी की मंडी थोक मंडी कोई भूमि आवंटित नही हैं न शासन ने कोई व्यवस्था की है। नगरपालिका परिषद आष्टा ने फुटकर सब्जी व्यापारियो के लिए सब्जी मंडी का निर्माण किया है उसके आस पास खुले क्षेत्र में लहसुन, प्याज जैसी नगदी फसलो का विक्रय होने लगा। यातायात बढने पर तथा वर्षाकाल में व्यापारियो तथा कृषको को सब्जी मंडी के आस पास का खुला क्षेत्र अत्यंत कम पड़ने लगा तथा यातायात व्यवस्था भी बाधित हुई।

वर्षाकाल मे ंकृषि उपज मंडियो के अधिकारियो तथा प्रशासन ने कृषि उपज मंडी में व्यवस्था की कि फल सब्जी मंडी व्यापारीगण कृषि उपज मंडी प्रांगण में ही किसानो से क्रय तथा अन्य़त्र स्थानो हेतु विक्रय कर सके। थोक व्यापारियो ने अपनी-अपनी निजी जमीन में अपने-अपने गोडाउन अपनी धन राशि से निर्मित की है। कृषि उपज मंडी तथा गोडाउन अधिक दूूरी न होने से यह व्यवस्था सुचारू रूप से चलती रही है।

अभी एक सप्ताह पूर्व मंडी प्रांगण में कृषि उपज बड़ने की संभावना से मंडी अधिकारियो तथा स्थानीय प्रशासन ने फल सब्जी मंडी व्यापारियो को आष्टा के बाहर 6 किलोमीटर दूर बनने जा रही नवीन कृषि उपज मंडी में निर्मित एक छोटे से सेड में तत्काल स्थांतरित कर दिया। किसानो को वहा पहुचने में दिक्कते हो रही है क्योकि इन्दौर भोपाल हाईवे को पार करके ग्राम मरदाखेड़ी और डाबरी के बीच की शासकीय भूमि में कृषि उपज मंडी का निर्माण चल रहा है।

वहा पर विगत एक सप्ताह से फल सब्जी मंडी व्यापारीगण नगदी फसलो जैसे लहसुन, प्याज आदि को प्रतिस्पर्धा मुल्य से क्रय करते हैं, व्यापारियो को वहा अल्प सी सुविधा और किसानो के लिए भी कोई सुविधा नही दी गई हैं। किसानो की नगदी उपज वहा विक्रय होती है और वो व्यापरियो के नगर के चारो और बने गोडाउनो में तोली जाती है। इस प्रकार मंडी प्रशासन की अदूरदर्शिता से व्यापारीगण और कृषकगण दोनो ही परेशान हो रहे है।

आज नवीन मंडी प्रांगण स्थल पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव तथा पूर्व नपाध्यक्ष कैलाश परमार, जिला पंचायत के सदस्य कमलसिंह चौहान किसानो से और व्यापारीगण से उनकी समस्याओ को गंभीरता से समझने के लिए पहुचे जहा किसानो ने तथा फल सब्जी मंडी व्यापारी संघ के अध्यक्ष नरेन्द्र कुशवाह, सचिव साबिर राईन ने व्यापारियो की गंभीरतम समस्या से अवगत कराया, वही उपस्थित कृषको के भारी समूह ने अपनी व्यथा भी प्रस्तुत की। नवीन मंडी स्थल पर उपस्थित मंडी निरीक्षक नाथूराम तथा मंडी उपनिरीक्षक अशोक माली नीलाम करने वाले सहायक वीरेन्द्र राठोर चर्चा के समय उपस्थित रहे। फल सब्जी कृषक उपस्थित थे।

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