Spread the love

सीहोर। सीहोर जिले में लगातार प्राइवेट फायनेंस कंपनियों की बकायादारों से बकाया राशि की बसूली के नाम पर कंपनियों के बसूली एजेंटों द्वारा,खुली दादागिरी,गुंडागिर्दी, अभद्रता,असभ्यता,डराना,धमकाने की शिकायतें आ रही है। कुछ माह पूर्व ऐसे ही कुछ फर्जी बसूली एजेंटों की शिकायत पर पार्वती थाने ने बड़ी सख्त कार्यवाही भी की है। एक बार फिर ऐसी ही शिकायते आना शुरू हुई है। मामला सीहोर एवं इछावर क्षेत्र का है,जो सीहोर एसपी तक पहुचा है,शिकायत मिलते ही एसपी श्री मयंक अवस्थी ने ऐसी फायनेंस कम्पनियों को नोटिश जारी किये है।

आज सीहोर एसपी श्री मयंक अवस्थी को कर्ज मुक्ति धार्मिक एकता ट्रस्ट के अध्यक्ष मूलचंद जायसवाल के नेतृत्व में पीड़ित कर्जदारों ने जिसमे एक महिला भी शामिल है ने ज्ञापन सोप कर फायनेंस कंपनी के बसूली एजेंटों पर डराने धमकाने,दादागिरी के गम्भीर आरोप लगाये है,निश्चित इस पर रोक लगना चाहिये। कर्जदारों ने यह भी शिकायत की है की जो बसूली एजेंट आते है उनके पास बंदूक कट्टे भी होते है,आते ही दहशत फैला देते है।


आज आई शिकायतों को एसपी श्री मयंक अवस्थी ने अति गम्भीरता से लिया है। जल्द ही इसके परिणाम भी देखने को मिलेंगे। आज जो ज्ञापन एसपी श्री मयंक अवस्थी को सौपे उसमे एक पीड़ित राकेश ठाकुर पिता हिम्मतसिंह जाति सेंधव निवासी हिम्मतपुरा तहसील इछावर ने ज्ञापन में लिखा की 18 सितंबर को बंदूक,कट्टे सहित धारदार हथियार लेकर एक दर्जन गुंडे जैसे दिखने वाले लोग मेरे यहा पहुंचे। गालियां देते हुए जमकर मारपीट की मेरा अपहरण कर गाड़ी में पटकर ले जाने लगे ।

ग्रामीणों ने पहुंचकर बदमाशों से बचाया। राकेश का कहना है की उसने आर. के. फायनेंस सीहोर सम्राट काम्पलैक्स से मजबूरीवश कर्जा लिया है,फसल आने पर जमा कराने का बोला पर नही सुनी। में भयभीत हु,ये आये लोग मेरे साथ कुछ भी घटना घटित कर सकते है।


वही दूसरा ज्ञापन सीहोर निवासी महिला लक्ष्मी अहिरवार ने दिया उसने ज्ञापन में लिखा की दिनांक 17 सितंबर को मेरी आर्थिक स्थिति दयनीय होने से आरके फायनेस के लोन की किश्तें नही चुका पा रही हु,मेने लोन जमा करने के लिए समय देने के लिए कहा लेकिन 17 सितंबर की सुबह 10 से 12 लोग हथियारों के साथ घर पहुंचे ।

इसमें एक दाड़ी वाले व्यक्ति ने कहा की वह एसआई अमित सिंह राजपूत है । काफी देर तक उक्त लोगों के द्वारा गदर मचाया गया। एस आई अमित सिंह राजपूत ने कहा की किश्त जमा नही की तो तुम्हें घर से उठा कर ले जायेंगे। कल की घटना से में परेशान ओर मानसिक रूप से दुखी हूं।


कर्जा मुक्ति अभियान धार्मिक एकता ट्रस्ट के जिलाध्यक्ष मूलचंद्र जायसवाल ने जारी विज्ञप्ति में बताया की केंद्रीय वित्तमंत्री के द्वारा 22 जुलाई को बैंक या एनबीएफसी को सख्त निर्देश जारी किए है। जिस में बैंक या एनबीएफसी को कहा गया है की कर्जदारों के साथ अमानवीय व्यहावर न करे । कर्ज की वसूली में नम्रता बरते एवं मानवता का पालन करे ।

लेकिन इस के विपरीत बैंक या एनबीएफसी समूहो एवं प्राईवेट बैंक रिकवरी एजेंट के रूप में बसूली एजेंटों को कर्जदारों के घर भेज देते है,वे आकर गाली गलोच कर रहे है,ओर कर्जदारों को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे है। जायसवाल ने कहा की कर्जदारों को तरह तरह की धमंकिया दी जा रही है। घर जाकर अकेली महिलाओं के साथ अभद्ध व्यहावर किया जा रहा है। ऐसे लोगो पर एवं इन्हें भेजने वाली फायनेंस कंपनियों पर कार्यवाही होना चाहिये।


आज इस मामले में जब आष्टा हैडलाइन ने एसपी श्री मयंक अवस्थी से इस मामले में चर्चा की उन्होंने बताया की किसी भी व्यक्ति ने अगर किसी भी फायनेंस कंपनी,संस्था से कर्ज लिया है तो उसे कर्ज की राशि तो चुकाना ही होगी। लेकिन किसी भी फायनेंस कम्पनी को किसी भी कर्जदार के घर अपने बसूली एजेंटों को भेजने,अभद्रता दादागिरी आदि करने का कोई अधिकार नही है।

अगर कोई कर्जदार कर्ज की राशि नही चुकाता है तो फायनेंस कंपनी नियमानुसार कार्यवाही करे। आज दो कर्जदारों ने सीहोर की, आर के फायनेंस की शिकायत की है की उनके बसूली एजेंटों ने घर आ कर दादागिरी,अभद्रता,की है,इसको लेकर फायनेंस कम्पनी को नोटिश जारी किये है । किसी भी फायनेंस कम्पनी को ये अधिकार नही है कि वो अपने बसूली एजेंटों को कर्जदारों के घर भेजे,फायनेंस कंपनी दिये कर्ज की बसूली वो नियमो के तहत ही करे।

error: Content is protected !!