आष्टा।भारत गौरव राष्ट्रसंत आचार्य श्री पुलक सागर जी गुरुदेव की गृहस्थ जीवन अर्थात सांसारिक पूज्य माताजी गोपीबाई के स्वर्गवास की सूचना मिलने पर पुलक एवं महिला जागृति मंच मेन ने शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।
महिला जागृति मंच की पूर्व राष्ट्रीय संयुक्त सचिव प्रीति जैन एवं मंच की अध्यक्ष सीमा गंगवाल तथा पुलक मंच मेन अध्यक्ष जितेंद्र जैन ने वीर माता गोपी बाई के निधन पर शौक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि वह एक ऐसी मां थी, जिन्होंने पुलक सागर जी जैसे बेटे को जन्म दिया और उनके बेटे ने महान संत बनकर पूरे देश में भगवान महावीर की वाणी घर-घर एवं चौक चौराहे तक पहुंचाने का डंका बजाया है ।
मुनि पुलक सागर महाराज के न केवल जैन समाज के लोग भक्त है, अपितु पूरे देश में उनके प्रवचन को बड़ी तन्मयता के साथ सभी समाज के लोग सुनते हैं ।गोपी बाई ने ऐसे बेटे को जन्म देकर हजारों लोगों को धर्म के पद पर उनकी वाणी से पहुंचाया है। पुलक मंच मेन के संरक्षक नरेंद्र गंगवाल ने बताया कि पूज्य मां गोपी बाई स्वयं भी त्यागी, वृति होने के साथ-साथ सप्तम प्रतिमाधारी थी ।आप सहज एवं सरल स्वभावी वात्सल्य की मूर्ति पूज्य माता गोपी बाई जी गुरुदेव के हर भक्त को बहुत स्नेह करती थी।
महिला जागृति मंच मेन की संरक्षक श्रद्धा गंगवाल ने कहा गोपी बाई के उपकारों को जैन समाज कभी नही भुला सकता है ।आपने एक ऐसे महान संत को जन्म दिया, जिनके रग -रग मे सभी के कल्याण के साथ साथ परोपकार की भावना समाई हुई है। पुलक परिवार ने जिनेंद्र प्रभु से दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों मे स्थान देने एवं परिवार जनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की कामना की।