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आष्टा। स्थानीय अदालत परिसर में आज लोक अदालत का आयोजन हुआ, जिसमें नगरपालिका द्वारा कैंप लगाकर नगर के बकायादारों को पूर्व में नोटिस देकर निकाय की जलकर, संपत्ति कर आदि की बकाया राशि की वसूली की गई। कैंप का शुभारंभ विधायक प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा, सीएमओ राजेश सक्सेना, पार्षद तारा कटारिया की उपस्थिति में किया गया।

विधायक प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा द्वारा लोक अदालत में निकाय की बकाया जलकर, संपत्ति कर जमा करने आए बकायादारों से आग्रह किया कि निकाय की बकाया राशि समय से जमा करावें, क्योंकि आपके द्वारा जमा की जाने वाली करों की राशि से ही नगर का विकास होता है, वहीं मूलभूत आवश्यकओं व सुविधाओं को उपलब्ध भी निकाय आपके द्वारा जमा कराई जाने वाली राशि से ही कराती है। आप सभी प्रत्येक माह अपने नलकर एवं संपत्ति कर की राशि जमा करावें, ताकि आपके ऊपर भी भार न हो और आपके द्वारा जमा कराई जाने वाली राशि से नगरपालिका और अधिक तेजी से नगर का विकास कर सकें।


नगरपालिका द्वारा मुख्य नगरपालिका अधिकारी राजेश सक्सेना के निर्देशन में एक सप्ताह पूर्व से अपने राजस्व अमले सहित नपा के अन्य कर्मचारियों को लोक अदालत की तैयारियां की जा रही थी। सीएमओ श्री सक्सेना द्वारा वार्डवार 5 सदस्यी टीम गठित की गई जिसमें एक-एक दल प्रभारी व गठित टीम से सुचारू रूप से काम कराने के लिए एक-एक नोडल नियुक्त किया गया।

वहीं नपा अधिकारी द्वारा समय-समय पर राजस्व अमले की बैठकें लेकर अधिक से अधिक लोक अदालत के माध्यम से निकाय की बकाया वसूली राशि जमा हो सकें इस हेतु निर्देशित भी किया जाता रहा। सीएमओ श्री सक्सेना ने जानकारी देते हुए बताया कि लोक अदालत के माध्यम से नगर के बकायादारों से संपत्ति कर, विविध, जलकर की 12 लाख रूपयों की बकाया राशि वसूल की गई है।

सीएमओ राजेश सक्सेना ने राजस्व अमले की सराहना करते हुए कहा कि पहली बार लोक अदालत मे इतनी बड़ी राशि बकायादारो से वसूली है, इसी प्रकार निकाय को मजबूत करने में अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करते रहे, ताकि आप सभी के सहयोग से हम अपनी निकाय को प्रदेश में टाॅप-10 निकायों में सर्वश्रेष्ठ निकाय बना सकें।

इस महत्वपूर्ण कार्य में राजस्व प्रभारी मनोहरसिंह जावरिया, दलप्रभारीगण सहायक यंत्री अनिल धुर्वे, मनीष श्रीवास्तव, यश कौशल, कमरूद्दीन, अरूण श्रीवास्तव, मोहम्मद इसरार, नारायणसिंह सोलंकी, गबू सोनी, जगदीश वर्मा, आदित्य तलनीकर, महेन्द्र पोसवाल, ममता बम्हुरे, शांतिलाल मालवीय आदि का सराहनीय योगदान रहा।

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