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आष्टा । आष्टा तहसील के मैना सर्कल के एक ग्राम में एक रेत माफिया ने कही से मिले आशीर्वाद के तहत धीरे धीरे रेत का संग्रहण किया,ये संग्रहण पहाड़ सा बन गया बताते है करीब 700 से 800 ट्राली काली रेत तो होगी जब ये पहाड़ ग्रामीणों की नजर में आया तब इसकी शिकायत नवागत नायब तहसीलदार चंचल जैन को ग्रामीणों ने इस अवैध रूप से संग्रहित की गई रेत की की ।

फाइल चित्र

नायब तहसीलदार ने जांच,पंचनामे के लिये किसी राजस्व अधिकारी को भेजा, वो मोके पर पहुचे,अवैध रेत का पहाड़ भी देखा,पंचनामा बनाया गया । राजस्व के अधिकारी आये पंचनामा बना कर चले गये, लेकिन उनके जाने के बाद ऐसा ना जाने क्या हुआ की उक्त स्थल पर से रातों रात रेत का पहाड़ गायब हो

शिकायतकर्ता को यहा से है,जांच की उम्मीद..

गया और सुबाह वहा 200 300 ट्राली का मात्र एक ढेर नजर आया। शिकायतकर्ताओं ग्रामीणों को अब ये समझ मे नही आ रहा है की आखिर बिना हवा आंधी के रेट का पहाड़ चंद घंटों में ढेर में कैसे तब्दील हो गया।

जब ये कमाल हो गया तब ग्रामीणों ने इसकी जानकारी आष्टा हैडलाइन को दी। हमने इस बारे में तहसीलदार नीलम परसेंडिया से जानकारी चाही तब उन्होंने बताया वे छुट्टी पर है,फिर भी उन्होंने कहा सोमवार को जानकारी लेती हूं। जब हमने मैना सर्कल की नवागत नायब तहसीलदार से इस मामले में जानकारी लेने के लिये मोबाईल लगाया तब उनसे चर्चा नही हो पाई क्योकि रविवार इसके पीछे कारण हो।

क्या आष्टा एसडीएम इस मामले को संज्ञान लेंगे.?

ग्रामीणों ने एसडीएम से इस मामले में संज्ञान ले कर जांच की मांग की है कि शिकायत के दौरान जो अवैध संग्रहित रेत का पहाड़ था,शिकायत के बाद मोके पर राजस्व अधिकारी के पहुचने के बाद वो पहाड़ रेत के ढेर में रातों रात कैसे बदल गया ? क्या उक्त रेत अवैध थी या वैध ?

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