आष्टा। आष्टा नगर पालिका के पास क्या ऐसे किसी मार्ग,गली,मोहल्ले, कालोनी की कोई सूची है जहाँ कही भी कोई अतिक्रमण नही है.?
नपा के पास इस प्रश्न का शायद ही कोई उत्तर हो। जब पूरे आष्टा नगर के हर गली,मोहल्ले,रोड, कालोनी,बाजार सब जगह कही कम तो कही ज्यादा अतिक्रमण है।
फिर ऐसा क्या कारण है की हर बार साल में 2 से 3 बार आंकड़े दिखाने के नाम पर प्रशासन,नपा पुलिस के सहयोग से अतिक्रमण हटाओ मुहिम शुरू तो जोर शोर से करती है लेकिन दूसरे या ज्यादा से ज्यादा तीसरे ही दिन उक्त मुहिम दम तोड़ देती है,जो शुरुआत होती है उसमें बेचारा वो गरीब जो रोज कुआ खोदता है,रोज पानी पीता है,रात को सुबाह फिर कुआ खोदना है की चिंता करते करते सो जाता है।हमेशा बड़ी बड़ी बातें की जाती है अतिक्रमण हटाये जाते है,लेकिन जिन्हें बेरोजगार किया जाता है उन्हें कही स्थाई रूप से स्थापित किया जाये इसके बारे में कोई शासन,प्रशासन,नपा कभी नही सोचती है।
हम इस बात का कताई समर्थन नही करते है की अतिक्रमण मत हटाओ,लेकिन जिम्मेदार पहले इस बात का तो जवाब दे की ये अतिक्रमण क्यो हुआ,किसने किया,ये अतिक्रमण वास्तव में है किसका,अतिक्रमण के नाम पर किस किस की दुकाने चल रही है,अतिक्रमण कर उसे दुसरो को गुमटियां किसने किराये पर दी है,अतिक्रमण कर रखी गुमटियों में बिजली के कनेक्शन कैसे पहुच गये,कौन है वो जो इन गुमटियों में लाईट देकर उनसे लाईट का शुल्क वसूल रहे है। जब हर साल अतिक्रमण हटाया जाता है,गरीबो पर अतिक्रमण की चाबुक चलाई जाती है,तो अतिक्रमण हटाने वाले विभाग,संस्था बताये फिर कैसे वही उस ही व्यक्ति का अतिक्रमण कैसे हो जाता है। ये भी एक बड़ा खेल है.?
कल भोपाल नाके से शुरू हुई अतिक्रमण हटाओ मुहिम शुरू हुई थोड़ी दूर ही पहुची ओर टाँय टाँय फिस्स क्यो हो गई। क्या ये केवल गरीबो के लिये ही शुरू होती है,दबंगो से क्या प्रशासन-शासन डरता है,या वे पहुच वाले है इस कारण उनके अतिक्रमण तक वो मुहिम नही पहुच पति है। कल जो गरीब अतिक्रमण से प्रभावित हुए आज वे अपना दुखड़ा सुनने आष्टा विधायक रघुनाथसिंह मालवीय के पास पहुचे,ओर प्रशासन,नपा पर अतिक्रमण के नाम पर भेदभाव करने,गरीबो को परेशान करने के आरोप लगाते हुए न्याय की मांग की।
आष्टा विधायक ने उन्हें काफी संतोष जनक जवाब दिया है। आज भाजपा नेता पूर्व पार्षद कालू भट्ट अपनी ही सरकार में नपा-प्रशासन की उक्त कार्यवाही के खिलाफ खड़े हुए और गरीबो का पक्ष ले कर उन्हें बेरोजगार ना किया जाये की बात से संगठन को एवं आष्टा विधायक से चर्चा कर अवगत कराया। कल स्थानीय प्रशासन के निर्देशानुसार प्रशासन,नपा ने पुलिस के साये में कन्नौद रोड़ पर भोपाल चौराहे से लेकर पुष्प विद्यालय तक अतिक्रमण हटाओं मुहिम के तहत गुमठी, स्थायी ठेलों, गैरेज की दुकानों को सख्ती से हटाया था।
इस दौरान तहसीलदार रघुवीरसिंह मरावी, मुख्य नगरपालिका अधिकारी एन.के. पारसनिया, नगर निरीक्षक सिद्धार्थ प्रियदर्शन, नायब तहसीलदार पूर्णिमा शर्मा, उपयंत्री देवेन्द्रसिंह चौहान सादल बल के मौजूद थे।
अधिकारीगणों ने गुमटी दुकान व ठेला संचालकों से आग्रह कर अतिक्रमण मुहिम को अंजाम दिया। प्रशासन का कहना है कि यातायात को सुगम बनाने एवं दुर्घटनाओं को रोकने के लिए मार्ग किनारे या मार्ग पर ठेला, गुमठी या अन्य तरह से अतिक्रमण है उसे हटाया गया है।
प्रशासन अतिक्रमण हटाये,मार्ग चौड़े करे इससे किसी को विरोध नही है,लेकिन जिन्हें विस्थापित किया जा रहा है उनकी पीड़ा सुनना, जानना भी शासन प्रशासन का ही कार्य है। उनके स्थापित करने की भी योजना बनाना जरूरी है ताकि वे गरीब भी दो वक्त की रोटी कमा सके,अपना,अपने परिवार को महंगाई के इस दौर में पाल सके। इस मुद्दे पर शासन प्रशासन को संवेदनशील ही नही गरीबो के प्रति अति संवेदनशील होना पढ़ेगा।
कल मुहिम में शामिल अधिकारियों को कड़ी नाराजी भी सुनना पड़ी थी।
इनका कहना है:-इस मामले में आष्टा विधायक श्री रघुनाथसिंह मालवीय का कहना है,अतिक्रमण नगर की सुंदरता को प्रभावित करता है,घटना दुर्घटना का कारण बनता है,जिन्हें भी हटाया जायेगा उन्हें चाहे वे मैकेनिक हो,गुमटी वाले हो,हाथ ठेले,फल फ्रुड वाले हो सबके लिए कोई स्थान निश्चित किया जायेगा। विधायक ने अपील भी की है की कोई भी रोड पर अतिक्रमण ना करे जो परेशानी का कारण बने।