आष्टा। जावर थाना अंतर्गत आने वाले ग्राम कुरावर में दीपावली के दिन लक्ष्मी पूजन के बाद वाहन पूजन के दौरान अपने मामा के यहा आये 19 वर्ष के बालक धर्मराज की 12 बोर की सिंगल नाली बंदूक की गोली (छर्रे) लगने से मौत हो गई थी। घटना के बाद बताया गया था की फटाका चलाने के दौरान फटाका युवक के पेट पर फट गया,जिसमे उस युवक की दर्दनाक मौत हो गई,जबकि वास्तव में उक्त युवक की मौत पेट पर फटाका फटने से नही बल्कि 12 बोर सिंगल नाली बंदूक से चली गोली के लगने से हुई है.!
जब घटना की सही बात सामने आई तब जावर पुलिस सक्रिय हुई और स्वीकार किया की घटना बंदूक की गोली लगने से ही घटी है। दूसरे दिन मृतक बालक का पीएम हुआ उसी के बाद यह चर्चा आ चुकी थी की बालक की मौत फटाका फटने से नही गोली लगने से हुई है। घटना के बाद पुलिस ने मामले की जांच पूछताछ, बयान आदि की प्रक्रिया शुरू की और घटना के 4 दिन बाद जावर पुलिस ने किया मामला दर्ज।
देर रात्रि में जावर पुलिस ने इस मामले में आरोपी निर्मल पिता केसरसिंह ठाकुर निवासी ग्राम जोलई थाना पीपलरांवा के खिलाफ धारा 304 (A),336 के अंतर्गत मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू की है।
ऐसे घटी घटना:-रात्रि में इस मामले में प्रकरण दर्ज करने के बाद जावर पुलिस ने आष्टा हैडलाइन को बताया की दीपावली की रात्रि में लक्ष्मी पूजन के बाद मामा सुरेन्द्र एवं सजनसिंह के बाड़े में वाहन पूजन के वक्त फटाखे चलाये जा रहे थे तभी मृतक धर्मराज मामा सुरेन्द्र सिंह की 12 बोर की बंदूक,बंदूक के साथ सेल्फी लेने के लिए कमरे में रखी उक्त बंदूक ले आया,सेल्फी लेने के लिए मोबाइल लाने के लिए वो उक्त बंदूक निर्मल को पकड़ा गया,निर्मल बंदूक के साथ सेल्फी लेने के लिए उसने एक हाथ से बंदूक पकड़ी,एक हाथ से सेल्फी लेने लगा इसी दौरान अचानक बंदूक संभली नही और चल गई जिसकी गोली धर्मराज को लगी जिसमे धर्मराज की दुखद मौत हो गई। मतलब “सेल्फी” के चक्कर मे युवक के प्राण चले गये।
जावर पुलिस ने बताया की उक्त बंदूक लाइसेंसी है जो मामा सुरेंद्रसिंह निवासी कुरावर के नाम है।
स्मरण रहे घटना के बाद परिजन बालक को तत्काल इलाज हेतु सिविल अस्पताल आष्टा ले कर आये थे, जहां ड्यूटी डॉक्टर ने परीक्षण करने के बाद उसे मृत घोषित किया था,तब घटना का कारण पेट पर फटाका फटना बताया गया था।