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आष्टा। जनप्रतिनिधियों की जी हजूरी, चरणवंदन, के बदले मिले आशीर्वाद से आष्टा का पीएचई विभाग इतना मक्कार ओर मदमस्त हो गया कि उसे ये ही नही मालूम है की आष्टा क्षेत्र के दुरस्त अंचल के ग्रामो के नागरिक पीने के पानी के लिये किस तरह बून्द बून्द पानी के लिये तरस रहे है।

तहसील के सामने खाली गगरो के साथ महिलाओ का प्रदर्शन

आष्टा क्षेत्र में पीएचई के क्या हाल है इसे तो सीहोर कलेक्टर प्रवीण ने हर घर नल से जल योजना के ग्रामो में क्या हाल है,क्या क्या उसमे हुआ है,उसके बाद किस तरह की फटकार जिले,तहसील के इस विभाग के अधिकारियों को मिली थी,कलेक्टर ने क्या फटकार लगाई थी,वो सोशल मीडिया में भी वायरल हुआ था। लेकिन कलेक्टर की कड़ी फटकार के बाद भी निस्डला पीएचई विभाग नही सुधरा।

मदमस्त पीएचई विभाग को जगाने ऑफिस पहुची महिलाएं

आज आखिरकार बून्द बून्द पानी को तरस रहे ग्राम नानजीपुरा ग्राम पंचायत कुर्लीकला की महिलाओ ने आज ग्राम से आष्टा आ कर पानी की समस्या को लेकर खाली घडो के साथ जिला पंचायत अध्यक्ष गोपाल सिंह इंजीनियर के निवास पहुची। और अपनी समस्या बताई। श्री इंजीनियर ने महिलाओ की बात सुनकर तत्काल पीएचई विभाग को निर्देषित किया कि ग्राम नानजीपुरा मे तुरंत सर्वे कर बोर की व्यवस्था की जाए। उसके बाद महिलाएं तहसील कार्यालय पहुची।

तहसील में प्रदर्शन,तहसीलदार को सौपा ज्ञापन

जहां उन्होने घड़े दिखाते हुए तहसीलदार को ज्ञापन दिया। उसके बाद महिलाएं विधायक रघुनाथसिंह मालवीय के कार्यालय पहुची। जहां उन्हे अपनी समस्या से अवगत कराया। श्री मालवीय ने सभी महिलाओ की समस्याएं सुनी। और तत्काल पीएचई विभाग को बोर खनन का निर्देष दिया। साथ ही सीईओ जनपद पंचायत को निर्देषित किया कि वहां निर्मल नीर कुआं तत्काल खुदवाया जाए। ताकि ग्रामवासीयो की पानी की समस्या हल हो सके।

तहसील में दिया सांकेतिक धरना किया प्रदर्शन

महिलाएं पीएचई विभाग गई जहां पीएचई विभाग के मदमस्त अधिकारीयो को जिन्हें भीषण गर्मी से उतपन्न जल संकट की स्तिथि देखने,नजर रखने ग्रामो में होना चाहिये लेकिन वे कूलर छोड़ने को तैयार ही नही है,इसलिये पीड़ित महिलाओं ने उन्हें आष्टा आ कर ही अपनी समस्या से अवगत कराया ।

विधायक ने सभी को बैठाया ओर सुनी समस्या,दिये निर्देश

अधिकारीयो ने कहा कि हम आज ही आपके गांव आ रहे है। सभी ग्रामवासी मिलकर जगह का चयन कर लेना जहां बोर लगवाना है। बता देना। जो बात पीएचई आज कह रहा है,वो कार्य वो पहले भी तो कर सकता था,पर नही किया। उसके बाद महिलाए जनपद कार्यालय पहुची।

जिला पंचायत अध्यक्ष इंजी गोपालसिंह ने भी दिये निर्देश

जहां मनरेगा अधिकारी को ज्ञापन देकर अपनी समस्या बताई। साथ ही निर्मल नीर कुआ खुदवाने की बात कही। ज्ञापन देने वालो मे देवबाई ,सोनीया बारेला, सावित्रा बाई,प्रेमबाई,सुनीता बाई,तेजूबाई,नरमदा बाई,सपना,गुलाबबाई, सहित बड़ी संख्या मे महिलाए मौजूद रही ।

जनपद में मनरेगा अधिकारी को भी सौपा ज्ञापन


अभी ये तो एक ग्राम की समस्या सड़क पर आई है,कई ग्रामो में आज भी जल संकट के हाल बे हाल है। लगता है आज कानो में जू रेेेग गई है.!

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