आष्टा l हम बहुत सौभाग्यशाली जो ऐसी भूमि पर जन्मदिन लिया है जिस भूमि ने वीरों को पैदा कियाl महाराणा प्रताप एक महान योद्धा, वीर और एक ऐसे स्वतंत्रता सेनानी थे, जिनके बलिदान और साहस ने हमारे देश को अभिमान दिया है। महाराणा प्रताप की बचपन से ही वीरता और धैर्य की परम्परा रही है।
वे एक अद्भुत सैन्य रणनीति और युद्ध कला के माध्यम से अपने शत्रुओं को परास्त करने का कार्य करते थे।
इस आशय के विचार नपाध्यक्ष श्रीमती हेमकुंवर मेवाड़ा की अध्यक्षता मे आयोजित महाराणा प्रताप प्रतिमा के भूमिपूजन समारोह के मुख्य अतिथि विधायक रघुनाथसिंह मालवीय ने व्यक्त किएl
उक्त कार्य का भूमिपूजन विधायक रघुनाथसिंह मालवीय,नपाध्यक्ष श्रीमती हेमकुंवर मेवाड़ा,विधायक प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा द्वारा सयुक्त रूप से किया गया । भूमिपूजन के पूर्व बड़ी संख्या मे मेवाड़ा राजपूत समाज, ठाकुर व करणी सेना के सदस्यो द्वारा विशाल जुलूस नगर के प्रमुख मार्गो से निकाला जो महाराणा प्रताप चौराहा भोपाल नाका पहुंचा जहा विधिविधान से भूमिपूजन कार्यक्रम संपन्न हुआ ।
इस अवसर पर विधायक प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने कहा कि मेवाड़ा राजपूत समाज द्वारा लम्बे समय से भोपाल नाका चौराहे का नाम महाराणा प्रताप चौराहा के नाम से करने की मांग रखी थी जिसे परिषद ने स्वीकार करते हुवे चौराहे का नाम महाराणा प्रताप चौराहा तो हुआ ही साथ ही चौराहे पर वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की आकर्षक प्रतिमा की स्थापना भी होंगी ।
जिसका आज समाजजानो की मौजूदगी मे भूमिपूजन संपन्न हुआ है । महाराणा प्रताप जी के जीवन में उनकी शानदार वीरता का उदाहरण हमेशा प्रेरणा का स्रोत रहा है। महाराणा प्रताप जी ने अपनी धृति, साहस और निष्ठा के बल पर अकबर की सेना के खिलाफ लड़ाई लड़ी। इतिहास गवाह है कि उन्होंने हमेशा अपने देश की सुरक्षा और स्वतंत्रता के लिए लड़ने की क्षमता रखी।
वे भारतीय संस्कृति और विरासत के प्रतीक थे, जिनका वास्तविक मतलब धर्म, स्वाभिमान और स्वतंत्रता था। भूमिपूजन अवसर पर जिलापंचायत उपाध्यक्ष जीवनसिंह मंडलोई, नपा उपाध्यक्ष प्रतिनिधि भूरू खा, पार्षद लता कल्लू मुकाती, डॉ सलीम, रवि शर्मा, नगर भाजपा मण्डल अध्यक्ष अतुल शर्मा, आरिस अली, कालू भट्ट, रुपेश राठौर, नरेंद्र ठाकुर, मनोहर भोजवानी, दिग्विजयसिंह राजपूत, भगवत मेवाड़ा, अरविन्द मेवाड़ा, मनोहर सरपंच, देवजी पटेल, भगवानसिंह मेवाड़ा सहित बड़ी संख्या मे नागरिकगण मौजूद थेl