भोपाल । राज्यपाल श्रीमती आनंदी बेन पटेल ने कहा है कि बच्चे देश का भविष्य होते है। उनका सर्वांगीण विकास ही राष्ट्र के विकास का आधार है। उनके विकास के लिए जरुरी है कि उनको प्रतिभा प्रदर्शन के अवसर दिये जायें। बच्चों को बेहतर शिक्षा के साथ-साथ खेलकूद की गतिविधियों और रचनात्मक कलाओं गीत-संगीत, कविता-कहानी जिसमें भी अभिरूचि हो, उनके संरक्षण और प्रोत्साहन के कार्य भी किये जाने चाहिए। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने राजभवन के अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ आने वाले दीपावली त्यौहार की खुशियाँ बाँटी और शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने सांस्कृतिक, रचनात्मक और खेल-कूद की गतिविधियों का वार्षिक कलेंण्डर बना कर राजभवन में कार्यक्रम कराये जाने के लिए कहा। राज्यपाल ने दीपावली की शुभेच्छा के रूप में उन्होंने कर्मचारियों को उपहार वितरित किये। उन्होंने कलाकार श्री इम्तियाज एवं श्री अरूण फणनवीस को सम्मानित किया। इस अवसर पर प्रमुख सचिव राजभवन श्री डी.पी. आहूजा उपस्थित थे।
राज्यपाल ने कहा कि कोविड-19 पेंडमिक अभी समाप्त नहीं हुआ है। कई ऐसे कार्य है, जिनमें कोरोना का प्रभाव नहीं होता है। इसलिए हार मान कर बैठने के बजाय बचाव की सभी हिदायतों का पालन करते हुए, जीवन जीना होगा। उन्होंने कहा कि परिसर में रहने वाले और कार्यरत अधिकारी-कर्मचारी सभी का राजभवन है। उन्होंने बच्चों के लिए रचनात्मक गतिविधियों की कार्यशालाएं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए ऑडिटोरियम का उपयोग किये जाने की आवश्यकता बताई। खेल-कूद, कौशल उन्नयन स्पर्धाओं के आयोजन किये जाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ की दृष्टि से योगाभ्यास कार्यक्रमों में शामिल होने के साथ ही यहाँ के मनोरम वातावरण में बच्चों-बडों को घूमने के अवसर दिए जाने चाहिये। उन्होंने कहा कि जीवन में मनोरंजन के लिए सदैव स्थान रहना चाहिए। दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि सबका परिवार और उनके पड़ोसी सभी खुशहाल हो।
कार्यक्रम के प्रारंभ में राज्यपाल का राजभवन परिसर के रहवासी बच्चे शशांक तिवारी एवं रिया मौर्य ने स्वागत किया। पुस्तकालय प्रभारी श्री अमित दीक्षित ने बताया कि उनके 23 वर्ष के सेवा काल में राज्यपाल श्रीमती पटेल द्वारा परिवार के मुखिया के रूप में दिया गया संरक्षण और स्नेह अतुलनीय है। राज्यपाल श्रीमती पटेल की परिवार के मुखिया के रूप में कार्य और व्यवहार ने राजभवन के कार्यालीन कार्य में परिवार की अनुभूति का अनुभव अभूतपूर्व है। प्रोग्रामर श्रीमती मनीषा श्रीवास्तव ने कहा कि सबसे पहले सबसे नीचे की बात बहुत की जाती है, उसका पालन राज्यपाल श्रीमती पटेल ने करके दिखाया है। राजभवन परिसर के निवासी परिवारों के बालक बालिकाओं के सर्वांगीण विकास के लिए और परिवार की आवश्यकताओं और समस्याओं के समाधान के लिए किए गये उनके कार्य अविस्मर्णीय है। कार्यक्रम के प्रारंभ में राजभवन परिसर निवासी बच्चों ने संगीत गुरू श्री इम्तियाज के निर्देशन में गणेश वंदना, लक्ष्मी स्तुति और दीपावली बधाई गीतों का गायन किया। कागज की रंगोली से सज्जा कलाकार श्री अरूण फणनवीस द्वारा की गयी।
कार्यक्रम में आभार प्रर्दशन नियंत्रक हॉउस होल्ड श्रीमती सुरभि तिवारी ने किया। संचालन सहायक सत्कार अधिकारी श्रीमती शिल्पी दिवाकर ने किया।